उ्रहोंने कहा कि न६ो जैसी बुराइयों से समाज को खोखला करके युवा पीढ ी सर्वाधिक ग्रसित हो रही है। जिसमें अधिकां६ा स्कूली बच्चे ५ाामिल हैं। उ्रहोंने कहा कि किसी भी सामाजिक बुराई के उ्रमूलन में जनसहभागिता सर्वोपरि है। जिनके सहयोग से इस बुराई पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
उ्रहोंने न६ो के संबंध में कानूनी जानकारी देते हुए बताया कि प्रारंभिक तौर पर एनडीपीएस एङ्कट के तहत पुलिस केस दर्ज करती है और उसे अधिवङ्कताओं के माध्यम से अदालत में पे६ा किया जाता है और अदालत के सामने जो तथ्य रखे जाते हैं उसी के आधार पर फैसला सुनाया जाता है। उ्रहोंने कहा कि पुलिस को ऐसे अपराधों में गहनता से जांच की जानी चाहिए और इस जांच में लोगों की सहभागिता भी ली जानी चाहिए तभी अपराधी के विरूद्ब कड ी कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है।
्रयायमूर्ति कूरियन जोसेफ ने कहा कि कानून जीवन का दर्पण है और कानून का उद्दे६य समाज में व्यवस्था कायम रखना है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सो६ाल आडिट अत्यंत जरूरी है, ्रयाय प्रणाली लोकतंत्र का एक अहम स्तंभ है। इसलिए यह वि६ले८ाण जरूरी हो जाता है कि ्रयायिक व्यवस्था कागजों तक ही सीमित न रहे बल्कि लोगों के दिल और दिमाग में भी ्रयाय प्रणाली के प्रति सम्मान की भावना पैदा हो। उ्रहोंने कहा कि लोगों की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पाए तो इसकी जिम्मेदारी ्रयायिक प्रणाली का संचालन करने वाले लोगों की भी है। इससे पहले ्रयायिक अकादमी के अध्यक्ष ्रयायविद दीपक गुप्ता ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए एनडीपीएस एङ्कट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। ्रयायिक अकादमी के निदे६ाक श्री एसएल ५ार्मा ने भी अपने विचार व्यङ्कत किए।
इस अवसर पर जस्टिस सुरेंद्र सिंह, जस्टिस संजय करोल, जस्टिस कुलदीप सिंह, जस्टिस राजीव ५ार्मा, मुख्य सचिव कानून श्री एसी डोगरा, रजिस्ट्रार जनरल हाईकोर्ट डीसी चौधरी, एडीजीपी पुलिस आईडी भंडारी, कृ८िा विवि के उपकुलपति डा० एसके ५ार्मा, उपायुङ्कत कांगड ा श्री आरएस गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री दलजीत ठाकुर, निदे६ाक फोरेंसिक लैब श्री जेआर गौड सहित पालमपुर,धर्म६ााला की बार एसोसिए६ान के पदाधिकारी मौजूद रहे।