संस्कृत भारती हिमाचल प्रदेश के द्वारा आयोजित प्रांत सम्मेलन 2022 का समापन

ज्वालामुखी 27 फरवरी  ( विजयेन्दर शर्मा) ।    संस्कृत भारती हिमाचल प्रदेश के द्वारा आयोजित प्रांत सम्मेलन 2022 का समापन समारोह अग्रवाल धर्मशाला ज्वालामुखी में आज संपन्न हुआ। प्रांत सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रुप में हिमाचल प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री  जयराम ठाकुर आभासी ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में हिमाचल प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री  गोविंद ठाकुर जी, सारस्वत अतिथि के रुप में डॉक्टर लोकेंद्र शर्मा उपस्थित रहे।
 कार्यक्रम में संस्कृत भारती हिमाचल प्रदेश के प्रांत अध्यक्ष  प्रोफेसर लक्ष्मी निवास पांडे  ने अध्यक्षता की। समापन समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में संस्कृत भारती के अखिल भारत संगठन मंत्री  जयप्रकाश गौतम  उपस्थित थे। सत्यदेव ने सम्मेलन का उद्देश्य एवं सामान्य वृत्त प्रस्तुत किया। तदोपरान्त सम्मेलन के मुख्य वक्ता ने संस्कृत भारती के कार्य स्वरूप एवं कार्य पद्धति के विषय में अपने विचार प्रस्तुत किए।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2021 की संक्षिप्त रूप से विवेचना की और संस्कृत के विकास हेतु कार्य योजना पर अपने अमूल्य विचार साझा किए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमने संस्कृत को हिमाचल प्रदेश की द्वितीय राज्य भाषा घोषित किया है और शीघ्र ही इस विषय पर कार्यान्वयन करने के लिए हम तत्पर रहेंगे। संस्कृत भाषा को हमारी सरकार ने तीसरी कक्षा से लागू किया है जिसका अभी पाठ्यक्रम भी निर्धारित हो चुका है और अगले सत्र से उसका संचालन भी किया जाएगा। अन्य जो मांगे संस्कृत भारती की विशेष थी उन मांगों के लिए बजट सत्र में विशेष प्रावधान किया जाएगा। ऐसा मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार ने आश्वासन दिया है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित हिमाचल प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री के पद पर आसीन गोविंद सिंह ठाकुर जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमारी सरकार संस्कृत के प्रति वचनबद्ध है संस्कृत भारती के प्रति वचनबद्ध हैं। इसके क्रियान्वयन के लिए जो जो उचित हो सकता है उसके लिए हम शीघ्र अति शीघ्र उचित प्रयास करेंगे। कार्यक्रम के अंत में संस्कृत भारती के प्रांत अध्यक्ष महोदय प्रोफेसर लक्ष्मी निवास पांडे जी ने और अपने उद्बोधन से संस्कृत भारती के कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया और आगे जाकर के अपने कार्य क्षेत्र में संस्कृत भारती के प्रचार को और ज्यादा संस्कृत भारती के कार्य को करने के लिए और ज्यादा प्रेरित किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ गिरिराज गौतम ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन करके शांति मंत्र से कार्यक्रम का समापन हुआ।
BIJENDER SHARMA

हि‍माचल प्रदेश का समाचार पोर्टल

एक टिप्पणी भेजें

Thanks For Your Visit

और नया पुराने