आज़ादी के बाद राजनीतिक परिवेश में आज तक किसी ने धर्म के लिए राजनीती की तो किसी को राजनीती में धर्म दिखा लेकिन सिद्धांत की राजनीती सिर्फ भाषणों और घोषणापत्रों तक सिमट गई। सत्ता परिवर्तन होता रहा लेकिन व्यवस्था परिवर्तन नहीं हो पाई। अब नई सदी की नई सोच व् नेतृत्व के साथ राजनीति के नए प्रयोग का उचित समय आ गया है। देश और प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन के लिए एक नई पार्टी का उदय हुआ है जिसका नाम राष्ट्रीय लोकनीति पार्टी रखा गया है।
पार्टी की औपचारिक घोषणा पार्टी के नेशनल चीफ कन्वीनर ब्रिगेडियर डॉ बी के खन्ना द्वारा 14 मार्च 2021 को देश की राजधानी के कंस्टीटूशन क्लब दिल्ली से की गई। अब पार्टी देश के अन्य राज्यों में भी अपना संगठन बना रही है। इसी क्रम में पार्टी ने हिमाचल प्रदेश में पार्टी का संगठन किया है। पार्टी के नेशनल कन्वीनर एडमिन दीपक पंड्या ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि नंदी वर्धन जैन को पार्टी का स्टेट एडवाइजर और डी एन चौहान को स्टेट कन्वीनर नियुक्त किया गया है। नंदी वर्धन जैन हिमाचल शिक्षा विभाग में सेवा देते रहे हैं और अब सेवा निवृत होकर जनसेवा के लिए समर्पित है। इसी तरह डी एन चौहान विगत कई वर्षों से समाज सेवा में तत्पर है और पहली बार किसी राजनीतिक दल से जुड़े हैं।
एडमिन दीपक पंड्या ने कहा कि पार्टी का पहली बार शुचिता और अनुशासन के साथ देवभूमि से चुनाव लड़ना हमारे लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि पार्टी हिमाचल के मंडी लोकसभा उप चुनाव लड़ने का फैसला लिया है, जिसके लिए प्रत्याशी का चुनाव जनता की राय से किया जा रहा है और आम जनता द्वारा ही जनघोषणापत्र भी तैयार किया जा रहा है। पार्टी की वेबसाइट पर चयन पत्र अपलोड किया गया है जिसके तहत जनता अपने पसंदीदा संभावित प्रत्याशी को नामजद कर सकती हैं। जिसको सबसे अधिक लोगों द्वारा नामजद किया जाएगा पार्टी ऐसे व्यक्ति को अपना प्रत्याशी घोषित करेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के मुख्य सिद्धांत सुशासन व पारदर्शिता के साथ जवाबदेही शामिल है। जिसके लिए रीयल टाइम डाटा के साथ न्यू एरा लीडरशिप को तैयार करना है ताकि देश में व्याप्त राजनीतिक संक्रमण जैसे आपराधिक, परिवारवाद व् पार्टी द्वारा प्रत्याशी को थोपने की कुप्रथा पर रोक लगाई जा सके। इक्कीसवीं सदी का वर्तमान युग सूचना तकनीक, जनसंवाद एवं प्रौद्योगिकी का युग है। उन्होंने कहा कि आज हम एक ऐसे समाज और राष्ट्र की परिकल्पना करते हैं जहां समाज का अंतिम व्यक्ति भी महसूस करे कि प्रत्येक विकास में उसकी भी अहम भूमिका और हिस्सेदारी है। लोकतन्त्र की गूॅंज और राष्ट्र उत्थान में उसके पसीने की गंध का भी मोल हो, तभी सही मायने में लोकशाही का राम-राज्य स्थापित हो सकेगा । एक ऐसा समाज जो पारदर्शी नेतृत्व, आधुनिक तकनीक और नेक नीयत के साथ बुजुर्गों का सम्मान, स्त्रियों की सुरक्षा और नौनिहालों के स्वर्णिम भविष्य की गारंटी देता हो। जहां सरकार दाता के अहंकार में और जनता याचक के रूप में न हों, अपितु सरकार अपना दायित्व निर्वहन करते हुए प्रत्येक नागरिक के घर-द्वार तक सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें।
