कोई टाइटल नहीं

कांगड़ा, मण्डी और किन्नौर के लिए विशेष आपदा परियोजनाः कपूर
धर्मशाला 26 जूनः प्राकृतिक आपदा की दृष्टि से संवेदनशील प्रदेश के तीन जिले कांगड ा, मण्डी और किन्नौर के लिए विशेष आपदा प्रबन्धन योजना तैयार की गई है ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए राहत एवं बचाव कार्य समय पर आरम्भ किये जा सकें।
यह जानकारी वितायुक्त राजस्व एवं प्रधान सचिव लोक निर्माण, श्री पीसी कपूर ने पालमपुर में गत सांय विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की संयुक्त प्रगति समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होनें कहा कि हिमाचल का बहुत सा हिस्सा जिसमें कांगड ा जिला भी शामिल है, अति संवेदनशील भूकम्पीय क्षेत्र में आता है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के कई क्षेत्रों में सूखा और अन्य प्राकृतिक आपदाओं की सदैव सम्भावनाऐं बनी रहती है जिससे निश्री कपूर ने बताया कि प्राकृतिक आपदा का कोई निर्धारित समय नहीं होता है, परन्तु सम्बन्धित क्षेत्र में मानवशक्ति एवं उपलब्ध संसाधन का डाटा समय पर एकत्रित किया जाना चाहिए तथा इनके उपयोग के लिए समय-समय पर जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन किया जाना चाहिए जिसमें विभिन्न व्यवसायों के अभियन्ताओं, बड़ई, अन्य कारीगरों को आपदा प्रबन्धन बारे प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त आम जनता को भी आपाकालीन स्थिति से निपटने के लिए उन्हें प्रारम्भिक प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि प्राकृतिक आपदा के समय सभी लोग धैर्य और निर्भयता के साथ आपदा का सामना कर सकें।
वितायुक्त राजस्व ने लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित किए जा रहे विभिन्न विभागों के भवनों बारे भी समीक्षा की तथा उन्होनें विभागीय अधिकारियों को निर्देश कि अधूरे पड े कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी भवन निर्माण कार्य में धन राशि कमी पेश आ रही हो तो ऐसी स्थिति में अधिकारी जिन योजनाओं का कार्य भूमि न होने के कारण लम्बित पड ा है, ऐसी योजनाओं की राशि को आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण करने के उपरान्त अन्य भवनों के निर्माण के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।पटने के लिए प्रशासन को समय-समय पर आपदा प्रबन्धन की समीक्षा की जानी चाहिए।उन्होंने बैठक में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ७ जुलाई,२०१० तक बरसात आरम्भ होने से पूर्व प्रदेश के सभी राष्ट्रीय एवं राज्य उच्च मार्ग तथा अन्य मुखय एवं सम्पर्क सड़कों की आवश्यक मुरम्मत की जाए ताकि बरसात के मौसम में वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित बनी रहे।
श्री कपूर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड कों के किनारे अतिक्रमण रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाये जाने चाहिए तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारी अपने क्षेत्राधिकार में अतिक्रमण को हटाने के लिए स्वंय जिम्मेदार होंगे। उन्होंने पालमपुर सर्कल में चल रहे सड कों के निर्माण कार्यों पर सन्तोष व्यक्त किया। उन्होंने अधिकारियों को मनरेगा के तहत किये जा रहे विकास कार्यों के लिए लोक निर्माण विभाग को ग्रामीण विकास के साथ समन्वय स्थापित कर सड कों के रख-रखाव के लिए योजनाऐं चलाने के निर्देश दिए जिससे योजना का भरपूर फायदा उठाया जा सके।
उपायुक्त कांगड ा, श्री आरएस गुप्ता ने बैठक में जानकारी देते हुए कहा कि लोक निर्माण विभाग को मनरेगा के अन्तर्गत १३ करोड ८९ लाख रूपये की विभिन्न योजनाऐं अनुमोदित कर दी गई हैं और मनरेगा के तहत किये जा रहे विकास कार्यों के लिए कांगड ा जिला अग्रणी है। उन्होंने सभी विभागों को मनरेगा हेतू नवीन योजनाऐं बनाकर उपायुक्त कार्यालय को स्वीकृति हेतू भेजने के लिए कहा।
बैठक में मुखय अभियन्ता लोक निर्माण श्री सोनम नेगी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री संजीव गांधी, उपमण्डलाधिकारी(ना०)पालमपुर, कांगड ा एवं धर्मशाला के अतिरिक्त अधीक्षण अभियन्ता लोक निर्माण पीसी वालिया, तहसीलदार पामलपुर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
-०-

एक टिप्पणी भेजें

Thanks For Your Visit

और नया पुराने