दूसरे दिन अस्पताल में स्थानीय पुलिस ने एक बार फिर छापा मार कर भारी मात्रा में दवाओं को बरामद किया।
ज्वालामुखी,19 मार्च (बिजेन्दर शर्मा) । ज्वालामुखी अस्पताल में आज उस समय फिर बवाल खडा हो गया जब आज दूसरे दिन अस्पताल के पीछे स्थानीय पुलिस ने एक बार फिर छापा मार कर भारी मात्रा में दवाओं को बरामद किया। गौरतलब है कि बीते कल भी ज्वालामुखी में पुलिस ने दवाओं को बरामद किया था। सारे मामले में अस्पताल में खुली सिविल सप्लाई की दुकान की कार्यप्रणाली शक के दायरे में आ गई है। ज्वालामुखी के बी एम ओ बी एम शर्मा ने आज यहां माना कि जो भी दवायें दो दिन में पुलिस ने बरामद की हैं, वह अस्पताल की नहीं हैं लेकिन बकौल उनके हो सकता है कि यह दुकानदार की हों इसकी जांच चल रही है। काबिले गौर है कि आज सुबह स्थानीय पुलिस को सूचना मिली कि अस्पताल परिसर में डिब्बों में बंद दवायें पडी हैं। अतिरिक्त थाना प्रभारी बी.के.जसवाल ,ए.एस.आई.रफो राम व पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुये छापा मारा व दवाओं को बरामद कर लिया, आरभ्ंिाक अनुमान के मुताबिक करीब एक लाख रूपये की यह दवायें हैं। जिनमें कुछ नशे के लिये भी इस्तेमाल होती हैं। हैरानी का विषय है कि जो दवायें पकडीं गई, उनका कोई वारिस ही नहीं बन रहा। तमाम वारदात व घटनास्थल के तमाम सबूत अस्पताल में ही हाल में सिविल सप्लाई की ओर से खुली दुकान को शक के दायरे में ला रहे हैं। लेकिन इस सबके बावजूद पुलिस इस ओर जांच को नहीं ले जा पा रही। ताकि यह दुकानदार बचा रहे। बताया जा रहा है कि प्रदेश के एक कबीना का यह दुकानदार खास चहेता है। आज भी लोगों के भारी दवाब के बाद धर्मशाला से सिविल सप्लाई के क्षेत्रिय प्रबंधक तोमर ने इस दुकान को चैक किया। इस बीच ज्वालामुखी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनीश सूद ने कहा कि उनकी बात साबित हो गई है कि अस्पताल में दवाओं का अवैध कारोबार हो रहा है। उन्होंने हैरानी जतायी कि बडी मात्रा में नशीली दवाओं सहित दूसरी दवाओं का जखीरा अस्पताल परिसर में बरामद हो रहा है। लेकिन पुलिस दोषी को नहीं पकड रही। उन्होंने कहा कि जाहिर तौर पर डाक्टरों की मिलिभगत के साथ अस्पताल में जेनरिक दवाओं को लाया जा रहा था। व उन्हें बेच कर गरीब मरीजों को लूटा जा रहा था। लेकिन सब अनदेखा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस को डरग निरिक्षक को बुलाकर दवाओं को बरामद कराना था। वहीं जांच इस बात की भी होनी चाहिये कि यह दवायें अंदर आयीं कैसे। उन्होंने प्रदेश के स्वास्थय मंत्री राजीव बिंदल से इस मामले की जांच कराने की मांग करते हुये दलील दी कि ज्वालामुखी के बी एम बो व डाक्टर भी अपनी जिम्मेवारी से नहीं बच सकते। इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गौतम ने पत्रकारों को संबोधित करते हुये सिविल सप्लाई के प्रबंध निदेशक पदम सिंह चौहान से मामले की जांच की मांग है। खाद्य आपूर्ती मंत्री रमेश ध्वाला ने कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी ताकि लोगों का स्वास्थय केन्द्रों से विश्वास न उठ जाए क्योंकि लोगों में भी इस घटना का बुरा प्रभाव पढ़ रहा है ।
डी एस पी देहरा परस राम ने कहा कि मामले की बारीकी से जांच की जाएगी दोषी कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों बख्शे नहीं जाएंगे। इस संदर्भ में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सी डोगरा ने कहा कि इस मामले की उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है परंतु इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होगी जो भी दोषी पाया जाता है उसके विरूद्व कार्यवाही होगी। उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ जानकारियां मिली हैं परंतु अभी कुछ भी सपष्टï नहीं है जब तस्वीर सामने आएगी तो सबको पता चल जाएगा। ज्वालामुखी अस्पताल मेंं आज जो दवाईयों का जखीरा मिला है उसमें एस्पाईर लाईफसाईंस व बायोफर लाईफसाईंस कंपनी की दवाईयां मिली है जिनमें सिरप एस ओ जायन की 26 शीशी ,रिपकल सिरप की 26 शीशी,ओफर गोलियां 400,लेकैफ सी वी 200गोलियां ,कोल्डफर 800 गोलियां,एनसेफ 200 की 400 गोलियां, एस्पेन डी की 300 गोलियां,टेंफर की 200 गोलियां,एस्पैन की 200 गोलियां,एस्पिरन की 40 गोलियां,व अन्य कुछ और भी दवाईयां बरामद हुई हैँ ।
ज्वालामुखी,19 मार्च (बिजेन्दर शर्मा) । वरिष्ठ कांग्रेस नेता नगरोटा बगवां के विधायक जी एस बाली ने े ज्वालामुखी अस्पताल में भारी मात्रा में दवाओं की बरामदगी की घटना पर हैरानी जताते हुये प्रदेश सरकार से मामले की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ज्वालामुखी हल्के की नुमाईंदगी प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रमेश धवाला कर रहे हैं व उन्हीं के इलाके में अस्पताल में लावारिस दवाओं का मिलना व अस्पताल में सिविल सप्लाई की दुकान का शक के दायरे में आना कोई साधारण घटना नहीं है। प्रदेश सरकार को समस्त मामले की जांच करनी चाहिये। ताकि सच्चाई सामने आये। बाली ने कहा कि वह पहले भी कहते आ रहे हैं कि प्रदेश में दवाओं का अवैध कारोबार हो रहा है। बद्ी से भी बडी मात्रा में नामी कंपनियों की दवाओं की चोरी हो चुकी है। लेकिन चोर अभी तक पकडे नहीं जा सके हैं।
फोटो कैप्शन ज्वालामुखी
समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ज्वालामुखी में लावारिस मिली दवाईयों का निरीक्षण करते पुलिस अधिकारी व चिकित्सक