प्रदेश सरकार महिलाओं के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध - सरवीन चौधरी
बेटियों के विवाह पर शगुन योजना के तहत 50 करोड़ का प्रावधान
रैत में 73 लाभर्थियों को शगुन व बेटी अनमोल योजना के अंतर्गत बांटे लगभग 28 लाख के चेक व एफडी
बसनूर छिंज मेले में शिरकत कर खिलाड़ियों का बढ़ाया मनोबल
धर्मशाला, 19 मार्च ( विजयेन्दर शर्मा) ।- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीन चौधरी ने कहा कि महिलाओं का सामजिक, आर्थिक उत्थान तथा उन्हें विकास के समान अवसर प्रदान करना सरकार की उच्च प्राथमिकता है। प्रदेश के विकास में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित बनाने के लिए महिला कल्याण व उत्थान योजनाओं को सुद्ढ़ करने के साथ-साथ अनेक नई योजनाएं चलाई गई हैं।
सरवीन चौधरी आज शनिवार को कल्याण भवन रैत में शगुन योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना तथा बेटी है अनमोल योजना के तहत लाभार्थियों को राहत राशि के चेक वितरित करने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए बोल रही थीं। इस कार्यक्रम में शगुन योजना के 73 लाभार्थियों को 22,63,000 रुपए बेटी है अनमोल योजना में 28 बेटियों को 5,16,000 रुपए 18 साल के लिए एफडी के रूप में कुल 27,79,000 रुपये प्रदान किए जा रहे हैं।
सरवीण ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत बाल विकास परियोजना रैत में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में पहली गर्भावस्था पर 718 महिलाओं को पूर्ण 29,82,000 रुपए, बेटी है अनमोल योजना के तहत 81 बेटियों को 13,73,000 रुपये 18 साल के लिए एफडी के रूप में, मदर टेरेसा असहाय मातृ सम्बल योजना में 18 वर्ष आयु तक लगतार प्रति बच्चा 6000 सालाना, विधवा हुई महिलाओं के 407 बच्चों को 11,90,734 रुपये, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में 52 गरीब एवं बेसहारा कन्या की शादी के लिए 26,52,000 रुपये, मुख्यमंत्री शगुन योजना में 177 गरीब एवं बेसहारा कन्याओं की शादी के लिए 54,87,000 रुपये, विधवा पुनर्विवाह योजना के अंतर्गत तीन विधवा महिला को पुनः शादी करने पर 1,50,000 रुपये के वित्तीय लाभ प्रदान किये गए। लगभग 660 गर्भवती व 770 दूध पिलाने वाली माताओं तथा 5947 बच्चों को प्रतिमाह पूरक पोषाहार प्रदान किया जा रहा है। सशक्त महिला योजना के अंतर्गत 54 पंचायतों में सशक्त महिला केंद्र स्थापित कर विभिन्न विभागों के सामंजस्य से महिलाओं को सामाजिक व आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सभी विभागों की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि पोषण अभियान के अंतर्गत लोगों में पोषण व्यवहारों में बदलाव लाने के लिए गांव स्तर पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सभी 54 पंचायतों में 282 आंगनबाड़ी केंद्रों में लगभग 60 हजार लोगों तक पहुंच बनाई है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत विभागीय गतिविधियों के माध्यम से लोगों में जागरूकता लाने के लिए 54 पंचायतों में लगभग 200 गतिविधियां की गई। वो दिन स्कीम के अंतर्गत खंड रैत में 6822 लोगों को चिन्हित कर योजना को शुरू किया गया है जिसमें महिलाओं, किशोरियों एवं किशोरों में मेन्सट्रल हाइजीन पर स्कूल व पंचायत स्तर पर बैठकों एवं कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अभी हाल ही में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मासिक मानदेय को 9000 रुपये, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 6100, आंगनबाड़ी सहायिका को 4700 रुपये, आशा वर्कर्स को 4700 रुपये, सिलाई अध्यापिकाओं को 7950 रुपये, मिड डे मील वर्कर्स को 3500 रुपये तथा वाटर कैरियर शिक्षा विभाग 3900 रुपये प्रतिमाह किया है।
उन्होंने कहा कि 61 से 125 यूनिट की खपत पर उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट एक रुपये की रियायती दर पर सस्ती बिजली प्रदान की जाएगी जिससे 7 लाख से अधिक घरेलू उपभोगता लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा को बिना किसी आय सीमा के सभी के लिए 60 वर्ष कर दिया है। उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था पेंशन योजनाओं से अब तक 7.50 लाख लोग लाभान्वित होंगे और इन योजनाओं पर 1300 करोड़ रुपये व्यय जाएंगे। उन्होंने कहा कि हिमकेयर योजना का लाभ उठाने के लिए अब वर्षभर पंजीकरण किया जा सकेगा और तीन वर्षों के पश्चात इसका नवीकरण किया जा सकेगा।
इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने रैत में लोगों की समस्याओं को सुना अधिकतर समस्याओं का मौके पर निपटारा कर दिया और शेष समस्याओं के समाधान के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये ।
इस अवसर पर अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभा विजय कुमार वर्मा, एसडीओ बलबीत, प्रधान ग्राम पंचायत लदवाड़ा योग राज चड्ढा, सीडीपीओ रैत अशोक शर्मा, राकेश तथा काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।
इसके उपरांत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने बसनूर छिंज मेले में शिरकत की।
