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आंसुओं के बीच कनिमोझी की मुस्कराने की कोशिश
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत में जैसे ही न्यायाधीश ओ.
पी. सैनी ने गुरुवार को 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले की आरोपी कनिमोझी और
सात अन्य की जमानत याचिका ठुकराई कई लोगों की आंखों में आंसू आ गए।

आंसू द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) सांसद कनिमोझी की आंखों में भी थे,
लेकिन इसे छिपाने की कोशिश करते हुए उन्होंने मुस्कराकर अपने 11 साल के
बेटे की ओर देखा।

कनिमोझी उन लोगों को देखकर भी मुस्कराईं, जो उनके लिए अदालत पहुंचे थे।
यहां तक कि बगल में बैठी अपनी मां को भी उन्होंने सांत्वना दी, जो अदालत
का फैसला आने के बाद फूट-फूट कर रो पड़ीं। मामले की सुनवाई के दौरान
कनिमोझी की मां रजथि अम्माल उनकी बगल में ही बैठी रहीं। अदालत के फैसले
ने कनिमोझी के पति अरविंदन और उनके बेटे को भी दु:खी कर दिया।

कनिमोझी और 2जी घोटाले के अन्य आरोपियों को पूर्वाह्न् 11.15 बजे पटियाला
हाउस अदालत परिसर में लाया गया। उनकी मां को जमानत मिल जाने की उम्मीद
थी। उन्होंने उम्मीदभरी नजरों से बेटी को देखा। बेटी ने उन्हें अपनी बगल
में बैठने का इशारा किया। मां-बेटी कुछ ही वक्त साथ बैठी थीं कि अदालत के
फैसले से सारा माहौल बदल गया।

डीएमके सदस्यों और रिश्तेदारों ने अदालत में बताया कि उन्हें गुरुवार का
फैसला उनके पक्ष में आने की उम्मीद थी। पार्टी के एक सदस्य ने कहा,
"डीएमके के एक सांसद ने कनिमोझी की रिहाई के लिए गांव के देवता को बाल
चढ़ाया था.. हमें उम्मीद थी कि इस बार वह घर लौटेंगी।"

कनिमोझी 20 मई से ही तिहाड़ जेल में बंद हैं। उनकी जमानत चार बार ठुकराई
जा चुकी है। उन्होंने हालांकि अपना मुस्कराता चेहरा दिखाने की कोशिश की,
लेकिन उनकी निराशा तब सामने आ गई जब वह अदालत परिसर में पत्रकारों पर बरस
पड़ीं, जो उन्हें परिवार वालों के साथ बात करते हुए देख रहे थे।

उन्होंने कहा, "आप इंसान हैं या कुछ और..? आप देख नहीं सकते कि मैं अपने
परिवार वालों से बात कर रही हूं। हमें अकेला छोड़ दें।"

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**VijyenderSharma*, Bohan Dehra Road JAWALAMUKHI-176031, Kangra HP(INDIA)*

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BIJENDER SHARMA

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