सालों पहले किए गए वादे के मुताबिक पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (पीईसी) के
वर्ष 1993 बैच के छात्र एक खास समय पर मिलने के लिए सिंगापुर, दुबई और
कनाडा से आ पहुंच रहे हैं। वे शुक्रवार को यानी 11.11.11 को चण्डीगढ़ में
मुलाकात करेंगे। इतना ही नहीं उन्होंने 11.11.11 को चण्डीगढ़ के सेक्टर
11 के पास मकान नम्बर 11 में 11 बजकर 11 मिनट पर मिलने की योजना बनाई है।
इस तरह 11.11.11.11.11.11.11 की संख्या का अनोखा संगम बन रहा है। पीईसी
के पुराने छात्रों के संगठन के अध्यक्ष अनुराग अग्रवाल ने आईएएनएस को
बताया, "इस बैच के छात्रों ने पांच या छह साल पहले इस अनोखे तारीख पर
मिलने का मन बनाया था। छात्र मिलने के लिए सिंगापुर, दुबई और कनाडा से आ
रहे हैं। इस बैच के कुछ छात्र चण्डीगढ़ में ही हैं जबकि अन्य देश के
विभिन्न हिस्सों में रहते हैं।"
वर्ष 1993 बैच के छात्र एक खास समय पर मिलने के लिए सिंगापुर, दुबई और
कनाडा से आ पहुंच रहे हैं। वे शुक्रवार को यानी 11.11.11 को चण्डीगढ़ में
मुलाकात करेंगे। इतना ही नहीं उन्होंने 11.11.11 को चण्डीगढ़ के सेक्टर
11 के पास मकान नम्बर 11 में 11 बजकर 11 मिनट पर मिलने की योजना बनाई है।
इस तरह 11.11.11.11.11.11.11 की संख्या का अनोखा संगम बन रहा है। पीईसी
के पुराने छात्रों के संगठन के अध्यक्ष अनुराग अग्रवाल ने आईएएनएस को
बताया, "इस बैच के छात्रों ने पांच या छह साल पहले इस अनोखे तारीख पर
मिलने का मन बनाया था। छात्र मिलने के लिए सिंगापुर, दुबई और कनाडा से आ
रहे हैं। इस बैच के कुछ छात्र चण्डीगढ़ में ही हैं जबकि अन्य देश के
विभिन्न हिस्सों में रहते हैं।"
पीईसी के अधिकारी पुराने छात्रों के इस अनोखे मिलन की मेजबानी करने की
तैयारी कर रहे हैं। पीईसी वही संस्थान है जहां से नासा की खगोलविद
स्वर्गीय कल्पना चावला ने शिक्षा ग्रहण की थी।
पीईसी के पूर्व छात्र सम्पर्क विभाग के अध्यक्ष के. के. गर्ग ने कहा,
"कॉलेज से निकलते समय वर्ष 1993 बैच के छात्रों ने कुछ साल बाद मिलने का
वादा किया था। हमें खुशी है कि वे कई वर्षो के बाद मिलने का अपना वाद
निभा रहे हैं।"
पीईसी अधिकारियों को हाल में मिले ई-मेल संदेश में सिंगापुर में रहने
वाले संजीव शर्मा ने लिखा, "मुझे लगता है कि हमारी इस कहानी से दूसरों को
प्रोत्साहन मिलेगा। कौन जानता है कि हमारे इस कदम से पुराने छात्रों के
मिलने की एक परम्परा विकसित हो जाए और पीईसी के समग्र विकास में इसका लाभ
मिले।"