ज्वालामुखी में बनेगा संस्कृत रिसर्च सेंटर संजय रतन
ज्वालामुखी ,12 मार्च (विजयेन्द्र शर्मा) । ज्वालामुखी के विधायक संजय रतन ने कहा कि ज्वालामुखी में संस्कृत कॉलेज को आधुनिक रिसर्च सेंटर के तौर पर विकसित किया जायेगा। जिसमें हिमाचल के सरकारी मंदिरों के पारंपरिक बारीदार और पुजारी पांडित्य कर्म व कर्मकांड का ज्ञान ले सकेंगे। उनके लिये यहां बाकायदा पुनश्चर्या कोर्स चलाया जायेगा।
संजय रतन यहां हिमाचल प्रदेश संस्कृत अकादमी की ओर से आयोजित प्रदेश स्तरीय दो दिवसीय संस्कृत शास्त्रीय प्रतियोगिता के समापन अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा के संरक्षण व संवर्धन के प्रयास होंने चाहियें। इसी मूल भावना के तहत ज्वालामुखी में संस्कृत व संस्कृति का एक रिसर्च सेंटर खोलने की योजना तैयार की जा रही है। जिसका प्रारूप वह जल्द ही प्रदेश सरकार व सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के समक्ष रखेंगे। इसके लिये धन की कोई कमी नहीं है। संजय रतन ने कहा कि वह हमेशा ही शिक्षा के प्रचार व प्रसार के हिमायती रहे हैं।उन्होंने कहा कि जल्द ही संस्कृत कालेज में सभी पाठ्यक्रमों के अनुसार खाली पदों को भरा जायेगा। साथ ही संस्कृत रिसर्च सेंटर में बाहर से भी विद्वानों को बुलाया जायेगा।
संजय रतन ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सतत विकास के लिए योजनाबद्ध तरीके से विभिन्न योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र को विकास के पथ पर अग्रणी बनाने को अपना मुख्य उद्देश्य बताते हुए संजय रतन ने शिक्षा ,सड़क, स्वास्थ्य, विद्युत आपूर्ति, बेहतर पेयजल व्यवस्था उपलब्ध करवाने के लिए विशेष अधिमान दिए जाने की बात कही।उन्होंने यह भी कहा कि जनसेवा को एक मात्र लक्ष्य मानकर वे सरकार द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी नीतियों कार्यक्रमों को समान रूप से समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना सुनिश्चित बनाएंगे ।
इस अवसर पर अकादमी सचिव केशनानंद कौशल ने कहा कि संस्कृत भाषा में निहित ज्ञान वैभव का अवगमन तथा अध्यात्म, वैदिक संस्कार ,भारतीय संस्कृति एवं संस्कृत शिक्षा पद्धति को जन- जन तक पहुंचाने हेतु हिमाचल संस्कृत अकादमी अनेक कार्ययोजनाएँ क्रियान्वयन कर रही है ।