पंचायत समिति देहरा के चुनाव परिणामों ने कांग्रेस को झकझोर।


पंचायत समिति देहरा के चुनाव परिणामों ने कांग्रेस को झकझोर।
ज्वालामुखी 18 जनवरी (बिजेन्दर शर्मा) । पंचायत समिति देहरा के चुनाव परिणामों ने कांग्रेस को झकझोर कर रख दिया है। गहमागहमी के अंत में देहरा में पंचायत समिति के चुनाव परिणाम उम्मीद के विपरीत आये। व टास से चैयरीमेनी का फैसला भाजपा के हक में तो गया। लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी की शर्मनाक हार कई सवाल खडे कर गई। कांग्रेस के प्रत्याशी सुलेखा चौधरी को मात्र दो मत मिले। लेकिन कांग्रेस के उपाध्यक्ष के प्रत्याशी विजेंन्दर धीमान अठारह मत ले गये। जाहिर है। यहां कांग्रेस की फजीहत कांग्रेसियों ने ही करा दी। इस सारे घटनाक्रम में ज्वालामुखी के विधायक प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रमेश धवाला की भी खासी फजीहत हुई। धवाला हालांकि २६ सदस्यों को साथ लेकर देहरा पहुंचे थे। लेकिन दस लोगों ने क्रास वोटिंग कर धवाला को झटका दे दिया। इससे पहले भाजपा की ओर से चैयरमेनी के लिये रीना देवी व उपाध्यक्ष के लिये देवराज राणा ने नामांकन भरा। जबकि कांग्रेस की ओर से सुलेखा चौधरी व उपाध्यक्ष के लिये विजेन्दर धीमान ने नामांकन भरा। वहीं निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर ममता ठाकुर ने भी अपना नामांकन भरा। लेकिन चुनाव जब हुये तो सब कुछ उलट पुलट हो गया। चैयरीमेनी के लिये भाजपा प्रत्याशी रीना को सोलह मत मिले। तो कांग्रेस की सुलेखा चौधरी को केवल दो मत मिले। देहरा में ३४ सदस्य चुन कर आते हैं। उम्मीद के विपरीत निर्दलीय प्रत्याशी ममता ठाकुर को सोलह मत मिले। जिससे चुनाव के लिये टास करना पडा। व टास में भाजपा की रीना बाजी मार ले गई। कांग्रेस की ओर से चुनावों की कमान परागपुर के विधायक योग राज व ज्वालामुखी के कांग्रेस नेता नरदेव कंवर संभाले थे। सारी चुनाव प्रक्रिया की कमान ख्ुाद रमेश धवाला संभाले थे। उनके साथ पूर्व सांसद किरपाल परमार भी देहरा में डटे थे। लेकिन धवाला को शायद इस बात का कतई भी आभाष नहीं रहा होगा कि सदस्य उन्हें दगा दे जायेंगे। पूरे आत्मविशवास के साथ धवाला ने आज पहले २६ सदस्यों को अपने घर बुलाया था। व उन्हें वाहनों में अपने साथ देहरा लाये थे। यहां पहुंचते ही धवाला से पहले ममता ठाकुर के झडप हो गई। धवाला नहीं चाहते थे कि ममता चुनाव लडें । लेकिन वह नहीं मानी। यही कहासुनी भाजपा के खिलाफ मुद बन गई। ममता ठाकुर का ऐन मौके पर उभरना भी कई सवाल खडे कर गया। माना जा रहा है कि प्रदेश के सिंचाई मंत्री रविन्दर सिंह रवि के करीब हैं। व धवाला को शिकस्त देने के लिये ही ममता ठाकुर को भाजपा के एक खेमे ने उन्हें मैदान में उतारा गया था। उधर ब्लाक समिति के चैयरमेन का चुनाव हारने के बाद ममता ठाकुर ने आरोप लगाया कि उन्हें हराने के लिये कबीना मंत्री रमेश धवाला ने पूरा जोर लगाया। उन्हेांने आरेाप लगाया कि धवाला ने उनके परिवार का अपमान किया । धमकियां दी गईं। लेकिन यह मेरी हार नहीं बल्कि रमेश धवाला की हार है। कांग्रेस नेत्री सुलेखा चौधरी ने अपनी हार के बाद आरोप लगाया कि उन्हें जानबूझ कर हराया गया। उन्होंने हैरानी जतायी कि यह कैसे संभव कि उपाध्यक्ष को अठारह मत मिले हों। व अध्यक्ष को केवल दो मत मिलें। इसकी जांच होनी चाहिये।

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