शिमला। हिमाचल प्रदेश में इस साल सेब की फसल अच्छी हुई है। यहां से अभी तक देश के विभिन्न हिस्सों में सेब के एक करो़ड से अधिक डिब्बे भेजे जा चुके हैं।
प्रदेश के बागवानी मंत्री नरेंद्र बरागटा ने बताया, ""अभी तक यहां से देश के विभिन्न बाजारों के लिए सेब के 1.2 करो़ड डिब्बे भेजे जा चुके हैं।"" उन्होंने कहा कि यहां से औसतन रोजाना 200,000 से 250,000 डिब्बे भेजे जा रहे हैं। एक डिब्बे में 20 किलोग्राम सेब आता है। बरागटा ने कहा, ""राज्य में किन्नौर, लाहौल एवं स्पीति जिले को छो़डकर सभी जिलों में सेब तो़डा जा रहा है।
"" बागवानी विभाग के एक अनुमान के मुताबिक इस साल सेब का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर तीन करो़ड डिब्बे तक पहुंच जाएगा। पिछले साल यह केवल 1.4 करो़ड तक ही पहुंच पाया था। किन्नौर के चांगो, रिब्बा और नामगिया घाटियों में सबसे अच्छे किस्म के सेब का उत्पादन होता है। उधर, सेब बाजार में लाहौल एवं स्पीति जिले का एकाधिकार है। यहां के सेब अगले महीने से बाजार में जोरदार दस्तक देंगे। शिमला के ऊपरी हिस्से में स्थित कोठगढ़ गांव के रहने वाले किसान तुलसी राम ने बताया, ""सेब का अधिक उत्पादन होने के बावजूद किसानों को उचित कीमत मिल रही है और इसकी आपूर्ति भी सीधे दिल्ली और चण्डीगढ़ के बाजारों में की जा रही है।"" ढाल्ली में सेब बाजार समिति के अध्यक्ष ज्ञान सिंह चंदेल ने कहा कि थोक भाव के बाजार में अच्छे किस्म के सेब 31 रूपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से मिल रहे हैं, जबकि लाल रंग के सेब 25 रूपये प्रति किलोग्राम मिल रहे है।
प्रदेश के बागवानी मंत्री नरेंद्र बरागटा ने बताया, ""अभी तक यहां से देश के विभिन्न बाजारों के लिए सेब के 1.2 करो़ड डिब्बे भेजे जा चुके हैं।"" उन्होंने कहा कि यहां से औसतन रोजाना 200,000 से 250,000 डिब्बे भेजे जा रहे हैं। एक डिब्बे में 20 किलोग्राम सेब आता है। बरागटा ने कहा, ""राज्य में किन्नौर, लाहौल एवं स्पीति जिले को छो़डकर सभी जिलों में सेब तो़डा जा रहा है।
"" बागवानी विभाग के एक अनुमान के मुताबिक इस साल सेब का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर तीन करो़ड डिब्बे तक पहुंच जाएगा। पिछले साल यह केवल 1.4 करो़ड तक ही पहुंच पाया था। किन्नौर के चांगो, रिब्बा और नामगिया घाटियों में सबसे अच्छे किस्म के सेब का उत्पादन होता है। उधर, सेब बाजार में लाहौल एवं स्पीति जिले का एकाधिकार है। यहां के सेब अगले महीने से बाजार में जोरदार दस्तक देंगे। शिमला के ऊपरी हिस्से में स्थित कोठगढ़ गांव के रहने वाले किसान तुलसी राम ने बताया, ""सेब का अधिक उत्पादन होने के बावजूद किसानों को उचित कीमत मिल रही है और इसकी आपूर्ति भी सीधे दिल्ली और चण्डीगढ़ के बाजारों में की जा रही है।"" ढाल्ली में सेब बाजार समिति के अध्यक्ष ज्ञान सिंह चंदेल ने कहा कि थोक भाव के बाजार में अच्छे किस्म के सेब 31 रूपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से मिल रहे हैं, जबकि लाल रंग के सेब 25 रूपये प्रति किलोग्राम मिल रहे है।