आम आदमी पार्टी के बढते कदमों से सहमी हैं हिमाचल कांग्रेस
धर्मशाला 31 मार्च:( विजयेन्दर शर्मा) । पडोसी प्रदेश पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) इन दिनों खासे उत्साह में हैं। भले ही आप उत्तराखंड चुनाव में खाता तक नहीं खोल पाई हो , लेकिन पाटी हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों में पूरे जोश से जुट गई है। हिमाचल प्रदेश की राजनीति में 'आप' की एंट्री ने कांग्रेस पार्टी के माथे पर शिकन के बादल गहरा दिए हैं। पार्टी नेतृत्व को इस बात की चिंता सता रही है कि 'आप' कहीं कांग्रेस के युवा चेहरों को अपने साथ न ले उड़े।
धर्मशाला 31 मार्च:( विजयेन्दर शर्मा) । पडोसी प्रदेश पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) इन दिनों खासे उत्साह में हैं। भले ही आप उत्तराखंड चुनाव में खाता तक नहीं खोल पाई हो , लेकिन पाटी हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों में पूरे जोश से जुट गई है। हिमाचल प्रदेश की राजनीति में 'आप' की एंट्री ने कांग्रेस पार्टी के माथे पर शिकन के बादल गहरा दिए हैं। पार्टी नेतृत्व को इस बात की चिंता सता रही है कि 'आप' कहीं कांग्रेस के युवा चेहरों को अपने साथ न ले उड़े।
हाल ही में हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मनीष ठाकुर के अपने समर्थकों के साथ आप में शामिल होने के बाद कांग्रेस पार्टी का यह डर और बढ़ गया है। ऐसी अफवाहें जोर पकड़ने लगी हैं कि और भी युवा कांग्रेसी नेता जल्द ही कांग्रेस छोड़ सकते हैं।
प्रदेश कांग्रेस के कई अन्य नेता कथित तौर पर पार्टी संगठन के आंतरिक कामकाज से खुश नहीं हैं । आरोप लगाया जा रहा है कि हिमाचल पीसीसी चीफ कुलदीप राठौर अपने कार्यकाल में सभी को साथ लेकर चलने में पूरी तरह नाकाम रहे हैं। व संगठन में हारे व जनता की ओर से नकारे लोगों को तव्वज्जो देकर नये लोगों के लिये उन्होंने दरवाजे बंद कर दिये है। यही नहीं कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने अपने कार्यकाल में भाजपा की तरह संगठनात्मक जिलों का गठन कर पार्टी को सक्रिय किया था। वह कदम भी राठौर को रास नहीं आया। और उन्होंने संगठनात्मक जिलों को ही भंग कर दिया। जिससे पार्टी का एक बड़ा वर्ग राठौर से मुंह फुलाये बैठा है।
हिमाचल पीसीसी चीफ कुलदीप राठौर, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री और अन्य सहित हिमाचल कांग्रेस के कुल 21 नेताओं ने पिछले दिनों नई दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक डेढ़ घंटे तक चली।
प्रदेश के नेताओं ने राज्य पार्टी संगठन में बदलाव का अनुरोध करने के अलावा विभिन्न चुनाव समितियों के गठन पर जल्द निर्णय लेने की भी मांग की है। हालांकि वर्तमान पीसीसी प्रमुख कुलदीप राठौर के नेतृत्व में कांग्रेस ने चार उपचुनाव जीते, कुछ नेताओं ने नए एचपीसीसी प्रमुख की मांग की है। पार्टी के तीन कार्यकारी अध्यक्षों के अलावा एक उप नेता प्रतिपक्ष नियुक्त करने की भी मांग की जा रही है।
पार्टी के ही कई नेता दबी जुबान में कहने लगे हैं कि पार्टी ने अगर समय रहते बदलाव नहीं किया तो सत्ता में वापसी का सपना पूरा नहीं होगा। नये अध्यक्ष के तौर पर नादौन के विधायक ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की दावेदारी मजबूत होकर उभर रही है।
प्रदेश कांग्रेस के कई अन्य नेता कथित तौर पर पार्टी संगठन के आंतरिक कामकाज से खुश नहीं हैं । आरोप लगाया जा रहा है कि हिमाचल पीसीसी चीफ कुलदीप राठौर अपने कार्यकाल में सभी को साथ लेकर चलने में पूरी तरह नाकाम रहे हैं। व संगठन में हारे व जनता की ओर से नकारे लोगों को तव्वज्जो देकर नये लोगों के लिये उन्होंने दरवाजे बंद कर दिये है। यही नहीं कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने अपने कार्यकाल में भाजपा की तरह संगठनात्मक जिलों का गठन कर पार्टी को सक्रिय किया था। वह कदम भी राठौर को रास नहीं आया। और उन्होंने संगठनात्मक जिलों को ही भंग कर दिया। जिससे पार्टी का एक बड़ा वर्ग राठौर से मुंह फुलाये बैठा है।
हिमाचल पीसीसी चीफ कुलदीप राठौर, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री और अन्य सहित हिमाचल कांग्रेस के कुल 21 नेताओं ने पिछले दिनों नई दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक डेढ़ घंटे तक चली।
प्रदेश के नेताओं ने राज्य पार्टी संगठन में बदलाव का अनुरोध करने के अलावा विभिन्न चुनाव समितियों के गठन पर जल्द निर्णय लेने की भी मांग की है। हालांकि वर्तमान पीसीसी प्रमुख कुलदीप राठौर के नेतृत्व में कांग्रेस ने चार उपचुनाव जीते, कुछ नेताओं ने नए एचपीसीसी प्रमुख की मांग की है। पार्टी के तीन कार्यकारी अध्यक्षों के अलावा एक उप नेता प्रतिपक्ष नियुक्त करने की भी मांग की जा रही है।
पार्टी के ही कई नेता दबी जुबान में कहने लगे हैं कि पार्टी ने अगर समय रहते बदलाव नहीं किया तो सत्ता में वापसी का सपना पूरा नहीं होगा। नये अध्यक्ष के तौर पर नादौन के विधायक ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की दावेदारी मजबूत होकर उभर रही है।