**दीपक शर्मा बोले- कांग्रेस द्वारा लगाए आरोपों की हुई पुष्टि**
कांगड़ा , 10 जून (विजयेन्दर शर्मा) । करोना संकटकाल में भाजपा का एक और भ्र्ष्टाचार का मामला जिस तरह से उजागर हुआ है उससे सरकार का भृष्ट चेहरा सामने आ गया है।यह प्रतिक्रिया प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज मीडिया को दी।उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कहती आ रही है कि करोना संकटकाल में भाजपा सरकार ने बड़े पैमाने पर भ्र्ष्टाचार किया है।भाजपा कार्यकर्ता द्वारा ही एक चिट्ठी जो कि भाजपा आलाकमान को लिखी गई है, सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कांग्रेस के आरोपों की पुष्टि हो गई है।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इन आरोपों के बाद कथित आरोपों से सम्वन्धित मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए और जयराम सरकार को इस मामले की उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच करवानी चाहिए।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आपदा के समय में भाजपा सरकार द्वारा बड़े स्तर पर भ्र्ष्टाचार करने की चर्चाएं आम हैं।जिस तरह से स्वास्थ,कृषि,बागवानी आदि विभागों में भ्र्ष्टाचार हुआ है उसका खुलासा होने चाहिए।उन्होंने कहा कि आपदा को लूट का साधन बनाने वाले बेनकाब होने चाहिए।कांग्रेस नेता ने कहा कि करोना की प्रथम लहर में भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष को तथाकथित भ्र्ष्टाचार के मामले में इस्तीफा देना पड़ा था और स्वास्थ निर्देशक सीडी में कमीशन का मोल भाव करते सुने गए जिसके चलते निर्देशक को जेल जाना पड़ा।करोना की दूसरी लहर में अब स्वास्थ मंत्री पर तथाकथित आरोप लगे हैं।दीपक शर्मा ने कहा कि अब बारी मंत्री की है।उन्होंने कहा कि मानवता पर आए संकट में भी भाजपा धन कमाई में डटी रही।यह भाजपा के दोहरे चरित्र को दर्शाता है।कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस मामले पर चुप नहीं बैठेगी और जबतक भृष्टाचारी बेनकाब नहीं होते कांग्रेस आंदोलन करेगी और जनता में भाजपा के भृष्ट चेहरे को बेनकाब करेगी।उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकाल में जिस तरह से हर विभाग में भ्र्ष्टाचार के चर्चे हैं उसको देखते हुए अगर निष्पक्ष जांच करवाई जाए तो भाजपा का पूरा मंत्रिमंडल कटघरे में होगा।दीपक शर्मा ने कहा कि इस सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।सरकार नैतिक दायित्व खो चुकि है।
**हमीरपुर में पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार निन्दनीय**
हमीरपुर मेडिकल कालेज में गत दिन जिस तरह से अस्पताल प्रशासन द्वारा मीडिया बंधुओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया उसकी कांग्रेस पार्टी कड़े शब्दों में निंदा करती है।कोविड काल में पत्रकार भी फ्रंटलाइन योद्धा हैं और अपनी जान पर खेल कर समाज को आवश्यक सूचनाएं उपलब्ध करवा रहे हैं।इनके साथ इस तरह का दुर्व्यवहार शर्मनाक है।सरकार दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करे।यह स्वतंत्र पत्रकारिता के ऊपर अंकुश लगाने का कुप्रयास है।जिसे सहन नहीं किया जा सकता।