विधायक होशियार सिंह ने अगर सार्वजनिक मंच पर अगर माफ़ी नहीं मांगी तो उनके विरुद्ध क़ानूनी कार्यवाही की जाएगी
प्रदेश के उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर पर कथित भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले देहरा विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक होशियार सिंह ने कांग्रेस पार्टी से सांठगांठ करके प्रदेश की लोकप्रिय भाजपा सरकार को राजनीतिक तौर पर बदनाम करने का षड़यंत्र रचा है। सीमैंट कंपनियों से सांठगाठ के झूठे आरोप लगाकर निर्दलीय विधायक होशियार सिंह उनकी बेदाग छवि को राजनीतिक कुचेष्टा के चलते धूमिल करने का कथित प्रयास किया है।उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर पर कथित लगाए गए झूठे आरोप पर विधायक होशियार सिंह ने अगर सार्वजनिक मंच पर अगर माफ़ी नहीं मांगी तो उनके विरुद्ध क़ानूनी कार्यवाही की जाएगी। जिला भाजपा प्रवक्ता सपन सूद ने बुधवार को पत्रकार वार्ता में निर्दलीय विधायक होशियार सिंह को कांग्रेस का अघोषित एजेंट करार देते हुए कहा की उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर पर कथित भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर वह अपने परम मित्र कांग्रेस विधायक राजिंद्र राणा के बेटे अभिषेक राणा के लिए बैटिंग कर रहें हैं।गौरतलब की हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर राजिंद्र राणा के बेटे अभिषेक राणा के चुनाव लड़ने की अटकलने जोरों पर हैं। भाजपा प्रवक्ता सपन सूद ने कहा की निर्दलीय विधायक होशियार सिंह धमकियां मिलने की झूठी ब्यानबाजी करके सस्ती राजनीतिक लोकप्रियता हासिल करना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा की धमकियों की शिकायत प्रधानमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से करने से पूर्व उनको स्थानीय पुलिस थाना या ज़िलाधीश काँगड़ा से क़ानूनी शिकायत करनी चाहिए।भाजपा प्रवक्ता सपन सूद ने विधायक होशियार सिंह को चुनौती दी है की अगर उनको धमकियां दी जा रही है तो इसकी शिकायत तुरन्त करे ताकि दोषी बेनकाब हो सके। भाजपा नेता सपन सूद ने कहा की पुलिस छानबीन में पोल न खुले ऐसे में विधायक होशियार सिंह शिकायत पत्र सौंपने की अपेक्षा समाचार पत्रों की सुर्खियाँ बटोरने के लिए ब्यानबाजी तक ही सीमित हैं। भाजपा प्रवक्ता सपन सूद ने कहा की विधायक होशियार सिंह झूठी ब्यानबाजी से प्रदेश की जनता को गुमराह नहीं कर सकते। उन्होंने कहा की प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी पारदर्शिता से प्रदेशहित में कार्य कर रही है।सपन सूद ने कहा की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में पूर्व की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में बहती रही भ्रष्टाचार की गंगौत्री को आठ माह के कार्यकाल में पूरी तरह से साफ करके प्रदेश को भ्रष्टाचार से मुक्त करने में पूरी सफलता प्राप्त करके नया आयाम स्थापित किया है।