क्षेत्रीय अस्पताल में जिला स्तरीय विश्व एड्स दिवस कार्यक्रम आयोजित
ऊना, , 01 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा) । विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य पर आज क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त ऊना अभिषेक जैन ने की। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में उपायुक्त ने कहा कि एड्स से पीढि़त व्यक्ति के साथ सामान्य बर्ताव करना चाहिए ताकि वह आहत न हो। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के उपचार के लिए विश्व में बड़े पैमान पर अनुसंधान हो रहे हैं परन्तु अभी तक इसकी दवाई नहीं है और इसलिए इस बीमारी के प्रति जागरूकता ही इसका बचाव है। उन्होंने बताया कि जिला में इस बीमारी के प्रति जागरूकता तथा रोकथाम के लिए तीन केन्द्र क्षेत्रीय अस्पताल ऊना, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बंगाणा और दौलतपुर में खोले गये हैं। उन्होंने कहा एड्स पीढि़त बच्चों की उचित देखभाल करके उनको समाज में सकारात्मक और सम्मानजनक जीवन जीने के लिए सहायता कर सकते हैं।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऊना डॉ. जीआर कौशल ने बताया कि जिला में एड्स के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य बड़े प्रभावी ढंग से किया जा रहा है और इसके सार्थक परिणाम भी हासिल हो रहे हैं और नये संक्रमण के मामलों में काफी कमी आई है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य नई पीढ़ी को एड्स फ्री करना है। उन्होंने बताया कि ऊना में अब तक 43914 एचआईवी परीक्षणों में 744 मामले पॉजीटिव पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस बीमारी के कारण व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है जिस कारण व्यक्ति विभिन्न प्रकार की बीमारियों का शिकार हो जाता है। उन्होंने अपने स्टाफ को सुई अथवा टांका या रक्त चढ़ाते समय पूरी सावधानी बरतने को कहा ताकि किसी प्रकार के संक्रमण की कोई गुंजाइश न रहे।
जिला एड्स कार्यक्रम अधिकारी डॉ. निखिल ने जिला में चलाए जा रहे एड्स जागरूकता कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी और बीमारी के संक्रमण व रोकथाम के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला व उचित परामर्श व सावधानियों बारे जानकारी दी।
इस अवसर पर रोगी कल्याण समिति के सदस्य विजय डोगरा, चिकित्सा स्टाफ, हिमकैप्स नर्सिंग कालेज के प्रशिक्षु नर्स भी उपस्थित थे।
ऊना, , 01 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा) । विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य पर आज क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त ऊना अभिषेक जैन ने की। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में उपायुक्त ने कहा कि एड्स से पीढि़त व्यक्ति के साथ सामान्य बर्ताव करना चाहिए ताकि वह आहत न हो। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के उपचार के लिए विश्व में बड़े पैमान पर अनुसंधान हो रहे हैं परन्तु अभी तक इसकी दवाई नहीं है और इसलिए इस बीमारी के प्रति जागरूकता ही इसका बचाव है। उन्होंने बताया कि जिला में इस बीमारी के प्रति जागरूकता तथा रोकथाम के लिए तीन केन्द्र क्षेत्रीय अस्पताल ऊना, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बंगाणा और दौलतपुर में खोले गये हैं। उन्होंने कहा एड्स पीढि़त बच्चों की उचित देखभाल करके उनको समाज में सकारात्मक और सम्मानजनक जीवन जीने के लिए सहायता कर सकते हैं।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऊना डॉ. जीआर कौशल ने बताया कि जिला में एड्स के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य बड़े प्रभावी ढंग से किया जा रहा है और इसके सार्थक परिणाम भी हासिल हो रहे हैं और नये संक्रमण के मामलों में काफी कमी आई है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य नई पीढ़ी को एड्स फ्री करना है। उन्होंने बताया कि ऊना में अब तक 43914 एचआईवी परीक्षणों में 744 मामले पॉजीटिव पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस बीमारी के कारण व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है जिस कारण व्यक्ति विभिन्न प्रकार की बीमारियों का शिकार हो जाता है। उन्होंने अपने स्टाफ को सुई अथवा टांका या रक्त चढ़ाते समय पूरी सावधानी बरतने को कहा ताकि किसी प्रकार के संक्रमण की कोई गुंजाइश न रहे।
जिला एड्स कार्यक्रम अधिकारी डॉ. निखिल ने जिला में चलाए जा रहे एड्स जागरूकता कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी और बीमारी के संक्रमण व रोकथाम के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला व उचित परामर्श व सावधानियों बारे जानकारी दी।
इस अवसर पर रोगी कल्याण समिति के सदस्य विजय डोगरा, चिकित्सा स्टाफ, हिमकैप्स नर्सिंग कालेज के प्रशिक्षु नर्स भी उपस्थित थे।