करोना काल के इतिहास में भ्र्ष्टाचार के लिए याद रखी जाएगी भाजपा सरकार*
धर्मशाला, 25 अगस्त (विजयेन्दर शर्मा) । करोना संकटकाल में हिमाचल की भाजपा सरकार का रवैया हमेशा लापरवाहीपूर्ण रहा जिसके चलते प्रदेश की जनता को भारी नुकसान झेलना पड़ा।कांग्रेस पार्टी बार बार सरकार की लापरवाही और अनुभवहीनता के कारण हो रहे नुकसान के प्रति चेतावनी देती रही।लेकिन सरकार हमारे द्वारा दिए गए सुझावों को राजनीतिक आलोचना कह कर दरकिनार करती रही।लेकिन माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा जिस तरह से करोना को लेकर एक याचिका के चलते जयराम सरकार को लताड़ लगाई है और 25 हज़ार का जुर्माना किया है उससे कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि हुई है।यह बात प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज मीडिया को प्रतिक्रिया देते हुए कही।
उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश जानता है कि करोना संकटकाल में सरकार ने जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया था।सरकार की अनुभवहीनता के कारण हज़ारों लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा।उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में सरकार से जब पूछा गया कि प्रदेश में करोना कब शुरू हुआ तो सरकार का कहना था कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।लंबे अंतराल तक सरकार माननीय सुप्रीम कोर्ट को जानकारी देने में असमर्थ रही जिसके चलते माननीय सुप्रीम कोर्ट ने सरकार पर 25 हज़ार का जुर्माना भी ठोका।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अगर सरकार समय रहते एहतियात बरतती और सही निर्णय लेती तो 3500 से ऊपर लोगों को जान नहीं गंवानी पड़ती।उन्होंने कहा कि जनता की फिक्र करने के बजाय सरकार इस आपदा में भी लूट का अवसर ढूंढती रही।जिस तरह से स्वास्थ्य विभाग में मास्क,सेनेटाइजर,पीपीई किट,वेंटिलेटर आदि में घोटाला हुआ उसको पूरे देश ने देखा और हिमाचल का नाम इस सरकार ने डुबोया।यही नहीं करोना दवाओं में जिस तरह से महंगे दामों पर बेच कर लूट हुई उसको रोकने की तरफ सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया।करोना संक्रमित लगभग एक लाख लोगों को दवाइयों में 500 गुणा महंगे दामों पर बेच कर लूटा गया।सरकार ने इस ओर कोई ध्यान देना उचित नहीं समझा।दीपक शर्मा ने कहा कि जब पूरी मानवता पर जीवन का संकट था ऐसे विकट समय में भी भ्र्ष्टाचार करने के लिए इतिहास में बर्तमान भाजपा सरकार को हमेशा याद रखा जाएगा।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि करोना काल में प्रदेश सरकार की भृष्ट कारगुज़ारियों बारे अगर निष्पक्ष जांच हो जाए तो यह सरकार इतिहास की सबसे भृष्ट और निर्दयी सरकार के रूप में सामने आएगी।दीपक शर्मा ने कहा कि भृष्टाचार के जो मामले कांग्रेस ने उजागर किए और अधिकारियों को जेल जाना पड़ा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को त्यागपत्र देना पड़ा, उन सब मामलों को सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल रखा है।यह सरकार का भ्र्ष्टाचार के प्रति दृष्टिकोण को दर्शाता है।