निस्वार्थ समाजसेवी संस्थाओं के साथ राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण-कांग्रेस
धर्मशाला, , 06 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा) । निष्काम भाव से समाज के लिए समर्पित संस्थाओं का प्रदेश में बड़ा योगदान है ऐसी संस्थाएं मानवता की सेवा में प्रेरणादायक कार्य कर रही हैं।सरकार को ऐसी संस्थाओं को राजनीतिक भेदभाव से ऊपर उठ कर सहयोग देना चाहिए।लेकिन भाजपा सरकार इन संस्थाओं के साथ भी राजनीतिक द्वेष की भावना से कार्य कर रही है।यह आरोप प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज प्रदेश सरकार पर लगाए।उन्होंने कहा कि शिमला स्थित केंसर अस्पताल में ऑलमाइटी संस्था के साथ जिस तरह का वर्ताव किया गया है और स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा बदले की भावना से कार्यवाही की गई है वह दुर्भाग्यपूर्ण है।इस संस्था ने निस्वार्थ सेवा का उदाहरण पेश किया है।लेकिन लगता है अस्पताल प्रशासन को निस्वार्थ सेवा रास नहीं आई।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि निस्वार्थ, मुफ्त सेवा कर रही इस संस्था को हटा कर अस्पताल प्रशासन क्या सुविधा देना चाहता है यह स्पष्ट करे।क्या इस सुविधा की जगह सरकारी ठेके पर ठेकेदार के माध्यम से कोई खेल तो नहीं खेला जा रहा है।जिस तरह से यह संस्था मुफ्त भोजन व्यवस्था की सुविधा दे रही थी क्या ऐसी ही व्यवस्था अस्पताल प्रशासन अपनी ओर से जारी रखेगा।सरकार इस बारे स्थिति स्पष्ट करे।दीपक शर्मा ने कहा कि हमीरपुर स्थित मेडिकल कॉलेज में एक स्वयमसेवी संस्था पिछले दो दशक से अनुकरणीय उदाहरण पेश कर रही है।मरीजों और उनके तीमारदारों को तीन समय का भोजन और चायपान मुफ्त में दिया जाता है।प्रदेश के अन्य स्थानों पर ऐसा उदाहरण देखने को नहीं मिलता है।ऐसी संस्थाओं को हतोत्साहित करने के लिए मेडिकल माफिया हमेशा से तत्तपर रहता है।कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसी संस्थाओं को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए लेकिन सरकार जिस तरह से इन संस्थाओं के साथ राजनीति कर रही है वह दुर्भाग्यपूर्ण एवम शर्मनाक है।उन्होंने कहा कि इससे निस्वार्थ सेवा में लगे लोगों को जहां निराशा होती है वहीं समाज के लिए नकारात्मक सन्देश जाता है।उन्होंने सरकार के इस व्यवहार की कड़ी निंदा की।