मोटर वाहन लाईसेंस ब्रांच में चालकों के लाईसेंस बनवाने के लिये बाकायदा एक बडा रैकेट काम कर रहा
ज्वालामुखी 1 मार्च (बिजेन्दर शर्मा) । देहरा की मोटर वाहन लाईसेंस ब्रांच में चालकों के लाईसेंस बनवाने के लिये बाकायदा एक बडा रैकेट काम कर रहा है। जिससे गरीब लोग लुटे जा रहे हैं। लेकिन देहरा के एस डी एम राकेश शर्मा का दावा है कि दलाली की यहां कोई गुंजाईश नहीं है। वह कहते हैं कि सब कुछ कंपयूटर से हो रहा है तो ऐसी सूरत में पैसा लेकर काम कराना निराधार बात है। लेकिन इलाके के लोग हैरान हैं कि इन दिनों ज्वालामुखी का एक शख्स जो अपने आपको देहरा में प्रभावशाली होने का दावा करता है । बाकायदा देहरा के एस डी एम दफतर के आस पास रोजाना देखा जाता है। व बहुत सारा काम इसी शख्स के माध्यम से आसानी से हो जाता है। कांग्रेस नेता अशोक गौतम ने बताया कि उन्हें ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि लाईसेंस ब्रांच में पैसा लेकर काम हो रहा है। लिहाजा देहरा के एस डी एम को चाहिये कि इस भ््राष्टïाचार को तुरन्त बंद किया जाये। मिली जानकारी के मुताबिक इन दिनों हर काम के लिये बाकायदा रेट तय किये गये हैं। लाईसेंस बनाने के लिये तीन हजार लर्निंग के लिये दो हजार वसूले जा रहे हैं। ज्वालामुखी के कमल किशोर ने बताया कि उसने अपना लाइसेंस बनाने के लिये कई प्रयास किये लेकिन नहीं बना तो बाद में उसे बताया गया कि एक खास व्यक्ति से मिल कर ही लाईसेंस बनेगा। जिसकी एवज में उससे तीन हजार रूपये मांगे गये। हालांकि हिमाचल सरकार भ््राष्टïाचार के खिलाफ कदम उठाने की बात करती रही है लेकिन यहां कोई कुछ नहीं कर पा रहा । खुद देहरा के एस डी एम राकेश शर्मा इस बात को सिरे से खारिज करते हैं। व कहते हैं कि ऐसा नहीं हो सकता। लेकिन वह फिर भी जांच कराने का भरोषा दे रहे हैं। वह बताते हैं कि कुछ दिन कंपयूटर खराब हो गया था। उस वजह से भी कुछ लोगों के लाईसेंस बनने में देरी हुई। लेकिन मौके पर गये आज इस संवाददाता ने देखा कि बाकायदा यह खेल खुलेआम चल रहा है। देंहरा के एस डी एम दफतर में अपनी पहुंच का दावा करने वाले व काम जल्दी करा देने का दम भरने वाले लोग आसानी से आपको यहां मिल जायेंगे। ज्वालामुखी के एक शख्स जो अपने आपको सत्तारूढ दल का करीबी होने का दावा करता है। हर रोज बाकायदा देहरा में एस डी एम दफतर के आस पास होता है। काबिलेगौर है कि यह शख्स कोई काम धंधा नहीं करता। परागपुर के विधायक योगराज ने कहा कि उन्हें भी शिकायतें मिली हैं। वह इस मामले को प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष उठायेंगे।
ज्वालामुखी 1 मार्च (बिजेन्दर शर्मा) । देहरा की मोटर वाहन लाईसेंस ब्रांच में चालकों के लाईसेंस बनवाने के लिये बाकायदा एक बडा रैकेट काम कर रहा है। जिससे गरीब लोग लुटे जा रहे हैं। लेकिन देहरा के एस डी एम राकेश शर्मा का दावा है कि दलाली की यहां कोई गुंजाईश नहीं है। वह कहते हैं कि सब कुछ कंपयूटर से हो रहा है तो ऐसी सूरत में पैसा लेकर काम कराना निराधार बात है। लेकिन इलाके के लोग हैरान हैं कि इन दिनों ज्वालामुखी का एक शख्स जो अपने आपको देहरा में प्रभावशाली होने का दावा करता है । बाकायदा देहरा के एस डी एम दफतर के आस पास रोजाना देखा जाता है। व बहुत सारा काम इसी शख्स के माध्यम से आसानी से हो जाता है। कांग्रेस नेता अशोक गौतम ने बताया कि उन्हें ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि लाईसेंस ब्रांच में पैसा लेकर काम हो रहा है। लिहाजा देहरा के एस डी एम को चाहिये कि इस भ््राष्टïाचार को तुरन्त बंद किया जाये। मिली जानकारी के मुताबिक इन दिनों हर काम के लिये बाकायदा रेट तय किये गये हैं। लाईसेंस बनाने के लिये तीन हजार लर्निंग के लिये दो हजार वसूले जा रहे हैं। ज्वालामुखी के कमल किशोर ने बताया कि उसने अपना लाइसेंस बनाने के लिये कई प्रयास किये लेकिन नहीं बना तो बाद में उसे बताया गया कि एक खास व्यक्ति से मिल कर ही लाईसेंस बनेगा। जिसकी एवज में उससे तीन हजार रूपये मांगे गये। हालांकि हिमाचल सरकार भ््राष्टïाचार के खिलाफ कदम उठाने की बात करती रही है लेकिन यहां कोई कुछ नहीं कर पा रहा । खुद देहरा के एस डी एम राकेश शर्मा इस बात को सिरे से खारिज करते हैं। व कहते हैं कि ऐसा नहीं हो सकता। लेकिन वह फिर भी जांच कराने का भरोषा दे रहे हैं। वह बताते हैं कि कुछ दिन कंपयूटर खराब हो गया था। उस वजह से भी कुछ लोगों के लाईसेंस बनने में देरी हुई। लेकिन मौके पर गये आज इस संवाददाता ने देखा कि बाकायदा यह खेल खुलेआम चल रहा है। देंहरा के एस डी एम दफतर में अपनी पहुंच का दावा करने वाले व काम जल्दी करा देने का दम भरने वाले लोग आसानी से आपको यहां मिल जायेंगे। ज्वालामुखी के एक शख्स जो अपने आपको सत्तारूढ दल का करीबी होने का दावा करता है। हर रोज बाकायदा देहरा में एस डी एम दफतर के आस पास होता है। काबिलेगौर है कि यह शख्स कोई काम धंधा नहीं करता। परागपुर के विधायक योगराज ने कहा कि उन्हें भी शिकायतें मिली हैं। वह इस मामले को प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष उठायेंगे।