नई दिल्ली, 21 अक्टूबर । देश के सबसे बड़ी जेल तिहाड़ में इस समय रौनक छायी हुई है। खासकर उप कारावास संख्या-2 के कैदी दीवाली के मौके पर बाजारों के लिए तरह-तरह के बिस्कुट, नान खटाई और नमकीन तैयार करने में जुटे हुए हैं।
तिहाड़ जेल के प्रवक्ता सुनील गुप्ता ने आईएएनएस को बताया कि उत्पादों की दो किस्में तैयार की गई हैं और इनकी कीमत नामी-गिरामी ब्रांडों से काफी कम है। इसके अलावा 'तिहाड़ जेल ब्रांड' के नाम से मोमबत्ती और दीया भी बेचा जा रहा है।
उन्होंने कहा, "तिहाड़ जेल ने पहली बार दीवाली उपहार पैकटों को तैयार कराया है। इन उपहार पैकटों को कैदियों ने विशेष तौर पर बनाया है।"
उन्होंने बताया कि तीन तरह के बिस्कुट और नान खटाई के एक किलोग्राम पैकेट का दाम जहां 150 रुपये है वहीं चार प्रकार के नमकीनों के 750 ग्राम पैकेट का मूल्य 115 रुपये है।
इन सामाग्रियों के स्वाद को सबसे पहले चखने वाला कोई और नहीं बल्कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह हैं।
एक 'स्पाइस यूनिट' का उद्घाटन करने जेल के दौरे पर आए सिंह ने कहा, "कैदियों द्वारा बनाए गए उत्पाद बहुत ही स्वादिष्ट हैं। मैंने इसकी कल्पना भी नहीं की था कि इतने स्वादिष्ट बिस्कुट इस जेल में बने हैं। यह जानकर दिल छू जाता है कि कैदी इतना महान कौशल जानते हैं। अन्य जेल भी ऐसी प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।"
बाजारों में मिलावटी मिठाइयों की बिक्री को ध्यान में रखते हुए जेल के अधिकारी तिहाड़ जेल में बनने वाली मिठाइयों की गुणवत्ता और साफ-सफाई पर काफी ध्यान दे रहे हैं।
गुप्ता ने कहा, "जेल में बनाई गई इन सामाग्रियों की गुणवत्ता के बारे में शंका की कोई गुंजाइश ही नहीं है क्योंकि इनकी गुणवत्ता और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया है।"
तिहाड़ जेल के महानिदेशक नीरज कुमार ने आईएएनएस को बताया, "उत्पादों के पैकेट विभिन्न केंद्रीय भंडारों, दिल्ली पुलिस और शहर के न्यायालयों की कैंटीनों में उपलब्ध हैं।"
तिहाड़ जेल के प्रवक्ता सुनील गुप्ता ने आईएएनएस को बताया कि उत्पादों की दो किस्में तैयार की गई हैं और इनकी कीमत नामी-गिरामी ब्रांडों से काफी कम है। इसके अलावा 'तिहाड़ जेल ब्रांड' के नाम से मोमबत्ती और दीया भी बेचा जा रहा है।
उन्होंने कहा, "तिहाड़ जेल ने पहली बार दीवाली उपहार पैकटों को तैयार कराया है। इन उपहार पैकटों को कैदियों ने विशेष तौर पर बनाया है।"
उन्होंने बताया कि तीन तरह के बिस्कुट और नान खटाई के एक किलोग्राम पैकेट का दाम जहां 150 रुपये है वहीं चार प्रकार के नमकीनों के 750 ग्राम पैकेट का मूल्य 115 रुपये है।
इन सामाग्रियों के स्वाद को सबसे पहले चखने वाला कोई और नहीं बल्कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह हैं।
एक 'स्पाइस यूनिट' का उद्घाटन करने जेल के दौरे पर आए सिंह ने कहा, "कैदियों द्वारा बनाए गए उत्पाद बहुत ही स्वादिष्ट हैं। मैंने इसकी कल्पना भी नहीं की था कि इतने स्वादिष्ट बिस्कुट इस जेल में बने हैं। यह जानकर दिल छू जाता है कि कैदी इतना महान कौशल जानते हैं। अन्य जेल भी ऐसी प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।"
बाजारों में मिलावटी मिठाइयों की बिक्री को ध्यान में रखते हुए जेल के अधिकारी तिहाड़ जेल में बनने वाली मिठाइयों की गुणवत्ता और साफ-सफाई पर काफी ध्यान दे रहे हैं।
गुप्ता ने कहा, "जेल में बनाई गई इन सामाग्रियों की गुणवत्ता के बारे में शंका की कोई गुंजाइश ही नहीं है क्योंकि इनकी गुणवत्ता और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया है।"
तिहाड़ जेल के महानिदेशक नीरज कुमार ने आईएएनएस को बताया, "उत्पादों के पैकेट विभिन्न केंद्रीय भंडारों, दिल्ली पुलिस और शहर के न्यायालयों की कैंटीनों में उपलब्ध हैं।"