हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर ने अपनी दूसरी पारी में धूमल सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए उसके खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है। कौल सिंह ने दूसरी बार अध्यक्ष बनने के बाद आज पहली बार पार्टी कार्यालय पहुंचने पर उमड़ी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जोरदार भीड़ को संबोधित करते हुए आह्वïान किया कि वे एकजुट होकर धूमल सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए आगे आएं।
उन्होंने पार्टी में ही अपने विरोधियों पर भी इस मौके पर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस प्रदेश में एक सशक्त विपक्ष की भूमिका निभा रही है । उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कुछ लोगों के आरोप गलत तथा दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से ये भी कहा कि वे फिलहाल किसी भी नेता का नाम पार्टी की ओर से भावी मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट न करें और अध्यक्ष के फैसले की तरह इस फैसले को भी पार्टी की राष्टï्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी पर छोड़ दें। इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कौल सिंह का जोरदार स्वागत किया।
कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता को प्रदेश से भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए आगे आना होगा। कौल सिंह ने कहा कि उनका अब सिर्फ एक लक्ष्य है और वह है भाजपा की भ्रष्टï सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकना। कांग्रेस अध्यक्ष ने माना कि पार्टी कार्यकर्ता प्रचार के मामले में भाजपा कार्यकर्ताओं से पीछे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी इस छवि को बदलना होगा और केंद्र की यूपीए सरकार तथा पूर्व कांग्रेस सरकार द्वारा करवाए गए विकास कार्यों को जनता तक ले जाना होगा।
उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने थोक में विकास कार्य करवाए लेकिन इन्हें जनता तक नहीं ले जाया जा सका जिस कारण पार्टी को सत्ता से बाहर होना पड़ा। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश की धूमल सरकार की लोकप्रियता शून्य हो चुकी है और इस बात को भाजपाई स्वयं मान रहे हैं। इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धूमल सरकार की इस विफलता का फायदा उठाना होगा और साथ ही भाजपा के दुष्प्रचार का भी डटकर मुकाबला करना होगा।
कांग्रे्रस अध्यक्ष ने इन आरोपों को गलत करार दिया कि पार्टी जिम्मेवार विपक्ष की भूमिका नहीं निभा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसे विपक्ष की परम्परा नहीं डालना चाहती जो बाद में कांग्रेस के ही गले की फांस बन जाए।
उन्होंने कहा कि धूमल सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है और बरसात के दौरान खराब हुई सड़कें अभी तक ठीक नहीं हुई है जबकि स्कूलों में शिक्षक उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है। उन्होंने धूमल सरकार पर प्रदेश को तीस हजार करोड़ रुपए के कर्जे में डूबो देने का आरोप भी लगाया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने इस मौके पर पार्टी में अपने विरोधियों पर भी जोरदार हमले बोले और कहा कि पार्टी में मलाई चाटने वाले लोगों की अब नहीं चलेगी तथा इनकी पहचान कर इन्हें बाहर किया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी में सिर्फ काम करने वाले कार्यकर्ताओं को ही तरजीह दी जाएगी। कौल सिंह ने ऐलान किया कि पार्टी के सभी प्राथमिक कार्यकर्ताओं को पहचान पत्र जारी किए जाएंगे और पार्टी के सत्ता में आने पर काम करवाने के लिए ये पहचान पत्र ही काफी होंगे। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से पंचायती राज चुनाव के लिए जी जान से जुट जाने को भी कहा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए प्रोजेक्ट न करने का भी आग्रह किया और कहा कि ये फैसला सोनिया गांधी पर छोड़ दिया जाना चाहिए।
उन्होंने पार्टी में ही अपने विरोधियों पर भी इस मौके पर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस प्रदेश में एक सशक्त विपक्ष की भूमिका निभा रही है । उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कुछ लोगों के आरोप गलत तथा दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से ये भी कहा कि वे फिलहाल किसी भी नेता का नाम पार्टी की ओर से भावी मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट न करें और अध्यक्ष के फैसले की तरह इस फैसले को भी पार्टी की राष्टï्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी पर छोड़ दें। इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कौल सिंह का जोरदार स्वागत किया।
कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता को प्रदेश से भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए आगे आना होगा। कौल सिंह ने कहा कि उनका अब सिर्फ एक लक्ष्य है और वह है भाजपा की भ्रष्टï सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकना। कांग्रेस अध्यक्ष ने माना कि पार्टी कार्यकर्ता प्रचार के मामले में भाजपा कार्यकर्ताओं से पीछे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी इस छवि को बदलना होगा और केंद्र की यूपीए सरकार तथा पूर्व कांग्रेस सरकार द्वारा करवाए गए विकास कार्यों को जनता तक ले जाना होगा।
उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने थोक में विकास कार्य करवाए लेकिन इन्हें जनता तक नहीं ले जाया जा सका जिस कारण पार्टी को सत्ता से बाहर होना पड़ा। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश की धूमल सरकार की लोकप्रियता शून्य हो चुकी है और इस बात को भाजपाई स्वयं मान रहे हैं। इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धूमल सरकार की इस विफलता का फायदा उठाना होगा और साथ ही भाजपा के दुष्प्रचार का भी डटकर मुकाबला करना होगा।
कांग्रे्रस अध्यक्ष ने इन आरोपों को गलत करार दिया कि पार्टी जिम्मेवार विपक्ष की भूमिका नहीं निभा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसे विपक्ष की परम्परा नहीं डालना चाहती जो बाद में कांग्रेस के ही गले की फांस बन जाए।
उन्होंने कहा कि धूमल सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है और बरसात के दौरान खराब हुई सड़कें अभी तक ठीक नहीं हुई है जबकि स्कूलों में शिक्षक उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है। उन्होंने धूमल सरकार पर प्रदेश को तीस हजार करोड़ रुपए के कर्जे में डूबो देने का आरोप भी लगाया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने इस मौके पर पार्टी में अपने विरोधियों पर भी जोरदार हमले बोले और कहा कि पार्टी में मलाई चाटने वाले लोगों की अब नहीं चलेगी तथा इनकी पहचान कर इन्हें बाहर किया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी में सिर्फ काम करने वाले कार्यकर्ताओं को ही तरजीह दी जाएगी। कौल सिंह ने ऐलान किया कि पार्टी के सभी प्राथमिक कार्यकर्ताओं को पहचान पत्र जारी किए जाएंगे और पार्टी के सत्ता में आने पर काम करवाने के लिए ये पहचान पत्र ही काफी होंगे। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से पंचायती राज चुनाव के लिए जी जान से जुट जाने को भी कहा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए प्रोजेक्ट न करने का भी आग्रह किया और कहा कि ये फैसला सोनिया गांधी पर छोड़ दिया जाना चाहिए।