२.न भाई जबरदस्ती लड्डू मत खिलाओ कोई देख न ले यह तस्वीर शिलान्यास के बाद की है
३.हिमाचल परदेश के सेहत मंत्री राजीव बिंदल गुलाम नबी का सवागत करते हुए
हिमाचल प्रदेश में शीघ्र ही तीन वर्षीय मेडिकल स्कूलों की स्थापना की जाएगी। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) से मान्यता दिलवाने के बाद जिलास्तर पर मेडिकल स्कूलों की स्थापना कर दी जाएगी। इन स्कूलों में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले डॉक्टरों को ग्रामीण सब सेंटरों में तैनात किया जाएगा। यह बात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा (टीएमसी) में सुपर स्पेश्यलिटी अस्पताल भवन के शिलान्यास के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए कही।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की ओर यह अच्छी पहल होगी और इन स्कूलों में फैकेलिटी व सेवानिवृत्त फैकेलिटी भी सेवाएं दे सकेंगे। आजाद ने कहा कि इस समय देश में 140 सब सेंटर हैं, जहां प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले डॉक्टरों की तैनाती होगी। हिमाचल प्रदेश में शीघ्र ही दो जीएनएम (ग्रेजुएट इन मिडवाइफरी एंड नर्सिग) स्कूलों की स्थापना भी जाएगी। उन्होंने कहा कि पहाड़ी राज्यों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए अलग से स्वास्थ्य नीतियां बनाई गई हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहले नीति देशभर के लिए एक बनती थी, लेकिन अब राज्यों के हिसाब से नीतियां बनाई गई हैं। इसके तहत डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने के अलावा मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए नियमों में भी छूट दी गई है। विशेषज्ञ चिकित्सकों व फैकेलिटी की संख्या बढ़ाने के लिए केंद्र ने छात्र अध्यापक की बनाई है और इसके तहत अब तक लगभग 4500 एमडी एमएस की सीटें बढ़ी हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में एमबीबीएस की कमी है और इस समय देश में 314 मेडिकल कॉलेज हैं, जिनमें 160 निजी हैं। उन्होंने कहा कि भवन बनाने से मेडिकल कॉलेज नहीं बनते हैं, बल्कि इसके लिए प्रयास भी होने चाहिए। उन्होंने मेडिकल कॉलेज टांडा के ऑडिटोरियम की भी प्रशंसा की। मंत्री ने कहा कि टीएमसी में सुपर स्पेश्यलिटी अस्पताल 200 बिस्तर का होगा और यह डेढ़ वर्ष में तैयार किया जाएगा। अस्पताल में कार्डियोलॉजी, कार्डिक सर्जरी, ऑनकोलॉजी, न्यूरोलॉजी व कैंसर के इलाज की सुविधा भी मिलेगी।