प्राकृतिक स्त्रोंतो के संरक्षरण एवं संवर्धन पर दिया जा रहा विशेष बल


प्राकृतिक स्त्रोंतो के संरक्षरण एवं संवर्धन पर दिया जा रहा विशेष बल
धर्मशाला, 23 जून (विजयेन्दर शर्मा) - एकीकृत जन प्रबन्धन के माध्यम से जल सुरक्षा पर एक पायलट कार्यक्रम की बैठक गौरी कुमार, पूर्व सचिव, भारत सरकार की अध्यक्षता में जिला ग्रामीण विकास प्राधिकरण के सभागार में आयोजित की गई। इस बैठक में पेयजल स्त्रोतों के संरक्षण, संवर्धन एवं इनके प्रबन्धन में जन भागीदारी बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया गया। यह कार्यक्रम परीक्षण के आधार पर कांगड़ा, मण्डी, बिलासपुर एवं सोलन जिलों में क्रियान्वित किया जा रहा है।
    उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में विकास खण्ड धर्मशाला की ग्राम पंचयत टंग, अंदराड़ एवं नरवाना खास के 5 गावों में इस कार्यक्रम को कॉर्ड सिद्धबाड़ी द्वारा चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के संदर्भ में कॉर्ड संस्था के मुख्य कार्यकारी नरेन्द्र पॉल ने कार्यक्रम की जा चुकी गतिविधियों से सम्बन्धित अपना प्रेजेंटेशन किया। यह कार्यक्रम वन, कृषि, ग्रामीण विकास, जल शक्ति इत्यादि विभागों के सामूहिक प्रयासों के साथ क्रियान्वित किया जा रहा है जिसमें पेयजल स्त्रोंतो के पुनरोद्धार के लिए सामूहिक प्रयास किए जा रहे हैं।
    इस बैठक में परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण सोनू गोयल, खण्ड विकास अधिकारी अभिनीत कत्याइन, डीएफओ संजीव शर्मा, एसडीओ जन शक्ति विभाग संदीप गुलेरिया भी उपस्थित रहे।
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BIJENDER SHARMA

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