एच.आई.वी./एड्स की रोकथाम के लिए चलाए गए जन अभियान से इस बीमारी की दर में कमी आई

राज्य में वृहद स्तर पर एच.आई.वी./एड्स की रोकथाम के लिए चलाए गए जन अभियान से इस बीमारी की दर में कमी आई है। राज्य में यह दर 0.36 प्रतिशत से घटकर 0.3 प्रतिशत तक आ गई है। राज्य में 2,07,360 लोगों ने एच.आई.वी./एड्स का स्वैच्छिक परीक्षण करवाया है। यह जानकारी मुख्य मंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने विश्व एड्स दिवस पर आज यहां आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को सम्बोधित करते हुए दी। इससे पूर्व उन्होंने एैतिहासिक रिज मैदान शिमला से जागरूकता रैली को रवाना किया। उन्होंने चित्रकला प्रदर्शनी का अवलोकन किया और रक्तदान शिविर का शुभारम्भ भी किया।

मुख्य मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में वर्ष भर आयोजित किए जाने वाले जन जागरूकता अभियानों के कारण एच.आई.वी. के मामलों में कमी आई है। उन्होंने कहा कि राज्य में एच.आई.वी. के 4829 मामले हैं जिनमें से 1145 मामले एड्स के हैं जबकि राष्ट्रीय स्तर पर एच.आई.वी. मामलों की संख्या 23.10 लाख और विश्व स्तर पर 3.34 करोड़ है। वर्ष 2008 से एकीकृत परामर्शदाता एवं परीक्षण केन्द्रों की संख्या में 130 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई है और इनकी संख्या 21 से बढ़कर 49 हो गई है। दो नई एकीकृत परामर्शदाता एवं परीक्षण वाहन सेवाएं आरम्भ की गई हैं तथा नाहन, बिलासपुर, कुल्लु, ऊना, नालागढ़, मण्डी, चम्बा और सोलन में 8 लिंक एन्टी रैट्रोवायरल केन्द्र स्थापित किए गए हैं ताकि चिन्हित 1145 रोगियों को स्थानीय स्तर पर ही रैट्रोवायरल दवाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। इन केन्द्रों तक आने के लिए इन व्यक्तियों को निःशुल्क बस सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले केवल आई.जी.एम.सी. शिमला में ही एक केन्द्र था और बाद में यह सुविधा डा. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, टांडा जिला कांगड़ा और जिला अस्पताल हमीरपुर मंे प्रदान की गई। मण्डी, शिमला, कांगड़ा और हमीरपुर में चार ब्लड ट्रांस्पोटेशन वाहन उपलब्ध करवाए गए तथा स्वैच्छिक रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करने के उदेश्य से अतिरिक्त तौर पर एक ब्लड मोबाईल बस उपलब्ध करवाई गई है।

प्रो. धूमल ने कहा कि महिलाएं इस बीमारी के प्रति सजग हैं और गत दो वर्षों में 77,104 सम्भावित माताओं ने एच.आई.वी./एड्स का परीक्षण करवाया। उन्होंने कहा कि युवाओं के इस रोग से ग्रस्ति होने की सम्भावना सबसे अधिक हैं और इस बीमारी से उन्हें बचाने के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं। एड्स के संबंध में जागरूकता उत्पन्न करने के उदेश्य से रैड रिबन मेले आयोजित किए जा रहे हैं तथा प्रदेश के तीन विश्वविद्यालयों और 218 कालेजों एवं तकनीकी संस्थानों में रैड रिबन क्लब गठित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि एड्स से संबंधित समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए दूरभाष संख्या 1299 पर निःशुल्क राज्य स्तरीय हैल्प लाईन आरम्भ की गई है और अभी तक 51,301 लोगों ने इस सुविधा का लाभ उठाया है। गत 11 महीनों में 41,444 युवाओं ने एच.आई.वी./एड्स रोग का परीक्षण करवाया है। उन्होंने कहा कि लोगों को इस संबंध में जागरूक करना आवश्यक है कि हाथ मिलाने से एड्स नहीं फैलता। एच.आई.वी./एड्स से बचाव ही एक मात्र उपाय है और समाज को इस गम्भीर रोग से बचाने के हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एड्स/एच.आई.वी. से संबंधित टैस्ट करने वाले चिकित्सकों और पैरा मैडिकल स्टाफ को इन परीक्षणों को करते समय सावधानी बरतनी चाहिए और रोग से ग्रस्ति व्यक्ति को इसकी जानकारी देने से पूर्व परीक्षण के नतीजे को पुनः जांचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हालांकि राज्य मंे श्रेष्ठ स्वास्थ्य मानक उपलब्ध हैं तब भी इस तरह के गम्भीर रोगों को फैलने से रोकने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में एक भी व्यावसायिक रक्तदाता नहीं है और यहां रक्तदान विभिन्न संगठनों द्वारा स्वैच्छिक आधार पर किया जाता है। उन्होंने 9 बीमार बच्चों को गोद लेने तथा 19 हजार रूपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए दीपक उद्योग का आभार व्यक्त किया।

प्रो. धूमल ने इस अवसर पर एच.आई.वी./एड्स के उन रोगियों को सम्मानित किया जो समाज के लिए आदर्श बनकर उभरे हैं।

प्रधान सचिव, स्वास्थ्य श्री पी.सी.धीमान ने मुख्य मंत्री का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि राज्य में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के सभी वर्गों में एड्स के प्रति जागरूकता उत्पन्न हुई है जिस कारण हिमाचल प्रदेश देश में एड्स रोग की न्यूनतम श्रेणी के राज्यों में शामिल है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस रोग से ग्रस्ति सभी व्यक्तियों को स्वस्थ जीवन प्रदान करने के प्रति कृत संकल्प है।

निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं डा. विनोद पाठक ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने राज्य सरकार की इस प्रतिवद्धता को दोहराया कि एच.आई.वी./एड्स से ग्रस्ति व्यक्तियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करने के उदेश्य से स्वास्थ्य नेटवर्क को सुदृढ़ किया जा रहा है तथा उन्हें नियमित समय पर दवाईयां लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

विधायक श्री सुरेश भारद्वाज, श्री राम स्वरूप, उपाध्यक्ष हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम, श्री गणेश दत्त, उपाध्यक्ष हिमुडा, श्रीमती वीना ठाकुर, अध्यक्ष समाज कल्याण बोर्ड, श्री ए.एन.शर्मा, नगर निगम आयुक्त, डा0 सुलक्षणा पुरी, परियोजना निदेशक राज्य एड्स नियन्त्रण सोसायटी और शहर के गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।

 

BIJENDER SHARMA

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