संस्कृति के संरक्षण तथा संजोने में मेलों का स्थान अहम : किशन कपूर*
*महिलाओं को समृद्ध एवं आत्मनिर्भर बनाने को सरकार वचनबद्ध : विपिन सिंह परमार*
*स्वयं सहायता समूहों को सुदृढ़ करने को सरकार दे रही 25 हजार*
पालमपुर, 12 मई (विजयेन्दर शर्मा ) ।:- तीन दिवसीय सरस मेले के समापन समारोह में मुख्यातिथि के रूप में सांसद लोक सभा किशन कपूर ने शिरकत की। कार्यक्रम में विधान सभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार विशेष रूप में उपस्थित रहे।
किशन कपूर ने सुलाह निर्वाचन क्षेत्र के परौर तीन दिनों तक सरस मेला आयोजित करने के लिये बधाई दी। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण और उनके आर्थिक स्वाबलंबन ने सरस मेलों की भूमिका अहम रहती है। इन मेलों में महिला स्वयं सहायता समूह को अपने स्थानीय उत्पादन बेचने के लिए स्थान प्राप्त होता है। भारत तथा हिमाचल सरकार ने समय-समय पर ऐसे मेलों के आयोजन के दिशा निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने कहा कि मेले के दौरान सुलाह संस्कृति के नाम से आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम जिला की संस्कृति को संरक्षित एवं संजोय रखनें की दिशा में अनूठा प्रयास है। उन्होंने महिलाओं से शादी विवाह समारोह के अवसर पर गाये जाने वाले पुराने गीतों को भी फिर शामिल करने की दिशा में प्रयास करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वोकल फ़ॉर लोकल का मंत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया, जिसके माध्यम से स्थानीय उत्पादों के प्रयोग के लिए लोगों को प्रेरित किया जा सके और लोग आर्थिक रूप से भी मजबूत हों।
*महिलाओं को आजीविका कमाने को सरकार ने दिया नया दृष्टिकोण*
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहां की भारत सरकार ने ग्रामीण महिलाओं को आजीविका कमाने के लिए नया दृष्टिकोण दिया है जिससे महिलाएं समृद्ध एवं आत्मनिर्भर हुई है। जीवन यापन के लिए स्थानीय संसाधनों के प्रयोग से समान तैयार कर लोगों के लिए उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जीविकोपार्जन के लिये कई कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने भी बजट में स्वयं सहायता समूह को सुदृढ़ करने के 25 हजार रुपये अनुदान देने का प्रावधान किया गया है।
*स्वरोजगार के लिये प्रशिक्षित होंगी महिलायें*
उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में है केंद्र और राज्य सरकार में बहुत सराहनीय योजनाएं आरंभ कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का सराहनीय प्रयास हुआ है। उन्होंने कहा कि महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं है और स्वयं सहायता समूह बनाकर अच्छे स्वरोजगार के अवसर प्राप्त कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बहुत से सेल्फ हेल्प ग्रुप जानकारी और प्रशिक्षण के अभाव में कार्यशील नहीं हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जायका के माध्यम से सुलाह विधानसभा क्षेत्र में एक बड़ा सम्मेलन आयोजित कर महिलाओं को स्वरोजगार के लिये प्रेरित तथा प्रशिक्षित किया जायेगा।
*लाभार्थियों को वितरित की 57 लाख की सहायता।*
उन्होंने कहा कि परौर में सरस मेले का आयोजन एक अद्भुत प्रयास है जिसमें जिला कांगड़ा के 40 से अधिक स्वयं सहायता समूह ने स्थानीय उत्पाद बेचने के लिए उपस्थित हुए हैं। उन्होंने कहा कि सुलाह रसोई में स्थानीय व्यंजनों को लोगों के लिये उपलब्ध करवाना बहुत सराहनीय पहल है। विधान सभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर 51 महिला मंडलो को साढ़े 7 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि के चेक भेंट किये। उन्होंने इस अवसर पर मुख्यमंत्री राहत कोष और ऐच्छिक निधि से लगभग 500 लाभार्थियों को 50 लाख रुपये की सहायता राशि वितरित की।
कार्यक्रम में शर्मिला परमार, मंडल अध्यक्ष देशराज शर्मा, महामंत्री सुखदेव मसंद एवं विपिन जमवाल, टी बोर्ड ऑफ इंडिया की सदस्य बीना श्रीवास्तव,जिला परिषद सदस्य रजनी देवी, रागिनी रुकवाल, सोनिया बंटा, माधवी ठाकुर, तहसीलदार पालमपुर सार्थक शर्मा, तहसीलदार थुरल, एसडीएम पालमपुर बीडीओ भवारना संकल्प गौतम, बीडीओ सुलाह सिकंदर कुमार , डीएफओ नितिन पाटिल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, स्वयं सहायता समूहों के सदस्य और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।