महिला जागरूकता शिविर आयोजित
ऊना, 11 दिसम्बर ((विजयेन्दर शर्मा) । हिमाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा धनेश्वरी ठाकुर ने महिलाओं का आह्वान किया कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें तथा महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के विरूद्ध संगठित अपनी आवाज बुलन्द करें। धनेश्वरी ठाकुर आज यहां नगर परिषद् हाल में महिला जागरूकता शिविर की अध्यक्षता कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों का हनन न हो, इस उद्देश्य से प्रदेश में महिला आयोग का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि कन्याभ्रूण हत्या, महिला उत्पीडऩ तथा देहज प्रथा के मामलों में आयोग दोषियों कार्यवाही करता है, जिससे राज्य में ऐसे मामलों में काफी कमी आई है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के सभी मामलों की निरन्तर समीक्षा तथा पुलिस व अन्य अधिकारियों द्वारा शीघ्र कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए राज्य स्तर पर मुख्य सचिव और जिला स्तर पर डीसी की अध्यक्षता में समितियों का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक थाने और पुलिस चौकी में महिला आरक्षी तैनात करने का भी सरकार ने निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की शिकायतों को सुनने के लिए हर जिला में महिला सैल स्थापित किए गए हैं।
महिला आयोग की अध्यक्षा ने कहा कि समाज की बेहसहारा, विधवा व असहाय महिलाओं के उत्थान तथा सशक्तिकरण के लिए सरकार ने कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने महिलाओं से कहा कि वे इन वर्गों की महिलाओं के सहायतार्थ आगे आएं ताकि पात्र महिलाओं योजनाओं का लाभ उठा सकें।
इस अवसर जिला कार्यक्रम अधिकारी ईरा तनवर ने विभाग द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का ब्यौरा दिया। समारोह में पूर्व हिमफै ड अध्यक्षा संतोष सैणी, डॉ. गोपाल चौहान, एएसपी वीरेन्द्र ठाकुर, जिला परिषद् अध्यक्षा रानी रणौत ने भी अपने विचार रखे।
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ऊना, 11 दिसम्बर ((विजयेन्दर शर्मा) । हिमाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा धनेश्वरी ठाकुर ने महिलाओं का आह्वान किया कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें तथा महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के विरूद्ध संगठित अपनी आवाज बुलन्द करें। धनेश्वरी ठाकुर आज यहां नगर परिषद् हाल में महिला जागरूकता शिविर की अध्यक्षता कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों का हनन न हो, इस उद्देश्य से प्रदेश में महिला आयोग का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि कन्याभ्रूण हत्या, महिला उत्पीडऩ तथा देहज प्रथा के मामलों में आयोग दोषियों कार्यवाही करता है, जिससे राज्य में ऐसे मामलों में काफी कमी आई है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के सभी मामलों की निरन्तर समीक्षा तथा पुलिस व अन्य अधिकारियों द्वारा शीघ्र कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए राज्य स्तर पर मुख्य सचिव और जिला स्तर पर डीसी की अध्यक्षता में समितियों का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक थाने और पुलिस चौकी में महिला आरक्षी तैनात करने का भी सरकार ने निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की शिकायतों को सुनने के लिए हर जिला में महिला सैल स्थापित किए गए हैं।
महिला आयोग की अध्यक्षा ने कहा कि समाज की बेहसहारा, विधवा व असहाय महिलाओं के उत्थान तथा सशक्तिकरण के लिए सरकार ने कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने महिलाओं से कहा कि वे इन वर्गों की महिलाओं के सहायतार्थ आगे आएं ताकि पात्र महिलाओं योजनाओं का लाभ उठा सकें।
इस अवसर जिला कार्यक्रम अधिकारी ईरा तनवर ने विभाग द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का ब्यौरा दिया। समारोह में पूर्व हिमफै ड अध्यक्षा संतोष सैणी, डॉ. गोपाल चौहान, एएसपी वीरेन्द्र ठाकुर, जिला परिषद् अध्यक्षा रानी रणौत ने भी अपने विचार रखे।
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