तिब्बतीयों ने दलाई लामा की दीर्घायु की प्रार्थना के साथ मनाया जन्म दिवस
धर्मशाला 06 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा) । तिब्बतीयों के अध्यात्मिक नेता दलाई लामा का 86 वां जन्म दिवस आज भारत सहित दुनिया भर में रह रहे तिब्बतीयों ने धार्मिक श्रद्धा के साथ मनाया व उनकी दीर्घायु व स्वास्थय लाभ के लिये पूजा अर्चना व प्रार्थना सभायें करने के साथ साथ तिब्बत की आजादी के लिए दलाई लामा के शांतिपूर्ण व अहिंसक आंदोलन को आगे बढ़ाने का संकल्प भी लिया ।
नोबेल शांति पुरूस्कार विजेता दलाई लामा को इस अवसर पर दुनिया के कई नेताओं ने भी बधाई दी । वहीं धर्मशाला के पास मैकलोडगंज में केंद्रीय निर्वासित तिब्बत प्रशासन ने भी दलाईलामा का जन्मोत्सव मनाया। सीटीए कार्यालय के सभागार में यह कार्यक्रम निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। इस दौरान केक काटा गया, इस दौरान केंद्रीय तिब्बत प्रशासन के सदस्यों द्वारा उनकी दीर्घायु की कामना भी की ।
निर्वासित तिब्बती सरकार ने चीन से अपील की कि वह दलाई लामा को बिना किसी पूर्व शर्त के तीर्थ यात्रा पर तिब्बत जाने की अनुमति दे। निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग ने तिब्बतीयों से अपनी संस्कृति व रिति रिवाजों को बचाये रखने का आह्वान करते हुये दलाई लामा की दीर्घायु की कामना की। उन्होंने कहा कि दलाई लामा का शांति के मार्ग पर चलकर दुनिया में अमन कायम हो सकता है। उन्होंने दलाई लामा द्वारा मानवीय मूल्यों, आपसी सौहार्द के साथ बौद्ध संस्कृति के संरक्षण के प्रति किए गए प्रयासों की सराहना की और उन की शिक्षाओं पर अमल करने पर भी बल दिया।
इससे पहले इस अवसर पर अपने संबोधन में दलाई लामा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में ईमानदारी, करुणा व अहिंसा का अहम स्थान है। मैं स्वयं अपनी मृत्यु तक अहिंसा और करुणा के लिए प्रतिबद्ध हूं। यह मेरे मित्रों को मेरी भेंट है। मुझे आशा है कि मेरे मित्र भी जीवन भर अहिंसा और करुणा बनाए रखेंगे।
दलाईलामा ने 86 वें जन्म दिवस पर विश्व भर के लोगों को ऑनलाइन दिए गए संदेश में कहा कि सभी को अपनी मृत्यु तक इन दो चीजों अहिंसा और करुणा का पालन करना चाहिए। अपनी जन्मतिथि पर उन्हें बधाई संदेशों को लेकर दलाईलामा ने सभी का आभार भी प्रकट किया। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ एक इंसान हूं। बहुत से लोग वास्तव में दिखाते हैं कि वे मुझसे प्यार करते हैं, और बहुत से लोग वास्तव में मेरी मुस्कान से प्यार करते हैं। मेरी बढ़ती उम्र के बावजूद मेरा चेहरा काफी खूबसूरत है।
दलाई लामा ने कहा बहुत से लोग वास्तव में मुझे सच्ची दोस्ती दिखाते हैं। दलाईलामा ने कहा कि मैं अपने उन सभी दोस्तों के प्रति अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त करना चाहता हूं जिन्होंने मेरे प्रति वास्तव में प्यार, सम्मान और विश्वास दिखाया है। उन्होंने कहा कि मैं अपने शेष जीवन के दौरान प्राचीन भारतीय ज्ञान को पुनर्जीवित करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
इस बीच विशव भर के कई नेताओं ने दलाई लामा को बधाई संदेश भेजे हैं। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने तिब्बती धर्म गुरु परम पूज्य 14वें दलाईलामा को उनके 86वें जन्म दिवस पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने अपने बधाई संदेश में परम पूज्य दलाई लामा के दीर्घायु व सुखद जीवन की कामना की है।
