महान व्यक्तित्वों से प्रेरणा लें : विपिन सिंह परमार
सुभाष जयंती पर बोले विधान सभा अध्यक्ष
पालमपुर, 23 जनवरी ( विजयेन्दर शर्मा) । नेता जी सुभाष चन्द्र बोस सेवा समिति दरंग, धोरण, घनेटा ने सुभाष चन्द्र बोस की 125वीं जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया। विधान सभा अध्यक्ष, विपिन सिंह परमार ने कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप शिरकत की और नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और श्रदासुमन अर्पित किये।
विधान सभा अध्यक्ष ने सम्मानित किये स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन
दरंग में पार्क बनाकर स्थापित करेंगे सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा
विधान सभा अध्यक्ष ने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की। परमार ने इस क्षेत्र से सम्बंधित स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय कर्म सिंह गुलेरिया, स्वर्गीय मंगत राम और स्वर्गीय लाल सिंह तीतरीया के परिजनों को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि फोर लेन निर्माण के चलते दरंग में लगी नेता जी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा को यहां किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित कर सुंदर पार्क निर्मित किया जायेगा।
उन्होंने नेता जी सुभाष चन्द्र बोस सेवा समिति दरंग, धोरण, घनेटा को हर वर्ष नेता जी की जयंती को उत्सव के रुप में आयोजित करने की बधाई दी। उन्होंने कहा भारत की आज़ादी में नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की भूमिका महानायक की रही है और उनकी जयंती को मनाने से हमारी युवा पीढ़ी को भी नेता जी को जानने समझने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्र बोस अद्भुत साहस के धनी थे और उनसे हमेशा सभी को प्रेरणा मिलती है।
परमार ने कहा कि 23 जनवरी 1897 को जन्मे नेता जी भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी तथा सबसे बड़े नेता थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिये उन्होंने जापान के सहयोग से आज़ाद हिन्द फौज का गठन किया था। उनके द्वारा दिया गया जय हिंद का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया है। "तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूँगा" उस समय अत्यधिक प्रचलित नारा था और भारतवासी उन्हें नेता जी के नाम से सम्बोधित करते हैं।
11 गांवों के पेयजल पर हो रहे 44 करोड़
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन में पेयजल योजना दरंग, धोरण, घनेटा, पुनर, मलानू 13 करोड़ रुपये से निर्मित की जा रही है, इसमे 38 किलोमीटर नई पाइप लाइन ही डालने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स के अंतर्गत भी पेयजल योजना परौर, पनापर, धोरण, घनेटा,खोली टांडा, खरौठ, गगल, मालनू, पुनर और रमेहड़ के निर्माण पर भी साढ़े 31 करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री राहत कोष से 60 लोगों को वितरित की सहायता
विधानसभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर कोविड संक्रमण के चलते अपनी जान गवा चुके 10 लोगों के परिजनों को कोविड डेथ रिलीफ में 5 लाख की सहायता वितरीत की। साथ ही उन्होंने 60 लाभार्थियों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 7 लाख 44 हजार रुपये की राशि वितरित की।
कार्यक्रम में भाजपा के मंडल अध्यक्ष देश राज शर्मा, महामंत्री सुख देव मसंद, बीडीसी अध्यक्ष अनिता चौधरी,बीडीसी सदस्य पवन कपूर, बीडीसी सदस्य सुनीता देवी, बीडीसी सदस्य रक्षा देवी, दरंग की प्रधान इंदु गुलेरिया, धनेटा की प्रधान सीमा चौधरी, ज़िला महिला मोर्चा अध्यक्ष रागिनी रुकवाल, मोनिका राणा, मंजुला गुलेरिया, रिपु दमन गुलेरिया, रिटायर कर्नल सुरेश धीमान, प्रधान परौर रोज़ी राणा, समिति के सदस्य, तहसीलदार सार्थक शर्मा, नायब अब्दुल बशीर, एसडीओ जल शक्ति डी एस परमार और बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
