भाजपाई करे तो शिष्टाचार कोई दूसरा करे तो अत्याचार-दीपक शर्मा
**कांग्रेस प्रवक्ता बोले जनप्रतिनिधि का जीवन सार्वजनिक,निजी कुछ भी नहीं*
धर्मशाला, 29 जून (विजयेन्दर शर्मा) । मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा भाजपा विधायक की पत्नी द्वारा उठाए गए अत्याचार के मामले पर यह कह कर पल्ला झाड़ना की कथित मामला उनका निजी मामला है,विरोधाभासी ब्यान है।
यह प्रतिक्रिया प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने आज मीडिया को दी।उन्होंने कहा कि ऐसे कई मामले हैं जिन पर भाजपा ने पूर्व में बबाल खड़े किए।लेकिन अब जब भाजपा के ही जनप्रतिनिधि का मामला सार्वजनिक हुआ है तो दोहरे मापदंड अपनाए जा रहे हैं।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पूरा देश जानता है कि भाजपा किस तरह से विरोधियों के बारे में सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करती है।उनके निजी जीवन पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करके चरित्रहनन करती है।लेकिन अब जब खुद के जनप्रतिनिधि के आचरण पर उंगलियां उठी हैं तो बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि नैतिकता के तराजू में सभी जनप्रतिनिधि बराबर के होते हैं।चुने हुए जनप्रतिधि का जीवन सार्वजनिक होता है।उसे अपने बारे में हर अच्छे बुरे आचरण का जबाब देना होता है।उन्होंने कहा कि सवाल जनप्रतिधि के आचरण-व्यवहार का है।बड़े बड़े आदर्शवादी प्रवचन देने वालों का निजी आचरण कैसा है ,यह उनके पारिवारिक व्यवहार से पता चलता है।उन्होंने कहा कि जिसका अपनी पत्नी-परिवार के साथ व्यवहार अन्यायपूर्ण हो,अत्याचारी-हिंसक हो वह जनता के प्रति कैसा व्यवहार करेगा समझा जा सकता है।जनता ऐसे प्रतिनिधियों को पहचानने के बाद खुद ज़मीन सुंघाती है।दीपक शर्मा ने कहा कि राजनीति में उच्च आदर्श,सिद्धांत,सात्विक आचरण आदि विषयों पर राजनेताओं को राजनीति से ऊपर उठ कर सोचने और अपनाने की आवश्यकता है।जिस तरह से जनता में राजनेताओं की छवि धूमिल हुई है वह स्वस्थ समाज के लिए चिंता का विषय है।दीपक शर्मा ने कहा कि जनता को बड़े बड़े आदर्शवादी भाषण देने वाले नेताओं ने किस तरह बिना कोई व्यवसाय किए अकूत सम्पत्तियां अर्जित की जनता जानती है।आज राजनीति निस्वार्थ सेवा का मंच नहीं बल्कि व्यवसाय हो चुका है।जब राजनेता किसी भी दूसरे नेता के गलत आचरण,भ्र्ष्टाचार, गतल हथकंडों का बचाव या समर्थन करता है तभी राजनीति के क्षेत्र में ऐसा पतन गिरावट होती है।दीपक शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम को सच्चाई के साथ खड़ा होना चाहिए।ठीक को ठीक अयूर गलत को गलत कहने की ताकत दिखानी चाहिए।मुख्यमंत्री के इस तरह बचावपूर्ण ब्यान से गलत संदेश गया है।यह दुर्भाग्यपूर्ण है।