पहाड़ी गांधी बाबा कांशीराम के योगदान का किया स्मरण
पैतृक निवास गुरनवाड़ में भाषा विभाग ने आयोजित किया कार्यक्रम
देहरा 23 नवम्बर: (विजयेन्दर शर्मा) । भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग जिला कांगड़ा द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत महान स्वतंत्रता सेनानी पहाड़ी गांधी बाबा कांशीराम को उनके पैतृक निवास स्थान गुरनवाड़ में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। पहाड़ी गांधी बाबा कांशी राम और उनके अमूल्य योगदान का स्मरण करते हुए विभाग द्वारा आज मंगलवार को उनके पैतृक गांव में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिला भाषा अधिकारी सुरेश राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि बाबा कांशी राम को समर्पित लघु नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा पहाड़ी कवि सम्मेलन का आयोजन इस अवसर पर उनके पैतृक निवास स्थान गुरणवाड़ में किया गया।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए बागसू कला मंच धर्मशाला द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से लोगों का मनोरंजन किया। उन्होंने बाबा कांशीराम के जीवन के पलों को गीतों के माध्यम से प्रस्तुत किया। उसके पश्चात पहाड़ी कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। इसमें विभिन्न साहित्यकारों एवं कवियों द्वारा पहाड़ी भाषा में अपनी रचनाएं एव कविताएं प्रस्तुत की गई। जिनमें नंद किशोर की कविता 'लोक गलांदे सच मेरे भाई', 'बींडे बड़े कबींडे होंदे, अक्ख जरा नी लाणा दिंदे, राति सुपने च सुनांदे बिंडे' से अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि विशाल सिंह ने अपनी कविता के चंद बोल यूं प्रस्तुत किए 'तू बणै घरे स्टेजा कियां चढ़ना मित्रा, प्रोग्राम सरकारी है तू कियां पढ़ना मित्रा'। कार्यक्रम के तीसरे चरण में सांस्कृतिक- सामाजिक सांझा मंच धर्मशाला द्वारा पहाड़ी गांधी बाबा कांशीराम के स्वतंत्रता आंदोलन में सहयोग व उनके जीवन काल त्थ्यों पर व उनके स्वतंत्रता संघर्ष पर लघु नाटक का मंचन किया गया।
कार्यक्रम में पहाड़ी गांधी बाबा कांशीराम के पौत्र रविकांत शर्मा मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे। डाॅ. प्रतियुष गुलेरी कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रहे वहीं अध्यक्षता डाॅ. गौतम व्यथित ने की। अंत में अपने भाषण में रविकांत शर्मा व विनोद शर्मा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि हम भाषा विभाग के आभारी हैं जिन्होंने पहाड़ी गांधी बाबा कांशीराम के आवास पर कार्यक्रम किया। कार्यक्रम में जिला भाषा अधिकारी सुरेश राणा ने सभी लोगों को आभार व्यक्त किया।
पैतृक निवास गुरनवाड़ में भाषा विभाग ने आयोजित किया कार्यक्रम
देहरा 23 नवम्बर: (विजयेन्दर शर्मा) । भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग जिला कांगड़ा द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत महान स्वतंत्रता सेनानी पहाड़ी गांधी बाबा कांशीराम को उनके पैतृक निवास स्थान गुरनवाड़ में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। पहाड़ी गांधी बाबा कांशी राम और उनके अमूल्य योगदान का स्मरण करते हुए विभाग द्वारा आज मंगलवार को उनके पैतृक गांव में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिला भाषा अधिकारी सुरेश राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि बाबा कांशी राम को समर्पित लघु नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा पहाड़ी कवि सम्मेलन का आयोजन इस अवसर पर उनके पैतृक निवास स्थान गुरणवाड़ में किया गया।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए बागसू कला मंच धर्मशाला द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से लोगों का मनोरंजन किया। उन्होंने बाबा कांशीराम के जीवन के पलों को गीतों के माध्यम से प्रस्तुत किया। उसके पश्चात पहाड़ी कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। इसमें विभिन्न साहित्यकारों एवं कवियों द्वारा पहाड़ी भाषा में अपनी रचनाएं एव कविताएं प्रस्तुत की गई। जिनमें नंद किशोर की कविता 'लोक गलांदे सच मेरे भाई', 'बींडे बड़े कबींडे होंदे, अक्ख जरा नी लाणा दिंदे, राति सुपने च सुनांदे बिंडे' से अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि विशाल सिंह ने अपनी कविता के चंद बोल यूं प्रस्तुत किए 'तू बणै घरे स्टेजा कियां चढ़ना मित्रा, प्रोग्राम सरकारी है तू कियां पढ़ना मित्रा'। कार्यक्रम के तीसरे चरण में सांस्कृतिक- सामाजिक सांझा मंच धर्मशाला द्वारा पहाड़ी गांधी बाबा कांशीराम के स्वतंत्रता आंदोलन में सहयोग व उनके जीवन काल त्थ्यों पर व उनके स्वतंत्रता संघर्ष पर लघु नाटक का मंचन किया गया।
कार्यक्रम में पहाड़ी गांधी बाबा कांशीराम के पौत्र रविकांत शर्मा मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे। डाॅ. प्रतियुष गुलेरी कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रहे वहीं अध्यक्षता डाॅ. गौतम व्यथित ने की। अंत में अपने भाषण में रविकांत शर्मा व विनोद शर्मा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि हम भाषा विभाग के आभारी हैं जिन्होंने पहाड़ी गांधी बाबा कांशीराम के आवास पर कार्यक्रम किया। कार्यक्रम में जिला भाषा अधिकारी सुरेश राणा ने सभी लोगों को आभार व्यक्त किया।