ज्वालामुखी,18 मार्च (बिजेन्दर शर्मा) । ज्वालामुखी अस्पताल में आज उस समय हडकंप मच गया जब पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल परिसर में अवैध तौर पर रखी दवाओं का जखीरा मिला। पुलिस कार्रवाई के दौरान आपसी बहसबाजी व मारपीट का महौल भी बन गया। जिससे अफरातफरी फैल गयी। मिली जानकारी के मुताबिक ज्वालामुखी पुलिस ने आज एक सूचना पर कार्रवाई करते हुये अस्पताल में खंड चिकित्सा अधिकारी बी एम शर्मा, डा, विवेक करोल, डा, सतिन्दर वर्मा की मौजूदगी में दबिश दी तो खुद अस्पताल प्रशासन भी हक्का बक्का रह गया। जब एक कमरे में डिब्बों में बंद दवाओं को बरामद किया गया। पुलिस दल जिसका नेतरत्व ए एस आई रफू राम कर रहे थे ने आनन फानन में नगर के कुछ संभ्रात लोगों को बुलाया, जिनमें व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनीश सूद युवा कांग्रेस मंडल अध्यक्ष अमन हैपी,नीरज शर्मा व दूसरे लोग थे। व मौके पर जो माल बरामद किया गया उससे अस्पताल प्रशासन ने पल्ला झाड लिया। मौके पर पत्रकारों को ज्वालामुखी के बी एम ओ बी एम शर्मा ने बताया कि पुलिस कार्रवाई के दौरान जो दवायें मिलीं वह अस्पताल की नहीं हैं। लेकिन यह रखी किसने इसकी वह जांच करा रहे हैं। बाद में एक दूसरे कमरे में कुछ गलूकोज की बोतलें मिलीं। इसके बाद बी एम ओ पुलिस के साथ सिविल सप्लाई की दवाओं की दुकान में गये। वहां से भी कुछ दवाओं के नमूने लिये गये। एस एस आई रफू राम ने माना कि इस दुकान में से जो दवायें मिलीं उनका फिलहाल स्टाक रजिस्टर से मेल नहीं हो पाया है। आरोप लगाया जा रहा है कि अस्पताल के कुछ लोग बाहरी लोगों से मिले हैं। जो अवैध दवाओं के कारोबार में लगे हैं। इस सारी कार्रवाई के दौरान अस्पताल के बाहर मारपीट का महौल बन गया। जिससे पुलिस ने बीच बचाव करके दोनों गुटों को शांत कराया। इस बीच नगर के लोगों ने प्रदेश सरकार से इस मामले की स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है। दलील दी जा रही है कि अस्पताल प्रषासन अपनी जिम्मेवारी से नहीं बच सकता। समाचार लिखे जाने तक कार्रवाई जारी थी।