सुभाष जयंती पर बोले विधान सभा अध्यक्ष
पालमपुर, 23 जनवरी ( विजयेन्दर शर्मा) । नेता जी सुभाष चन्द्र बोस सेवा समिति दरंग, धोरण, घनेटा ने सुभाष चन्द्र बोस की 125वीं जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया। विधान सभा अध्यक्ष, विपिन सिंह परमार ने कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप शिरकत की और नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और श्रदासुमन अर्पित किये।
विधान सभा अध्यक्ष ने सम्मानित किये स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन
दरंग में पार्क बनाकर स्थापित करेंगे सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा
विधान सभा अध्यक्ष ने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की। परमार ने इस क्षेत्र से सम्बंधित स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय कर्म सिंह गुलेरिया, स्वर्गीय मंगत राम और स्वर्गीय लाल सिंह तीतरीया के परिजनों को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि फोर लेन निर्माण के चलते दरंग में लगी नेता जी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा को यहां किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित कर सुंदर पार्क निर्मित किया जायेगा।
उन्होंने नेता जी सुभाष चन्द्र बोस सेवा समिति दरंग, धोरण, घनेटा को हर वर्ष नेता जी की जयंती को उत्सव के रुप में आयोजित करने की बधाई दी। उन्होंने कहा भारत की आज़ादी में नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की भूमिका महानायक की रही है और उनकी जयंती को मनाने से हमारी युवा पीढ़ी को भी नेता जी को जानने समझने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्र बोस अद्भुत साहस के धनी थे और उनसे हमेशा सभी को प्रेरणा मिलती है।
परमार ने कहा कि 23 जनवरी 1897 को जन्मे नेता जी भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी तथा सबसे बड़े नेता थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिये उन्होंने जापान के सहयोग से आज़ाद हिन्द फौज का गठन किया था। उनके द्वारा दिया गया जय हिंद का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया है। "तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूँगा" उस समय अत्यधिक प्रचलित नारा था और भारतवासी उन्हें नेता जी के नाम से सम्बोधित करते हैं।
11 गांवों के पेयजल पर हो रहे 44 करोड़
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन में पेयजल योजना दरंग, धोरण, घनेटा, पुनर, मलानू 13 करोड़ रुपये से निर्मित की जा रही है, इसमे 38 किलोमीटर नई पाइप लाइन ही डालने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स के अंतर्गत भी पेयजल योजना परौर, पनापर, धोरण, घनेटा,खोली टांडा, खरौठ, गगल, मालनू, पुनर और रमेहड़ के निर्माण पर भी साढ़े 31 करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री राहत कोष से 60 लोगों को वितरित की सहायता
विधानसभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर कोविड संक्रमण के चलते अपनी जान गवा चुके 10 लोगों के परिजनों को कोविड डेथ रिलीफ में 5 लाख की सहायता वितरीत की। साथ ही उन्होंने 60 लाभार्थियों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 7 लाख 44 हजार रुपये की राशि वितरित की।
कार्यक्रम में भाजपा के मंडल अध्यक्ष देश राज शर्मा, महामंत्री सुख देव मसंद, बीडीसी अध्यक्ष अनिता चौधरी,बीडीसी सदस्य पवन कपूर, बीडीसी सदस्य सुनीता देवी, बीडीसी सदस्य रक्षा देवी, दरंग की प्रधान इंदु गुलेरिया, धनेटा की प्रधान सीमा चौधरी, ज़िला महिला मोर्चा अध्यक्ष रागिनी रुकवाल, मोनिका राणा, मंजुला गुलेरिया, रिपु दमन गुलेरिया, रिटायर कर्नल सुरेश धीमान, प्रधान परौर रोज़ी राणा, समिति के सदस्य, तहसीलदार सार्थक शर्मा, नायब अब्दुल बशीर, एसडीओ जल शक्ति डी एस परमार और बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहे।