तेलंगाना : हड़ताल 33वें दिन जारी, वार्ता विफल
हैदराबाद, 15 अक्टूबर । आंध्र प्रदेश में पृथक तेलंगाना राज्य की मांग को लेकर चल ही जन हड़ताल शनिवार को 33वें दिन भी जारी रही। तीन दिवसीय रेल रोको अभियान भी शनिवार से शुरू किया गया जिससे रेल सेवा ठप्प होने की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ। उधर, तेलंगाना क्षेत्र के सरकारी कर्मचारियों और सरकार के बीच दूसरे दौर की बातचीत विफल हो गई है।
तीन दिवसीय रेल रोको अभियान को देखते हुए रेलवे की ओर से पहले ही 136 रेलगाड़ियां स्थगित कर दी गई हैं। लेकिन स्थिति का आकलन करने के प्रयास के तहत तेलंगाना क्षेत्र में 20 एक्सप्रेस तथा कुछ पैसेंजर रेलगाड़ियां समय पर चलाई गईं।
पुलिस ने शनिवार को समूचे क्षेत्र में सांसदों, विधायकों सहित दर्जनों नेताओं एवं सैकड़ों कार्यकार्ताओं को गिरफ्तार किया। पुलिस और प्रदर्शनकाररियों के बीच झड़प के कारण कुछ स्थानों पर स्थिति तनावपूर्ण रही। रेलवे की सम्पत्ति की सुरक्षा के लिए राज्य और केंद्रीय बल के जवान बड़ी संख्या में तैनात किए गए हैं।
इस बीच, रेलवे और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने हैदराबाद सहित तेलंगाना क्षेत्र के 10 राज्यों का हवाई सर्वेक्षण किया। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के अतिरिक्त महानिदेशक वी.एस.के. कौमुदी तथा वरिष्ठ अधिकारियों ने एक हेलीकॉप्टर के जरिए हैदराबाद से काजीपेत तक रेल पटरियों का मुआयना किया।
पुलिसकर्मियों ने रेल पटरियों पर बैठे प्रदर्शनकारियों को पहचानने के लिए शक्तिशाली कैमरों की मदद से तस्वीरें खीचीं। नेताओं और कार्यकर्ताओं में से कुछ को एहतियातन गिरफ्तार किया गया तो कुछ को रेल पटरियों की ओर जाने से रोकने के लिए या तो नजरबंद किया गया या गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार किए गए सांसदों में कांग्रेस की पूनम प्रभाकर, राजैया, जी. विवेक, मंडा जगन्नाथम, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की विजयाशांति तथा टीआरएस विधायक तारक रामाराव एवं हरीश राव शामिल हैं।
टीआरएस की सांस्कृतिक इकाई तेलंगाना जागृति की नेता के. कविता को पुलिस ने रेलवे अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर हैदराबाद के माउला अली के निकट रेलमार्ग को अवरुद्ध कर दिया था।
टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव की बेटी कविता को पुलिस गिरफ्तार कर केसारा पुलिस थाने ले गई। राव के बेटे और विधायक के. तारक रामाराव को भी तेलंगाना राष्ट्र समिति (जेएसी) के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ सिकंदराबाद में सीताफल मंडी से गिरफ्तार कर लिया गया। ये लोग रेल रोको अभियान में हिस्सा लेने जा रहे थे।
टीआरएस नेताओं ने सरकार को चेतावनी दी है कि आंदोलन में भाग लेने वाले लोगों के खिलाफ यदि पुलिस कार्रवाई की गई तो इसके गम्भीर परिणाम भुगतने होंगे।
हैदराबाद के पुलिस आयुक्त ए.के. खान ने कहा कि 49 लोग गिरफ्तार किए गए हैं और इन सभी के खिलाफ रेल कानून एवं भारतीय दंड संहिता के तहत 62 मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार लोगों को अदालत में पेश किया जाएगा।
इसी तरह साइबराबाद में भी 53 लोगों को गिरफ्तार किया गया। यहां की पुलिस आयुक्त तिरुमाला राव ने कहा कि इन सभी के खिलाफ रेल कानून के तहत मामले दर्ज किए गए।
राज्य पुलिस और रेलवे ने प्रदर्शनकारियों को आगाह करते हुए कहा है कि रेलगाड़ियों को रोकने पर उन्हें रेलवे अधिनयम के तहत गिरफ्तार कर लिया जाएगा। राज्य के पुलिस महानिदेशक दिनेश रेड्डी ने कहा है कि रेलवे अधिनियम के तहत की गई गिरफ्तारी में उम्रकैद की सजा भी हो सकती है।
उधर, पृथक तेलंगाना राज्य की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए तेलंगाना क्षेत्र के सरकारी कर्मचारियों और सरकार के बीच दूसरे दौर की बातचीत विफल हो गई है।
तेलंगाना कर्मचारी संयुक्त कार्रवाई समिति (टीईजेएसी) और राज्य कैबिनेट की उप समिति के बीच शनिवार को दूसरे दौर की बातचीत भी विफल हो गई।
इस बीच सरकार ने दावा किया है कि बातचीत में कुछ प्रगति हुई है, जबकि टीईजेएसी नेताओं ने हड़ताल वापस लेने से इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि केंद्र सरकार पृथक तेलंगाना राज्य के गठन को लेकर जब तक एक कार्ययोजना की घोषणा नहीं करती, हड़ताल जारी रहेगी।
टीईजेएसी के नेताओं ने सरकार पर गलत बयानबाजी कर कर्मचारियों को बांटने का आरोप लगाया।
टीईजेएसी के नेता स्वामी गौड़ ने संवाददाताओं से कहा, "हमारी मांग केवल पृथक तेलंगाना राज्य के गठन को लेकर है। यदि सरकार हमारे खिलाफ गलत मामले दर्ज करती है या हमें सेवामुक्त करती है, तो हम अपनी हड़ताल वापस नहीं लेंगे।"
एक अन्य नेता श्रीनिवास गौड़ ने आरोप लगाया कि सरकार झूठे दावे कर रही है कि कर्मचारी हड़ताल वापस लेने को राजी हो गए हैं। उन्होंने कहा, "हमने बातचीत के लिए कुछ शर्ते रखी हैं लेकिन सरकार उन्हें मांगें बता रही है जबकि हमारी मांग केवल पृथक तेलंगाना राज्य के गठन की है।"
टीईजेएसी नेता श्रीनिवास ने कहा कि सरकार हमारी मांगों पर विचार करने के लिए तैयार है।