94 साल की उम्र में पिता बने खरखौदा के साधारण मजदूर रामजीत सबके आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं


खरखौदा (सोनीपत).94 साल की उम्र में पिता बने खरखौदा के साधारण मजदूर रामजीत सबके आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं। उनकी 45 वर्षीय पत्नी शकुंतला ने 13 अक्टूबर को एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया था। दंपति ने अपने बच्चे का नाम विक्रमजीत रखा है। बच्चे के जन्म के बाद से ही रामजीत हर आदमी के लिए चर्चा का विषय बन गए। मंगलवार को जब हम रामजीत के पास पहुंचे तो वे पशुओं के लिए घास काट रहे थे।परदादा की उम्र में बाप बनने वाले रामजीत ने बताया कि वे मूलरूप से उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ के मोहवा गांव के रहने वाले हैं। लेकिन पिछले 25 वर्षो से खरखौदा में रह रहे हैं। 1929 से लेकर 1947 के दंगों तक की बातें उन्हें पूरी तरह याद हैं। नामी पहलवान रहे रामजीत ने 94 साल की उम्र में भी अपने स्वास्थ्य का राज दूध व घी को बताया।उन्होंने बताया कि गांव में उनकी 45 एकड़ जमीन थी। घर की चिंता नहीं थी और खूब खा-पीकर पहलवानी करते थे। लेकिन पारिवारिक विवाद में उनकी पत्नी की हत्या कर दी गई और 50 साल पहले उन्होंने गांव छोड़ दिया। 25 साल पहले खरकौदा आए तो विक्षिप्त महिला शकुंतला ने उनके घर में शरण ली और वे पति-पत्नी की तरह रहने लगे। चार साल पहले उन्होंने पहले बच्चे को जन्म दिया लेकिन उसकी मौत हो गई। अब फिर उनके यहां बेटा पैदा हुआ तो घर में खुशियां आ गईं। क्योंकि बेटे का जन्म होते ही पत्नी भी ठीक हो गई।
एक पल के लिए दूर नहीं करता बेटे को : वृद्ध पिता बच्चे को अधिकतर समय अपने साथ रखते हैं और उसे खिलाते-पिलाते हैं। उनका कहना है कि भगवान ने इस उम्र में उनकी सुन ली। बच्चे को गाय का दूध पिलाते हैं।
शकुंतला की डिलीवरी कराने वाले चिकित्सक हरमिंद्र सिंह का कहना है कि बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है और उसकी मां की आयु रिकार्ड में 33 वर्ष दर्ज कराई गई है। हालांकि शकुंतला ने अपनी उम्र 45 वर्ष बताई है। रामजीत की आयु उनके पेंशनकार्ड में 93 वर्ष दर्ज है।
60 की उम्र में शुरू हो जाता है डी जनरेटिव :
डिप्टी सीएमओ डा. जेएस पूनिया का कहना है कि पुरुषों में 60 साल की उम्र के बाद डी-जनरेटिव दौर शुरू हो जाता है। बच्च पैदा करना पूरी तरह से स्पर्म की उपलब्धता पर निर्भर करता है। 94 साल की उम्र में पिता बनना वास्तव में
अचंभित करने वाली घटना है94 साल की उम्र मे बाप बने भारतीय किसान रामजीत राघव की जिंदगी बदल गई है। वो बेटे के प्यार में इतना मशगूल हो गए हैं कि सेक्स करना ही भूल गए हैं। कभी हर रात तीन बार सेक्स करने वाले रामजीत के पास आजकल सेक्स करने के लिए वक्त ही नहीं है। वो तो बस अपने बेटे को ही खिलाते-पिलाते रहते हैं।
रामजीत के सेक्स से दूर होने की एक वजह यह भी है कि उनकी पत्नी शकुंतला भी अब अपने बेटे पर ही ध्यान देना चाहती है। रामजीत राघव का कहना है कि मैं स्वस्थ हूं और मानता हूं कि एक पति पत्नी के रिश्ते को मजबूत रखने के लिए स्वस्थ सेक्स बहुत जरूरी होता है। जब भी शकुंतला चाहेगी मैं पूरी रात सेक्स करने को तैयार हूं लेकिन फिलहाल मैं अपने बच्चे पर ध्यान दे रहा हूं और बेटे के लिए सेक्स छोड़ना कोई बड़ी बात नहीं है।
रामजीत के बारे में शकुंतला का कहना है कि वो किसी भी युवा मर्द से कम नहीं हैं। वो पूरी रात सेक्स कर सकते हैं। यही नहीं वो एक बहुत अच्छे पिता भी हैं

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