देश की सीमाओं की रक्षा के लिए हिमालय रेजीमैंट की स्थापना आवश्यक-मुख्यमंत्री


 बिजेंदर शर्मा
सुजानपुर टीहरा ---मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि पहाड़ी राज्यों के युवाओं को सेना में भर्ती होने के लिए हिमालय रैजीमेेंट की स्थापना से देश की सीमाओं की रक्षा और प्रभावशाली मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हिमालय रैजीमेंट के गठन का मामला केन्द्र सरकार से उठाया है क्योंकि हिमालय की ऊंची चोटियों पर पहाड़ी राज्यों के नौजवान ही अधिक प्रभावशाली तरीके से सीमा पर अपनी कुशलता का परिचय दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि हिमालय के उस पार से ही देश पर हमले की आशंका है जिसका मुकाबला हिमालय रैजीमेंट के गठन से ही संभव हो सकता है। 
धूमल ने स्कूल के स्थापना दिवस पर विद्यार्थियों और अध्यापकों को बधाई देते हुए कहा कि यह स्कूल प्रदेश के युवाओं को सैन्य सेवाओं के लिए तैयार करने की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि सुजानपुर का सैनिक स्कूल देश का 18वां स्कूल है और सेना के सबसे अधिक विद्यार्थी भी इसी स्कूल से हैं। उन्हांेने दो बार रक्षा मंत्रालय की ट्रॉफी जीतने के लिए स्कूल को बधाई दी और भविष्य के लिए शुभ कामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि कारगिल में ऑपरेशन विजय के दौरान प्रदेश के 52 शहीदों में से सर्वाधिक 9 बमसन विधानसभा क्षेत्र से थे। उन्होेंने कहा कि प्रदेश के युवाओं में सेना में सेवा करने का जज़्बा सराहनीय है। कारगिल में वीरता के लिए दिए गए चार परमवीर चक्रों में से 2  प्रदेश के सैनिकों ने जीते हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश ने हिमाचल के लिए रेलवे लाईन का मामला केन्द्र से उठाया है जो न केवल पर्यटन की दृष्टि से अपितु सैन्य सेवाओं में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। उन्होंने कहा कि अभी तक लद्दाख तक सैन्य सामग्री हवाई जहाज द्वारा ही ले जाई जाती है जिस पर भारी खर्च होता है। इसे रेलवे लाईन का निर्माण कर बचाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने स्कूल प्रशासन को प्रदेश सरकार की ओर से हर संभव सहयोग देने का आश्वासन देते हुए कहा कि लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी हर समय सैनिक स्कूल के भवनों आदि के निर्माण तथा रख-रखाव के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा कि सुजानपुर ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं तथा उसके ऐतिहासिक महत्व को बनाए रखने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने स्कूल पत्रिका 'हिम सैनिक' का अनावरण किया और विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में विजेता रहे विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरित किये। इनमें रावी सदन को सत्र 2011-12 के एनडीए शैक्षणिक एवं खेल प्रतिस्पर्धा में सर्वाेतम प्रदर्शन के लिए मेजर सुधीर वालिया ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। साथ ही नव स्थापित कैडेट विपुल चन्द्र मैमोरियल ट्रॉफी कैडेट अमरदीप जसवाल को दी गई। कैडेट आदित्य कुमार, कैडट अमरदीप जसवाल और कैडेट रंजीत कुमार को एनसीसी की तरफ से सेना एयर फोर्स और नेवी विंग का क्रमशः सर्वश्रेष्ठ कैडेट चुना गया। विद्यार्थियों द्वारा खेल तथा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर इस अवसर को चिरस्मरणीय बनाया गया। सैनिक स्कूल के प्रधानाचार्य ग्रुप कैप्टन सुरेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और पाठशाला की बार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने पाठशाला से संबंधित अनेक मांगों को भी प्रस्तुत किया। उन्होंने जानकारी दी कि स्कूल के विद्यार्थी सेना तथा प्रशासनिक सेवाओं में सेवारत हैं। यह स्कूल देश के सैनिक स्कूलों में 7वें नंबर पर है।कैडेट सुधांशु शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।विधायक श्रीमती उर्मिल ठाकुर, श्री प्यारे लाल शर्मा अध्यक्ष एपीएमसी, श्रीमती सरला शर्मा, अध्यक्ष जिला परिषद, श्री देस राज शर्मा, अध्यक्ष जिला हमीरपुर भाजपा, श्री राजेन्द्र सिंह, उपायुक्त, श्री कुलदीप शर्मा, पुलिस अधीक्षक, ब्रिगेडियर दीपक अरोड़ा, अन्य सैन्य तथा प्रशासनिक अधिकारियों सहित क्षेत्र के अन्य गणमान्य लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।


BIJENDER SHARMA

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