नूरपुर ----भारतवर्ष में अनेक महान विभूतियां अवतरित हुई हैं, जिन्होंने समाज को आध्यामिकता से जोड़कर समाज में फैली विभिन्न कुरीतियों के उन्मूलन के साथ-साथ राष्ट्र को एकसूत्र में बांधने का संदेश दिया है। यह उद्गार मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने आज नूरपुर के समीप गांव भदरोहा में संत गुरू रविदास के 634वें प्रकाशोत्वस पर आयोजित एक समारोह में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में ऋषि-मुनि एवं समाज सुधारकों के आदर्श और शिक्षाएं प्रासांगिक हैं। लोगों को इनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाकर समाज सेवा में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए। यही राष्ट्र के प्रति एक बड़ा योगदान होगा।
प्रो. धूमल ने कहा कि प्रदेश में गरीब, जरूरतमंद व्यक्तियों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए अनेक योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। इन योजनाओं का लाभ निचले स्तर पर पात्र व्यक्तियों को मिले, इसके लिये विशेष प्रभावी कदम उठाये जा रहे हंैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अनुसूचित जाति उपयोजना को 11 प्रतिशत से बढ़ाकर 24.72 प्रतिशत किया गया है। इस योजना के तहत प्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग के गरीब एवं जरूरतमंद परिवारों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के साथ-साथ अन्य विकास कार्यों पर चालू वित्त वर्ष में 742 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जा रही है। गरीब लोगों को आवास सुविधा उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत अटल आवास एवं इन्दिरा आवास योजना के तहत 48500 रूपये की राशि प्रति परिवार अनुदान के रूप में प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने गुरू रविदास ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे नशामुक्ति केन्द्र के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान युवा पीढ़ी विभिन्न प्रकार के नशों का शिकार बन रही है जो चिन्ता का विषय है। युवा पीढ़ी को विभिन्न प्रकार के व्यसनों से दूर रखने व स्वस्थ समाज का निर्माण करने के लिए सरकार द्वारा भी अनके कार्यक्रम चलाये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पंचरूखी निवासी राजेन्द्र कुमार द्वारा तैयार की गई संत गुरू रविदास के भजनों की सीडी का विमोचन भी किया।
समारोह में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्रीमती सरवीण चैधरी, विधायक श्री राकेश पठानिया, विधायक श्री देसराज, पूर्व मंत्री श्री हरबंस राणा, उपायुक्त कांगड़ा श्री आर.एस. गुप्ता तथा भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
उन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में ऋषि-मुनि एवं समाज सुधारकों के आदर्श और शिक्षाएं प्रासांगिक हैं। लोगों को इनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाकर समाज सेवा में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए। यही राष्ट्र के प्रति एक बड़ा योगदान होगा।
प्रो. धूमल ने कहा कि प्रदेश में गरीब, जरूरतमंद व्यक्तियों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए अनेक योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। इन योजनाओं का लाभ निचले स्तर पर पात्र व्यक्तियों को मिले, इसके लिये विशेष प्रभावी कदम उठाये जा रहे हंैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अनुसूचित जाति उपयोजना को 11 प्रतिशत से बढ़ाकर 24.72 प्रतिशत किया गया है। इस योजना के तहत प्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग के गरीब एवं जरूरतमंद परिवारों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के साथ-साथ अन्य विकास कार्यों पर चालू वित्त वर्ष में 742 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जा रही है। गरीब लोगों को आवास सुविधा उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत अटल आवास एवं इन्दिरा आवास योजना के तहत 48500 रूपये की राशि प्रति परिवार अनुदान के रूप में प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने गुरू रविदास ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे नशामुक्ति केन्द्र के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान युवा पीढ़ी विभिन्न प्रकार के नशों का शिकार बन रही है जो चिन्ता का विषय है। युवा पीढ़ी को विभिन्न प्रकार के व्यसनों से दूर रखने व स्वस्थ समाज का निर्माण करने के लिए सरकार द्वारा भी अनके कार्यक्रम चलाये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पंचरूखी निवासी राजेन्द्र कुमार द्वारा तैयार की गई संत गुरू रविदास के भजनों की सीडी का विमोचन भी किया।
समारोह में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्रीमती सरवीण चैधरी, विधायक श्री राकेश पठानिया, विधायक श्री देसराज, पूर्व मंत्री श्री हरबंस राणा, उपायुक्त कांगड़ा श्री आर.एस. गुप्ता तथा भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।