प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता श्री चिंतपूर्णी में श्रावण अष्टमी मेले का आयोजन कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए 9 से 16 अगस्त 2021 तक किया जाएगा। मेले के सफल आयोजन को लेकर आज अतिरिक्त उपायुक्त ऊना डॉ. अमित कुमार शर्मा की अध्यक्षता में यात्री सदन भरवाईं में एक बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक के दौरान एडीसी ने कहा कि कोरोना वायरस अभी पूरी तरह से गया नहीं है तथा अभी भी महामारी की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में श्रावण अष्टमी मेला के दौरान मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड नियमों का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि मेला के दौरान निजी लंगर लगाने, नारियल चढ़ाए, मोली बांधने, ढ़ोल नगाडे, लाउडस्पीकर व चिमटा इत्यादि बजाने के अतिरिक्त प्लास्टिक व थर्मोकोल का इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
डॉ. अमित कुमार शर्मा ने कहा कि मेले के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेला क्षेत्र को नौ सैक्टरों में बांटा जाएगा। सुरक्षा एवं श्रद्वालुओं में उचित दूरी बनाए रखने के दृष्टिगत एक हजार पुलिस व होमगार्ड के जवानों सहित त्वरित कार्यबल की टीमें तैनात रहेगी तथा कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए पुलिस का एक कमांडो दस्ता आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए गठित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान डॉग स्क्वायड का प्रबंध भी किया जाएगा।
एडीसी ने बताया कि मेले के दौरान सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह अस्थाई शौचालय बनाए जाएंगे तथा ट्रैफिक की समस्या से निपटने के लिए रिकवरी वैन तैनात की जाएगी। भीख मांगने वाले भिखारियों पर भी नजर रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा अतिरिक्त बसें भी चलाई जाएंगी। मेले के दौरान श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के लिए विभिन्न स्थानों पर एलोपैथिक तथा आयुर्वैदिक कैंप स्थापित किए जाएंगे। किसी भी आपदा अथवा आग इत्यादि की घटना से निपटने के लिए अग्निशमन वाहन भी तैनात रहेंगें। मेला अवधि के दौरान श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की उचित सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
उन्होने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मेला शुरू होने से पूर्व सड़कों की व्यवस्था को भी दुरूस्त करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बैठक के दौरान सभी विभागीय अधिकारियों से मेले के सफल आयोजन के लिए अपना हरसंभव सहयोग प्रदान करने की अपील भी की।
बैठक में एसडीएम अंब मनेश यादव, डीएसपी अंब सृष्टि पांडे, एसएचओ आशीष पठानिया तथा मंदिर अधिकारी अभिषेक भास्कर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व मंदिर क्षेत्र की पंचायतों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।