रवि धीमान के प्रयास रंग लाये, अब बिल पट्टियां के आसमान में होगी पैराग्लाइडिंग
ज्वालामुखी , 30 मार्च ( विजयेन्दर शर्मा) । बीड़ बिलिंग की तर्ज पर बिल पट्टियां पैराग्लाइडिंग साइट विकसित होगी। इसके लिए पर्यटन विभाग ने खाका तैयार कर लिया है। पिछले दिनों से पर्यटन विभाग इसे विकसित करने के प्रयास में जुटा हुआ है। इसके लिए बाकायदा 25 लाख रूपये आधारभूत ढांचा विकसित करने के लिये मंजूर किये गये हैं। यह राशी फकेड और हिरण पंचायतों में खर्च की जायेगी।
विभाग के अधिकारी बताते हैं कि बिल पट्टियां साइट पर 24 घंटे हवा का प्रवाह एक बराबर है। यह 360 डिग्री की कमांडिंग साइट है, जहां से पैराग्लाइडर कभी भी उड़ सकता है। बेशक बिल पट्टियां नाम पैराग्लाइडिंग के लिए नया है, लेकिन जिस तरह पर्यटन विभाग ने इसे विकसित करने के लिए जिस तरह कदमताल शुरू की है उससे लगता है वह दिन दूर नहीं जब देश-विदेश के पर्यटक यहां पैराग्लाइडिंग के लिए पहुंचेंगे। गलू से पिया दा घट्टा तक तीन किलोमीटर सड़क को पक्का करने के लिए भी प्रयास शुरू हो गए हैं।
बिल पट्टियां पैराग्लाइडिंग साइट पर ऊना व हमीरपुर के पर्यटन अधिकारी रवि धीमान की नजर पहले पड़ी थी। मझीण के स्थायी निवासी होने के कारण उन्होंने इस जगह को पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दिखाया। वह पिछले अरसे से इस साइट को अंतिम रूप दिलवाने में लगे हुए थे। पर्यटन विभाग ने बिल पट्टियां को विभाग की नई राहें नई मंजिलें योजना में शामिल किया है। इसे योजना के तहत विकसित किया जाएगा। सरकार ने प्रदेश के अनछुए पर्यटक स्थलों को विश्व मानचित्र पर लाने के लिए 2018-19 में योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत मंडी, शिमला व बीड़ बिलिंग में कार्य हो रहे हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के संयुक्त निदेशक डाक्टर सुरिंद्र ठाकुर का कहना है बिल पट्टियां पैराग्लाइडिंग साइट खूबसूरत है व जल्द विश्व मानचित्र पर आएगी। इस साइट तक पहुंचने के लिए सड़क, पार्किंग व अन्य जरूरी कार्य जल्द किए जाएंगे। साइट की रिपोर्ट पर्यटन विभाग को सौंप दी है, जो फाइनल है।
जिला पर्यटन अधिकारी रवि धीमान का मानना है कि यह पैराग्लाइडिंग साइट ही नहीं बल्कि पर्यटन का खजाना है। इस साइट पर देरी से नजर पड़ी है। ऐसी साइट देखकर ही हर कोई प्रभावित होगा। साइट के पीछे धौलाधार पहाड़ व सामने ब्यास नदी की बहती धारा इसकी सुंदरता को चार चांद लगा रहे हैं। यह सुरक्षित साइट है।
इस निर्णय से ज्वालामुखी में खुशी की लहर है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इससे इलाके में रोजगार के अवसर बढेंगे। पर्यटन विभाग की ओर से फकेड व हिरण के लिये राशी मंजूर करने के लिये मंडल कांग्रेस अध्यक्ष दीपक चौहान, महिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल राणा, रीना सहोत्रा, राधा राणा , जिला परिषद सदस्य सीमा राणा , कुलदीप धीमान ने स्थानीय विधायक संजय रतन का आभार जताया है।
ज्वालामुखी , 30 मार्च ( विजयेन्दर शर्मा) । बीड़ बिलिंग की तर्ज पर बिल पट्टियां पैराग्लाइडिंग साइट विकसित होगी। इसके लिए पर्यटन विभाग ने खाका तैयार कर लिया है। पिछले दिनों से पर्यटन विभाग इसे विकसित करने के प्रयास में जुटा हुआ है। इसके लिए बाकायदा 25 लाख रूपये आधारभूत ढांचा विकसित करने के लिये मंजूर किये गये हैं। यह राशी फकेड और हिरण पंचायतों में खर्च की जायेगी।
विभाग के अधिकारी बताते हैं कि बिल पट्टियां साइट पर 24 घंटे हवा का प्रवाह एक बराबर है। यह 360 डिग्री की कमांडिंग साइट है, जहां से पैराग्लाइडर कभी भी उड़ सकता है। बेशक बिल पट्टियां नाम पैराग्लाइडिंग के लिए नया है, लेकिन जिस तरह पर्यटन विभाग ने इसे विकसित करने के लिए जिस तरह कदमताल शुरू की है उससे लगता है वह दिन दूर नहीं जब देश-विदेश के पर्यटक यहां पैराग्लाइडिंग के लिए पहुंचेंगे। गलू से पिया दा घट्टा तक तीन किलोमीटर सड़क को पक्का करने के लिए भी प्रयास शुरू हो गए हैं।
बिल पट्टियां पैराग्लाइडिंग साइट पर ऊना व हमीरपुर के पर्यटन अधिकारी रवि धीमान की नजर पहले पड़ी थी। मझीण के स्थायी निवासी होने के कारण उन्होंने इस जगह को पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दिखाया। वह पिछले अरसे से इस साइट को अंतिम रूप दिलवाने में लगे हुए थे। पर्यटन विभाग ने बिल पट्टियां को विभाग की नई राहें नई मंजिलें योजना में शामिल किया है। इसे योजना के तहत विकसित किया जाएगा। सरकार ने प्रदेश के अनछुए पर्यटक स्थलों को विश्व मानचित्र पर लाने के लिए 2018-19 में योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत मंडी, शिमला व बीड़ बिलिंग में कार्य हो रहे हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के संयुक्त निदेशक डाक्टर सुरिंद्र ठाकुर का कहना है बिल पट्टियां पैराग्लाइडिंग साइट खूबसूरत है व जल्द विश्व मानचित्र पर आएगी। इस साइट तक पहुंचने के लिए सड़क, पार्किंग व अन्य जरूरी कार्य जल्द किए जाएंगे। साइट की रिपोर्ट पर्यटन विभाग को सौंप दी है, जो फाइनल है।
जिला पर्यटन अधिकारी रवि धीमान का मानना है कि यह पैराग्लाइडिंग साइट ही नहीं बल्कि पर्यटन का खजाना है। इस साइट पर देरी से नजर पड़ी है। ऐसी साइट देखकर ही हर कोई प्रभावित होगा। साइट के पीछे धौलाधार पहाड़ व सामने ब्यास नदी की बहती धारा इसकी सुंदरता को चार चांद लगा रहे हैं। यह सुरक्षित साइट है।
इस निर्णय से ज्वालामुखी में खुशी की लहर है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इससे इलाके में रोजगार के अवसर बढेंगे। पर्यटन विभाग की ओर से फकेड व हिरण के लिये राशी मंजूर करने के लिये मंडल कांग्रेस अध्यक्ष दीपक चौहान, महिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल राणा, रीना सहोत्रा, राधा राणा , जिला परिषद सदस्य सीमा राणा , कुलदीप धीमान ने स्थानीय विधायक संजय रतन का आभार जताया है।