धर्मषाला, 13 अप्रैल- कांगड़ा जिला के प्राचीन कालेष्वर महादेव मंदिर
को पर्यटन की दृश्टि से विकसित करके मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी
ताकि कांगड़ा जिला में आने वाले लाखों की तादाद में पर्यटक षक्तिपीठों के
दर्षन के साथ साथ इस पावन स्थली पर आकर प्राचीन मंदिर एवं ब्यास नदी में
नौका विहार इत्यादि का आनंद उठा सकें। यह जानकारी खाद्य, नागरिक आपूर्ति
एवं उपभोक्ता मामले मंत्री, श्री रमेष ध्वाला ने वीरवार को देहरा उपमंडल
के कालेष्वर मंदिर में आयोजित राज्य स्तरीय बैसाखी मेले का टमक बजाकर
षुभारंभ करने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए दी। इससे
पहले उन्होंने कालीनाथ मंदिर में पूजा अर्चना भी की। उन्होंने बताया कि
प्रदेष सरकार द्वारा पर्यटन उद्योग को बड़े पैमाने पर विकसित करने के लिए
विषेश कदम उठाए जा रहे हैं ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ साथ लोगों
को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन
में कहा कि मेले और त्यौहार प्रदेष की समृद्ध संस्कृति के परिचायक हैं
जिससे जहां लोगों को आपसी मिलने-जुलने के अवसर प्राप्त होते हैं वहीं पर
लोगों में परस्पर सहयोग, प्यार, सद्भावना और राश्ट्रभक्ति को बल मिलता
है। ध्वाला ने कहा कि कालेष्वर महादेव तीर्थ स्थल को उत्तरी भारत में
मिनी हरिद्वार के रूप में जाना जाता है। इस पावन स्थली का इतिहास पांडवों
से जुड़ा है जिसका उल्लेख हमारे धार्मिक षास्त्रों में उदृत है। उन्होंने
कहा कि लोगों की मान्यता है कि इस स्थान पर बैसाखी पर्व पर स्नान करने से
पांच तीर्थों का फल मिलता है और सरकार द्वारा इस स्थल के धार्मिक महत्व
को देखते हुए यहां आयोजित किए जा रहे मेले को राज्यस्तरीय दर्जा प्रदान
किया है। ध्वाला ने कहा कि प्रदेष में असंख्य ऐसे रमणीक स्थल हैं जोकि
अभी तक पर्यटन की दृश्टि से अछूते रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेष
सरकार द्वारा ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विषेश कदम उठाए जा रहे
हैं जिसके लिए '' हर गांव की कहानी '', '' हर घर कुछ कहता है '' तथा ''
होम-स्ट ''े इत्यादि योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं जिसमें ग्रामीण
क्षेत्र के लोगों को विभिन्न सुविधाओं के अतिरिक्त कर में राहत दी जा रही
है ताकि पर्यटक ग्रामीण क्षेत्रों की नैसर्गिक छटा एवं स्वच्छ वातावरण का
आनंद उठा सकें और लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो सके। उन्होंने बताया कि
इस क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिए 18 करोड़ रुपए की लागत से चंबापतन
पुल निर्मित किया गया है जिससे इस क्षेत्र के लोगांे को आने-जाने की
सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने बताया कि मंदिर के बाहर एक सुदंर गेट
निर्मित किया जाएगा तथा मंदिर परिसर में लाइटें भी लगा दी जाएगी।
उन्होंने मेला कमेटी को 3100 रुपए देने की घोशणा की। मेला समिति के
अध्यक्ष श्री एसके पराषर ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए बताया कि इस
तीन दिवसीय राज्य स्तरीय मेले को आकर्शक बनाने के लिए सांस्कृतिक
कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। इसमें स्कूली बच्चों और स्थानीय
कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का पूरा अवसर दिया गया है। इस
अवसर पर पंचायत समिति उपाध्यक्ष परागपुर कमलेष षर्मा, ज्वालामुखी के
भाजपा महामंत्री विमल चौधरी, प्रधान, ग्राम पंचायत चौली उपेंद्र धीमान के
अतिरिक्त विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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