पार्टी के प्रदेश एडवाइजर नंदी वर्धन जैन ने कहा कि मेरा कभी किसी पार्टी या दाल से कोई सम्बन्ध नहीं रहा। आज इस दल से इसलिए जुड़ा हूँ क्यूंकि यह कोई दल नहीं बल्कि दिल है। हमारी पार्टी के उदेश्य में एक ही इलेक्ट्रॉनिक कार्ड पर समस्त सेवाओं को लाना ताकि कार्डों के बोझ से निजात मिल सके और कोई एक कार्ड राष्ट्रीयता को प्रमाणित कर सके। प्रत्येक पंचायत में उसी क्षेत्र के 15 लोगों को रोजगार देकर हर सेवा को घर पर ही उपलब्ध करवाना है शामिल है। इसके साथ - साथ पार्टी का मानना है कि दूसरे राजनितिक दलों द्वारा घोषणापत्र में मुफ्तखोरी और धन के लूट का लालच दिया जाता है उसके विपरीत लोकनीति पार्टी मंडी लोकसभा चुनाव के लिए अपना जनघोषणापत्र समस्याओं के संभावित समाधानों सहित जनता के सामने रखेगी। इन संकल्पों के अलावा समस्त गतिविधियों पर हम एक नई सोच के साथ आगे बढ़ने के लिए एकजुट होकर जनता के बीच जाने की लिए तैयार हैं और लोकतंत्र की बुनियाद को मज़बूत करने के उ्देश्य से आगे बढ़ रहे हैं।
प्रदेश पार्टी कन्वीनर डी एन चौहान ने कहा कि शीघ्र ही प्रदेश में राज्य से लेकर पंचायत स्तर तक पार्टी कार्यकारिणी का गठन कर लिया जायेगा। अभी मंडी लोकसभा उपचुनाव के लिए यह जिम्मेवारियां सौंपी गई है। प्रदेश कन्वीनर ने कहा हमारी पार्टी का लक्ष्य एक कल्याणकारी राज्य बनाना है जिसके तहत हर घर को प्रत्येक मौसम में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति प्रदान करना, स्वास्थ्य, कृषि, बागवानी, शिक्षा और अन्य सभी प्रभागों में नए सुधारों के साथ घर द्वार की सेवाओं को लाना ताकि लोग अपनी सेवाओं में 100 प्रतिशत क्षमता के साथ कार्य कर सके। इसके अलावा जनसंख्या वृद्धि पर कानून लाकर उसे क्रियान्वित करना जिसे सभी दल चुनौती मानते हैं पार्टी का उद्देश्य इसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा करना है। उन्होंने कहा कि शासन व्यवस्था में जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों/पदाधिकारियों की जिम्मेवारी तय ककी जाएगी, जनांकल यानि लोगों द्वारा अपने निर्वाचित प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों का ऑनलाइन पारदर्शी आकलन किया जाएगा किसके आधार पर उनका वेतन/मानदेय/पेंशन एवं पदोन्नति निर्भर होगी। इसके अलावा समस्त सरकारी एवं निजी क्षेत्र में दी जा रही सेवाओं को त्रैमासिक आकलन किया जाएगा और किसी भी कार्यक्रम/योजना में देरी के लिए जिम्मेदार अधिकारी एवं संबंधित जनप्रतिनिधि पर उचित कार्रवाई होगी। जनप्रतिनिधियों के लिए वर्तमान पेंशन योजना पूरी तरह से समाप्त करना भी हमारी नीति का एक हिस्सा है। इसके अलावा हमारे उद्देश्यों में प्रत्येक सेवा एवं कार्यो के लिए एक तय समय सीमा निश्चित करना तथा न्यायिक व्यवस्था में गुणवत्ता एवं कार्यक्षमता हेतु ऑनलाइन आकलन प्रक्रिया को अपनाना आदि शामिल है।