धर्मशाला 06 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा) । तिब्बतीयों के अध्यात्मिक नेता दलाई लामा का 86 वां जन्म दिवस आज भारत सहित दुनिया भर में रह रहे तिब्बतीयों ने धार्मिक श्रद्धा के साथ मनाया व उनकी दीर्घायु व स्वास्थय लाभ के लिये पूजा अर्चना व प्रार्थना सभायें करने के साथ साथ तिब्बत की आजादी के लिए दलाई लामा के शांतिपूर्ण व अहिंसक आंदोलन को आगे बढ़ाने का संकल्प भी लिया ।
नोबेल शांति पुरूस्कार विजेता दलाई लामा को इस अवसर पर दुनिया के कई नेताओं ने भी बधाई दी । वहीं धर्मशाला के पास मैकलोडगंज में केंद्रीय निर्वासित तिब्बत प्रशासन ने भी दलाईलामा का जन्मोत्सव मनाया। सीटीए कार्यालय के सभागार में यह कार्यक्रम निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। इस दौरान केक काटा गया, इस दौरान केंद्रीय तिब्बत प्रशासन के सदस्यों द्वारा उनकी दीर्घायु की कामना भी की ।
निर्वासित तिब्बती सरकार ने चीन से अपील की कि वह दलाई लामा को बिना किसी पूर्व शर्त के तीर्थ यात्रा पर तिब्बत जाने की अनुमति दे। निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग ने तिब्बतीयों से अपनी संस्कृति व रिति रिवाजों को बचाये रखने का आह्वान करते हुये दलाई लामा की दीर्घायु की कामना की। उन्होंने कहा कि दलाई लामा का शांति के मार्ग पर चलकर दुनिया में अमन कायम हो सकता है। उन्होंने दलाई लामा द्वारा मानवीय मूल्यों, आपसी सौहार्द के साथ बौद्ध संस्कृति के संरक्षण के प्रति किए गए प्रयासों की सराहना की और उन की शिक्षाओं पर अमल करने पर भी बल दिया।
इससे पहले इस अवसर पर अपने संबोधन में दलाई लामा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में ईमानदारी, करुणा व अहिंसा का अहम स्थान है। मैं स्वयं अपनी मृत्यु तक अहिंसा और करुणा के लिए प्रतिबद्ध हूं। यह मेरे मित्रों को मेरी भेंट है। मुझे आशा है कि मेरे मित्र भी जीवन भर अहिंसा और करुणा बनाए रखेंगे।
दलाईलामा ने 86 वें जन्म दिवस पर विश्व भर के लोगों को ऑनलाइन दिए गए संदेश में कहा कि सभी को अपनी मृत्यु तक इन दो चीजों अहिंसा और करुणा का पालन करना चाहिए। अपनी जन्मतिथि पर उन्हें बधाई संदेशों को लेकर दलाईलामा ने सभी का आभार भी प्रकट किया। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ एक इंसान हूं। बहुत से लोग वास्तव में दिखाते हैं कि वे मुझसे प्यार करते हैं, और बहुत से लोग वास्तव में मेरी मुस्कान से प्यार करते हैं। मेरी बढ़ती उम्र के बावजूद मेरा चेहरा काफी खूबसूरत है।
दलाई लामा ने कहा बहुत से लोग वास्तव में मुझे सच्ची दोस्ती दिखाते हैं। दलाईलामा ने कहा कि मैं अपने उन सभी दोस्तों के प्रति अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त करना चाहता हूं जिन्होंने मेरे प्रति वास्तव में प्यार, सम्मान और विश्वास दिखाया है। उन्होंने कहा कि मैं अपने शेष जीवन के दौरान प्राचीन भारतीय ज्ञान को पुनर्जीवित करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
इस बीच विशव भर के कई नेताओं ने दलाई लामा को बधाई संदेश भेजे हैं। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने तिब्बती धर्म गुरु परम पूज्य 14वें दलाईलामा को उनके 86वें जन्म दिवस पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने अपने बधाई संदेश में परम पूज्य दलाई लामा के दीर्घायु व सुखद जीवन की कामना की है।