शिमला, 22 अगस्त । मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि प्रदेश सरकार
के वर्तमान कार्यकाल में कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक की जमापूंजी
दोगुणी हो गई है। यह राशि वर्ष 2007 में 3000 करोड़ रुपये थी, जो अब बढक़र
6000 करोड़ हो गई है।
मुख्यमंत्री आज बिलासपुर व हमीरपुर जि़लों की सीमा पर ऊखली में बैंक की
172वीं शाखा के उद्घाटन अवसर पर लोगों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले शासनकाल में, वर्ष 1998 से
2003 तक बैंक की विभिन्न गतिविधियों को विस्तार दिया। इसके परिणामस्वरूप,
बैंक अच्छा कारोबार कर रहा था, परन्तु सत्ता परिवर्तन के साथ ही बैंक की
जमापूंजी कम हो गई और अन्य गतिविधियों पर भी असर पड़ा। वर्तमान प्रदेश
सरकार ने सत्तासीन होते ही बैंक की गतिविधियों को पुन: विस्तार देने के
लिए प्रभावशाली योजना तैयार की। इस के परिणामस्वरूप बैंक की जमापूंजी
3000 करोड़ से बढक़र 6000 करोड़ तक पहुंच गई है। प्रदेश सरकार ने बैंक की
अतिरिक्त शाखाएं खोलने का मामला भारतीय रिजर्व बैंक से उठाया। प्रदेश
सरकार ने 27 अतिरिक्त शाखाएं खोलने की स्वीकृति प्राप्त की। इन शाखाओं के
आरम्भ होने से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बैंक सुविधाएं उपलब्ध हुई
हैं और बैंक के कारोबार में भी वृद्धि हुई है।
धूमल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक उत्थान
के लिए अनेक महत्वाकांक्षी योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं, जिनमें
पंडित दीन दयाल किसान बागवान समृद्धि योजना, दूध गंगा योजना तथा कृषि
विविधिकरण योजना प्रमुख हैं। प्रदेश के किसानों को सहकारी बैंक के माध्यम
से इन योजनाओं के अंतर्गत ऋण प्राप्त कर अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ करना
चाहिए ताकि उन्हें घर-द्वार पर आय सृजन के साधन उपलब्ध हो सके। सहकारी
प्रबन्धन में महिलाओं की भागीदारी को सुनिश्चित बनाने के लिए प्रदेश
सरकार ने महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया है ताकि
महिलाओं की भागीदारी से सहकारिता क्षेत्र को और मजबूती प्रदान की जा सके।
उनहोंने लोगों से आग्रह किया कि गांव में खुली बैंक शाखाओं का अपने धन
तथा मूल्यवान वस्तुओं को सुरक्षित रखने के लिए लाभ उठाएं ताकि उन्हें
आर्थिक रूप से पूर्ण सुरक्षा मिल सके। बैंक के अध्यक्ष श्री रसील सिंह
मनकोटिया ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और बैंक की गतिविधियों बारे
विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भाजपा शासनकाल में ही बैंक के
कारोबार का विस्तार हुआ, क्योंकि पूर्व सरकार के समय बैंक की एक भी नई
शाखा नहीं खोली गई थी। बैंक ने लोगों को लगभग 2500 करोड़ रुपये का ऋण
उपलब्ध करवाया है। बैंक में इन वर्षों में 300 नए पद भरे गए हैं और लगभग
650 कर्मचारियों को पदोन्नति दी गई है। बैंक की सभी शाखाएं कोर बैंकिंग
सिस्टम तथा कम्प्यूटर सुविधा युक्त हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री का बैंक को
वर्तमान स्तर तक पहुंचाने के लिए आभार व्यक्त किया। विधायक श्री बलदेव
शर्मा एवं श्रीमती उर्मिल ठाकुर, मण्डी विपणन बोर्ड के अध्यक्ष श्री
प्यारे लाल शर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री देश राज शर्मा, जिला परिषद
अध्यक्ष श्रीमती सरला शर्मा, भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष श्री
नरेन्द्र अत्री, भाजपा मण्डलाध्यक्ष श्री आदर्श कान्त, उपायुक्त श्री
राजेन्द्र सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री मधुसूदन शर्मा तथा प्रदेश भाजपा
कार्यकारिणी की सदस्य श्रीमती वीना शर्मा सहित क्षेत्र के अन्य गणमान्य
