जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित
धर्मशाला, 29 अप्रैल:(विजयेन्दर शर्मा ) । एकीकृत मिशन इंद्रधनुष 4.0 और कोविड टीकाकरण को लेकर आज शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय के सभागार में जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता एडीसी गंर्ध्वा राठौर ने की।
धर्मशाला, 29 अप्रैल:(विजयेन्दर शर्मा ) । एकीकृत मिशन इंद्रधनुष 4.0 और कोविड टीकाकरण को लेकर आज शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय के सभागार में जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता एडीसी गंर्ध्वा राठौर ने की।
एडीसी ने सभी विभागों तथा विशेष रूप से शिक्षा विभाग को स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिये ताकि इस अभियान का सफल संचालन सुनिश्चिित किया जा सके।
बैठक में सीएमओ ने सभी विभागों से आये हुए अधिकारियों का स्वागत किया तथा जिला कांगड़ा में कोविड-19 वैक्सीनेशन बारे विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विशेष रूप से शिक्षा विभाग के अधिकारियों से वैक्सीनेशन से छूटे बच्चों की जानकारी मांगी ताकि स्कूलों में जाकर उनका 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन सुनिश्चिित हो सके।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.विक्रम कटोच ने एकीकृत मिशन इन्द्रधनुष 4.0 के बारे में बताया कि दो साल से छोटे बच्चे जोकि वीपीडी से छूटे हैं उन्हें 02 मई, 2022 से इस अभियान के अन्तर्गत कवर किया जाएगा। जिन के लिए स्पेशल कैंप उच्च जोखिम एरिया, घुमन्तु जनसंख्या, ईंट के भट्ठे निर्माण कार्यस्थल जहां से स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच से दूर हों, शहरी स्लम आदि स्थलों पर टीकाकरण किया जाएगा। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग को महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, उद्योग, पुलिस, परिवहन, आयुर्वेदिक तथा जनसंचार विभाग की सहायता ली जाएगी।
बैठक में सीएमओ ने सभी विभागों से आये हुए अधिकारियों का स्वागत किया तथा जिला कांगड़ा में कोविड-19 वैक्सीनेशन बारे विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विशेष रूप से शिक्षा विभाग के अधिकारियों से वैक्सीनेशन से छूटे बच्चों की जानकारी मांगी ताकि स्कूलों में जाकर उनका 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन सुनिश्चिित हो सके।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.विक्रम कटोच ने एकीकृत मिशन इन्द्रधनुष 4.0 के बारे में बताया कि दो साल से छोटे बच्चे जोकि वीपीडी से छूटे हैं उन्हें 02 मई, 2022 से इस अभियान के अन्तर्गत कवर किया जाएगा। जिन के लिए स्पेशल कैंप उच्च जोखिम एरिया, घुमन्तु जनसंख्या, ईंट के भट्ठे निर्माण कार्यस्थल जहां से स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच से दूर हों, शहरी स्लम आदि स्थलों पर टीकाकरण किया जाएगा। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग को महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, उद्योग, पुलिस, परिवहन, आयुर्वेदिक तथा जनसंचार विभाग की सहायता ली जाएगी।