उन्होंने भट्ठा छिंज कमेटी बसनूर को 31000 रुपए और मेला अखाड़े के लिए 6 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने छिंज मेले में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को नकद राशि देकर पुरस्कृत किया।
इससे पहले मेला कमेटी के प्रधान अमर नाथ सिंह ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री का स्वागत किया और मेले के आयोजन सम्बन्धी जानकारी दी।
इस मौके पर प्रधान ग्राम पंचायत बसनूर उषा देवी, उप प्रधान केवल सिंह, मेला कमेटी के सदस्य हरनाम सिंह, हरि सिंह, बागड़ू पंचायत प्रधान प्रकाश चंद, पूर्व पूर्व बीडीसी अशवनी चौधरी, देसराज, ओम राज सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
-0-
सरवीण ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत बाल विकास परियोजना रैत में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में पहली गर्भावस्था पर 718 महिलाओं को पूर्ण 29,82,000 रुपए, बेटी है अनमोल योजना के तहत 81 बेटियों को 13,73,000 रुपये 18 साल के लिए एफडी के रूप में, मदर टेरेसा असहाय मातृ सम्बल योजना में 18 वर्ष आयु तक लगतार प्रति बच्चा 6000 सालाना, विधवा हुई महिलाओं के 407 बच्चों को 11,90,734 रुपये, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में 52 गरीब एवं बेसहारा कन्या की शादी के लिए 26,52,000 रुपये, मुख्यमंत्री शगुन योजना में 177 गरीब एवं बेसहारा कन्याओं की शादी के लिए 54,87,000 रुपये, विधवा पुनर्विवाह योजना के अंतर्गत तीन विधवा महिला को पुनः शादी करने पर 1,50,000 रुपये के वित्तीय लाभ प्रदान किये गए। लगभग 660 गर्भवती व 770 दूध पिलाने वाली माताओं तथा 5947 बच्चों को प्रतिमाह पूरक पोषाहार प्रदान किया जा रहा है। सशक्त महिला योजना के अंतर्गत 54 पंचायतों में सशक्त महिला केंद्र स्थापित कर विभिन्न विभागों के सामंजस्य से महिलाओं को सामाजिक व आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सभी विभागों की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि पोषण अभियान के अंतर्गत लोगों में पोषण व्यवहारों में बदलाव लाने के लिए गांव स्तर पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सभी 54 पंचायतों में 282 आंगनबाड़ी केंद्रों में लगभग 60 हजार लोगों तक पहुंच बनाई है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत विभागीय गतिविधियों के माध्यम से लोगों में जागरूकता लाने के लिए 54 पंचायतों में लगभग 200 गतिविधियां की गई। वो दिन स्कीम के अंतर्गत खंड रैत में 6822 लोगों को चिन्हित कर योजना को शुरू किया गया है जिसमें महिलाओं, किशोरियों एवं किशोरों में मेन्सट्रल हाइजीन पर स्कूल व पंचायत स्तर पर बैठकों एवं कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अभी हाल ही में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मासिक मानदेय को 9000 रुपये, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 6100, आंगनबाड़ी सहायिका को 4700 रुपये, आशा वर्कर्स को 4700 रुपये, सिलाई अध्यापिकाओं को 7950 रुपये, मिड डे मील वर्कर्स को 3500 रुपये तथा वाटर कैरियर शिक्षा विभाग 3900 रुपये प्रतिमाह किया है।
उन्होंने कहा कि 61 से 125 यूनिट की खपत पर उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट एक रुपये की रियायती दर पर सस्ती बिजली प्रदान की जाएगी जिससे 7 लाख से अधिक घरेलू उपभोगता लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा को बिना किसी आय सीमा के सभी के लिए 60 वर्ष कर दिया है। उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था पेंशन योजनाओं से अब तक 7.50 लाख लोग लाभान्वित होंगे और इन योजनाओं पर 1300 करोड़ रुपये व्यय जाएंगे। उन्होंने कहा कि हिमकेयर योजना का लाभ उठाने के लिए अब वर्षभर पंजीकरण किया जा सकेगा और तीन वर्षों के पश्चात इसका नवीकरण किया जा सकेगा।
इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने रैत में लोगों की समस्याओं को सुना अधिकतर समस्याओं का मौके पर निपटारा कर दिया और शेष समस्याओं के समाधान के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये ।
इस अवसर पर अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभा विजय कुमार वर्मा, एसडीओ बलबीत, प्रधान ग्राम पंचायत लदवाड़ा योग राज चड्ढा, सीडीपीओ रैत अशोक शर्मा, राकेश तथा काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।
इसके उपरांत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने बसनूर छिंज मेले में शिरकत की।
उन्होंने भट्ठा छिंज कमेटी बसनूर को 31000 रुपए और मेला अखाड़े के लिए 6 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने छिंज मेले में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को नकद राशि देकर पुरस्कृत किया।
इससे पहले मेला कमेटी के प्रधान अमर नाथ सिंह ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री का स्वागत किया और मेले के आयोजन सम्बन्धी जानकारी दी।
इस मौके पर प्रधान ग्राम पंचायत बसनूर उषा देवी, उप प्रधान केवल सिंह, मेला कमेटी के सदस्य हरनाम सिंह, हरि सिंह, बागड़ू पंचायत प्रधान प्रकाश चंद, पूर्व पूर्व बीडीसी अशवनी चौधरी, देसराज, ओम राज सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
-0-