व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
के वर्तमान कार्यकाल में कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक की जमापूंजी
दोगुणी हो गई है। यह राशि वर्ष 2007 में 3000 करोड़ रुपये थी, जो अब बढक़र
6000 करोड़ हो गई है।
मुख्यमंत्री आज बिलासपुर व हमीरपुर जि़लों की सीमा पर ऊखली में बैंक की
172वीं शाखा के उद्घाटन अवसर पर लोगों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले शासनकाल में, वर्ष 1998 से
2003 तक बैंक की विभिन्न गतिविधियों को विस्तार दिया। इसके परिणामस्वरूप,
बैंक अच्छा कारोबार कर रहा था, परन्तु सत्ता परिवर्तन के साथ ही बैंक की
जमापूंजी कम हो गई और अन्य गतिविधियों पर भी असर पड़ा। वर्तमान प्रदेश
सरकार ने सत्तासीन होते ही बैंक की गतिविधियों को पुन: विस्तार देने के
लिए प्रभावशाली योजना तैयार की। इस के परिणामस्वरूप बैंक की जमापूंजी
3000 करोड़ से बढक़र 6000 करोड़ तक पहुंच गई है। प्रदेश सरकार ने बैंक की
अतिरिक्त शाखाएं खोलने का मामला भारतीय रिजर्व बैंक से उठाया। प्रदेश
सरकार ने 27 अतिरिक्त शाखाएं खोलने की स्वीकृति प्राप्त की। इन शाखाओं के
आरम्भ होने से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बैंक सुविधाएं उपलब्ध हुई
हैं और बैंक के कारोबार में भी वृद्धि हुई है।
धूमल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक उत्थान
के लिए अनेक महत्वाकांक्षी योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं, जिनमें
पंडित दीन दयाल किसान बागवान समृद्धि योजना, दूध गंगा योजना तथा कृषि
विविधिकरण योजना प्रमुख हैं। प्रदेश के किसानों को सहकारी बैंक के माध्यम
से इन योजनाओं के अंतर्गत ऋण प्राप्त कर अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ करना
चाहिए ताकि उन्हें घर-द्वार पर आय सृजन के साधन उपलब्ध हो सके। सहकारी
प्रबन्धन में महिलाओं की भागीदारी को सुनिश्चित बनाने के लिए प्रदेश
सरकार ने महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया है ताकि
महिलाओं की भागीदारी से सहकारिता क्षेत्र को और मजबूती प्रदान की जा सके।
उनहोंने लोगों से आग्रह किया कि गांव में खुली बैंक शाखाओं का अपने धन
तथा मूल्यवान वस्तुओं को सुरक्षित रखने के लिए लाभ उठाएं ताकि उन्हें
आर्थिक रूप से पूर्ण सुरक्षा मिल सके। बैंक के अध्यक्ष श्री रसील सिंह
मनकोटिया ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और बैंक की गतिविधियों बारे
विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भाजपा शासनकाल में ही बैंक के
कारोबार का विस्तार हुआ, क्योंकि पूर्व सरकार के समय बैंक की एक भी नई
शाखा नहीं खोली गई थी। बैंक ने लोगों को लगभग 2500 करोड़ रुपये का ऋण
उपलब्ध करवाया है। बैंक में इन वर्षों में 300 नए पद भरे गए हैं और लगभग
650 कर्मचारियों को पदोन्नति दी गई है। बैंक की सभी शाखाएं कोर बैंकिंग
सिस्टम तथा कम्प्यूटर सुविधा युक्त हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री का बैंक को
वर्तमान स्तर तक पहुंचाने के लिए आभार व्यक्त किया। विधायक श्री बलदेव
शर्मा एवं श्रीमती उर्मिल ठाकुर, मण्डी विपणन बोर्ड के अध्यक्ष श्री
प्यारे लाल शर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री देश राज शर्मा, जिला परिषद
अध्यक्ष श्रीमती सरला शर्मा, भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष श्री
नरेन्द्र अत्री, भाजपा मण्डलाध्यक्ष श्री आदर्श कान्त, उपायुक्त श्री
राजेन्द्र सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री मधुसूदन शर्मा तथा प्रदेश भाजपा
कार्यकारिणी की सदस्य श्रीमती वीना शर्मा सहित क्षेत्र के अन्य गणमान्य
व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।