लापरवाही छोड़ प्रदेश की फिक्र करे सरकार-कांग्रेस
धर्मशाला, 29 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा) । प्रदेश में वेक्सीन का अभाव है।युवा वैक्सीन लगवाने के लिए चक्कर काट रहा है।उधर बरसात से जनता की जान पर बन आई है लेकिन सरकार को केवल उपचुनावों की चिंता है।सरकार की यह लापरवाही चिंतनीय है।यह बात प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज मीडिया से कहे।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उपचुनावों के लेकर संजीदा हैं लेकिन बरसात से हो रहे नुकसान, लोगों की जा रही जानों के प्रति असंवेदनशील नज़र आ रहे हैं।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जनता महंगाई और बरसात की दोहरी मार से परेशान है लेकिन सरकार को कोई चिंता नहीं है।उन्होनें कहा कि किसानों की मक्की की फसल बरसात ने बर्बाद कर दी।सेब बागवान भारी कठिनाईयों का सामना कर रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री चुनावी रैलियों में व्यस्त हैं।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी चुनावी रैलियों में कह रहे हैं कि करोना संकटकाल ने सरकार ने एक भी पीड़ित को परेशान नहीं होने दिया।पीड़ितों को तुरन्त अस्पतालों में जगह उपलब्ध करवाई गई।जबकि हकीकत इससे विपरीत है।पूरा प्रदेश जानता है कि लोगों को अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही थी।ऑक्सीजन की कमी और स्वास्थ अव्यवस्थाओं से हज़ारों लोग परेशान हुए और जान से हाथ धोना पड़े।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अगर सरकार की व्यवस्था ठीक होती तो 3485 लोग करोना से नहीं मरते।जिस तरह से हिमाचल सरकार ने लापरवाही का परिचय दिया और करोना संकटकाल में भी भ्र्ष्टाचार को बढ़ावा दिया उससे पूरे देश में हिमाचल को बदनामी मिली।इस बदनामी के लिए प्रदेश भाजपा सरकार जिम्मेदार है।दीपक शर्मा ने कहा कि करोना संक्रमण का खतरा फिर से बढ़ने लगा है।वेक्सीनेशन अभियान धीमी गति से आगे बढ़ रहा है।सरकार वैक्सिनेशन के प्रति गम्भीर नहीं है।सरकार की यह लापरवाही जनता के लिए महँगी साबित हो सकती है।कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को उपचुनावों की चिंता छोड़ बरसात से हो रहे जान माल के नुकसान के प्रति चिंता करनी चाहिए और वैक्सिनेशन अभियान को आगे बढाने के प्रति प्राथमिकता के साथ कार्य करना चाहिए।दीपक शर्मा ने कहा कि यह सरकार जनहित के प्रति असंवेदनशील है।
धर्मशाला, 29 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा) । प्रदेश में वेक्सीन का अभाव है।युवा वैक्सीन लगवाने के लिए चक्कर काट रहा है।उधर बरसात से जनता की जान पर बन आई है लेकिन सरकार को केवल उपचुनावों की चिंता है।सरकार की यह लापरवाही चिंतनीय है।यह बात प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज मीडिया से कहे।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उपचुनावों के लेकर संजीदा हैं लेकिन बरसात से हो रहे नुकसान, लोगों की जा रही जानों के प्रति असंवेदनशील नज़र आ रहे हैं।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जनता महंगाई और बरसात की दोहरी मार से परेशान है लेकिन सरकार को कोई चिंता नहीं है।उन्होनें कहा कि किसानों की मक्की की फसल बरसात ने बर्बाद कर दी।सेब बागवान भारी कठिनाईयों का सामना कर रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री चुनावी रैलियों में व्यस्त हैं।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी चुनावी रैलियों में कह रहे हैं कि करोना संकटकाल ने सरकार ने एक भी पीड़ित को परेशान नहीं होने दिया।पीड़ितों को तुरन्त अस्पतालों में जगह उपलब्ध करवाई गई।जबकि हकीकत इससे विपरीत है।पूरा प्रदेश जानता है कि लोगों को अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही थी।ऑक्सीजन की कमी और स्वास्थ अव्यवस्थाओं से हज़ारों लोग परेशान हुए और जान से हाथ धोना पड़े।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अगर सरकार की व्यवस्था ठीक होती तो 3485 लोग करोना से नहीं मरते।जिस तरह से हिमाचल सरकार ने लापरवाही का परिचय दिया और करोना संकटकाल में भी भ्र्ष्टाचार को बढ़ावा दिया उससे पूरे देश में हिमाचल को बदनामी मिली।इस बदनामी के लिए प्रदेश भाजपा सरकार जिम्मेदार है।दीपक शर्मा ने कहा कि करोना संक्रमण का खतरा फिर से बढ़ने लगा है।वेक्सीनेशन अभियान धीमी गति से आगे बढ़ रहा है।सरकार वैक्सिनेशन के प्रति गम्भीर नहीं है।सरकार की यह लापरवाही जनता के लिए महँगी साबित हो सकती है।कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को उपचुनावों की चिंता छोड़ बरसात से हो रहे जान माल के नुकसान के प्रति चिंता करनी चाहिए और वैक्सिनेशन अभियान को आगे बढाने के प्रति प्राथमिकता के साथ कार्य करना चाहिए।दीपक शर्मा ने कहा कि यह सरकार जनहित के प्रति असंवेदनशील है।