दिव्यांगजनो के उत्थान को सरकार बचनबद्ध : विपिन सिंह परमार*
*दिव्यांगजनो को आत्मनिर्भर बनाने को सरकार प्रयासरत*
पालमपुर, 4 जून (विजयेन्दर शर्मा ) । सरकार दिव्यांगजनों को भी स्वरोजगार के साधन उपलब्ध करवा कर आत्मनिर्भर बनाने के लिये बचनबद्ध है ताकि इन्हें भी मुख्यधारा में शामिल किया जा सके।
यह जानकारी विधान सभा अध्यक्ष, विपिन सिंह परमार ने ग्राम पंचायत धीरा के बलोटी में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से दिव्यांगजनो एवं वरिष्ठजन हेतु एडिप तथा राष्ट्रीय वायोश्री योजना के अंतर्गत सहायक उपकरण वितरण और परीक्षण शिविर में बतौर मुख्यातिथि अपने सम्बोधन में दी।
*कांगड़ा में दिव्यांगजनो की सहायता 3 करोड़ जारी*
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार, सरकारी सेवा में 4 प्रतिशत कोटा निर्धारित किया गया है, ताकि दिव्यांगजनो को भी सरकारी सेवा के समान अवसर प्राप्त हों। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सर्व समाज को साथ लेकर चलने की अवधारणा पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी के अतिरिक्त सरकार दिव्यांगजनो को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिये उदार सहायता उपलब्ध करवा रही है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनो की सहायता के लिये ज़िला कांगड़ा में 3 करोड़ रुपये की राशि प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनो की सहायता के लिये हिमाचल प्रदेश अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम सस्ती दरों पर ऋण और उच्च शिक्षा के लिये सहायता उपलब्ध करवा रहा है।
उन्होंने दिव्यांगजन संगठन से भी आग्रह किया कि एक लक्ष्य निर्धारित कर दिव्यांगजनो के उत्थान के लिये कार्य योजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि इस तरह का आयोजन सराहनीय पहल है जिसमे दिव्यांगजनो को निःशुल्क सहायक उपकरण उपलब्ध करवाए जायेंगे। उन्होंने विभाग को आदेश दिए कि एक माह के भीतर सभी को सहायक उपकरण उपलब्ध करवाए जाएं। उन्होंने अधिकारियों को दिव्यांगजनो के कल्याण के लिये चलाई जा रही प्रदेश और केंद्र सरकार की सभी योजनाओं का लाभ देने का आदेश दिया। उन्होंने इस अवसर पर दिव्यांग बच्चों के लिये चलाये जा रहे सर्वोदय स्कूल प्रबंधन की भी सराहना की।
*मंदिरों के जीर्णोद्धार को भी सरकार कृतसंकल्प*
इसके पश्चात विधान सभा अध्यक्ष ने ग्राम पंचायत कौना के ऐतिहासिक और लोगों की आस्था के केंद्र बाबा सूरजकुंड मंदिर में पूजा अर्चना की और शीश नवाया। उन्होंने इस अवसर पर मुख्यमंत्री सड़क योजना में मुख्य सड़क मार्ग से मंदिर तक 9 लाख से बनीं सड़क और 5 लाख से सूरजकुंड मंदिर के सौंदर्यकरण कार्य का लोकार्पण किया।
*सूरजकुंड मंदिर महत्व और भव्यता को बढ़ाया जायेगा*
परमार ने कहा प्रदेश पर्यटन स्थलों को विकसित करने के साथ- साथ प्रेदश के मंदिरो का जीर्णोद्धार भी सरकार की प्राथमिकताओं में है। उन्होंने कहा कि नईं मंजिले नईं राहें योजना में पर्यटक स्थलों की पहचान कर विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सूरजकुंड लगभग 700 वर्ष पुराना मंदिर है और इसका पुराणिक तथा ऐतिहासिक महत्व है ।प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में मंदिर के महत्व को और अधिक बढ़ाने का प्रयास किया जायेगा।
कार्यक्रम मण्डल अध्यक्ष देश राज शर्मा, राष्ट्रीय दिव्यांग संगठन के राष्ट्रीय सचिव नेत्र सिंह चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष तरशेम सिंह, उपाध्यक्ष बलदेव, प्रदीप, डीजीएम हिमाचल प्रदेश अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास निगम सीएल शर्मा, प्रधान धीरा कविता धरवाल, बीडीसी उपाध्यक्ष राजेश मेहता, बीडीसी सदस्य कल्पना देवी, प्रधान नौरा विकास धीमान, ज़िला पार्षद राजेश धीमान, उपप्रधान कौना संजय जम्वाल,मंदिर के पुजारी मंगत राम, पप्पू ठाकुर,एसडीएम धीरा आशीष शर्मा, बीडीओ सिकंदर, अधिशाषी अभियन्ता मनीष सहगल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे।