शिमला, । मुख्यमंत्री प्र्रेम कुमार धूमल ने कहा कि प्रदेश का वातावरण
बेहतर शिक्षा के अनुकूल हैं और यहां देश के ख्यातिप्राप्त शिक्षण संस्थान
स्थापित किए जा रहे हैं। इन शिक्षण संस्थानों में युवाओं को उच्च स्तर की
शिक्षा प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री आज सोलन स्थित पाईनग्रोव स्कूल
में कोलेजियम आडिटोरियम का लोकार्पण करने के बाद अभिभावकों और
विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हिमाचल में
स्थापित शिक्षण संस्थानों में न केवल देश बल्कि विश्व के अनेक भागों के
विद्यार्थी भी शिक्षा प्राप्त कर रहे है। प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर
के शिक्षण संस्थान खोले जा रहे हैं जिनमें गुणात्मक व्यावसायिक एवं
तकनीकी शिक्षा की सुविधा प्रदान की गई है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया
कि शिक्षा के साथ यह भी आवश्यक है कि विद्यार्थियेां को अच्छे संस्कार
दिए जाएं। विद्यार्थयों के व्यक्तित्व के विकास के लिए गुरू और परंपरा को
कायम रखने की आवश्यकता है। गुरू संस्कार भी डालते हैं और उन्हें शिक्षा
भी प्रदान करते हैं और जब शिष्य उच्च पद प्राप्त करता है तो गुरू का भी
मान बढ़ता है। स्कूल के संस्थापक एवं मुख्य अध्यापक कै. ए.जे. सिंह ने
स्कूल की विभिन्न गतिवधियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि स्कूल
में हिमाचल प्रदेश के 25 प्रतिशत विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि ऑडोटोरियम में करीब 750 लोगों के बैठने की क्षमता है।
इससे पूर्व स्कूल प्रबन्धन कमेटी ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्हें भेंट
किया। विद्यार्थियों ने इस अवसर पर रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री जयराम ठाकुर, मुख्य संसदीय
सचिव श्री वीरेन्द्र कंवर, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं विधायक डा. राजीव
बिंदल, लोकसभा सांसद श्री वीरेन्द्र कश्यप, राज्य सभा संासद श्री जगत
प्रकाश नडडा, हिमुडा के उपाध्यक्ष श्री गणेश दत्त, कसौली के विधायक डा.
राजीव सैजल, जिला परिषद अध्यक्ष कुमारी शीला, उपायुक्त श्रीमती मीरा
मोहंती और चंडीगढ़ भाजपा महामंत्री श्री संजय टंडन भी इस मौके पर उपस्थित
थे।
बेहतर शिक्षा के अनुकूल हैं और यहां देश के ख्यातिप्राप्त शिक्षण संस्थान
स्थापित किए जा रहे हैं। इन शिक्षण संस्थानों में युवाओं को उच्च स्तर की
शिक्षा प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री आज सोलन स्थित पाईनग्रोव स्कूल
में कोलेजियम आडिटोरियम का लोकार्पण करने के बाद अभिभावकों और
विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हिमाचल में
स्थापित शिक्षण संस्थानों में न केवल देश बल्कि विश्व के अनेक भागों के
विद्यार्थी भी शिक्षा प्राप्त कर रहे है। प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर
के शिक्षण संस्थान खोले जा रहे हैं जिनमें गुणात्मक व्यावसायिक एवं
तकनीकी शिक्षा की सुविधा प्रदान की गई है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया
कि शिक्षा के साथ यह भी आवश्यक है कि विद्यार्थियेां को अच्छे संस्कार
दिए जाएं। विद्यार्थयों के व्यक्तित्व के विकास के लिए गुरू और परंपरा को
कायम रखने की आवश्यकता है। गुरू संस्कार भी डालते हैं और उन्हें शिक्षा
भी प्रदान करते हैं और जब शिष्य उच्च पद प्राप्त करता है तो गुरू का भी
मान बढ़ता है। स्कूल के संस्थापक एवं मुख्य अध्यापक कै. ए.जे. सिंह ने
स्कूल की विभिन्न गतिवधियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि स्कूल
में हिमाचल प्रदेश के 25 प्रतिशत विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि ऑडोटोरियम में करीब 750 लोगों के बैठने की क्षमता है।
इससे पूर्व स्कूल प्रबन्धन कमेटी ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्हें भेंट
किया। विद्यार्थियों ने इस अवसर पर रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री जयराम ठाकुर, मुख्य संसदीय
सचिव श्री वीरेन्द्र कंवर, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं विधायक डा. राजीव
बिंदल, लोकसभा सांसद श्री वीरेन्द्र कश्यप, राज्य सभा संासद श्री जगत
प्रकाश नडडा, हिमुडा के उपाध्यक्ष श्री गणेश दत्त, कसौली के विधायक डा.
राजीव सैजल, जिला परिषद अध्यक्ष कुमारी शीला, उपायुक्त श्रीमती मीरा
मोहंती और चंडीगढ़ भाजपा महामंत्री श्री संजय टंडन भी इस मौके पर उपस्थित
थे।