पंडित सुखराम के देहावसान से विकास की राजनीति के एक युग का अंत हो गया-दीपक शर्मा
धर्मशाला 11 मई,(विजयेन्दर शर्मा ) । पंडित सुखराम के देहावसान से विकासात्मक राजनीति के एक युग का अंत हो गया। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता एवं पंडित सुखराम के बरसों सहयोगी रहे दीपक शर्मा ने आज मीडिया से व्यक्त किए। शर्मा ने कहा कि मेरे लिए यह व्यक्तिगत आघात है।पण्डित जी जैसा दूरदर्शी, सृजनशील नेता दूसरा पैदा होना नामुमकिन है।
उन्होंने कहा कि पण्डित जी के दिलोदिमाग में हमेशा प्रदेश का विकास रहा।जिस तरह से संचार क्रांति के माध्यम से पूरे देश को नई दिशा दी और बेरोज़गारी को दूर करने के साधन पैदा किए उसके लिए आज भी पण्डित जी को याद किया जाता है।दीपक शर्मा ने कहा कि पण्डित जी का सपना था कि हिमाचल कर्जमुक्त हो और बेरोज़गारी खत्म हो।इसके लिए उन्होंने वृहद योजनाएं बनाई थीं।दीपक शर्मा ने कहा कि यह हिमाचल प्रदेश का दुर्भाग्य रहा कि पण्डित जी हिमाचल के मुख्यमंत्री नहीं बन पाए वरना आज हिमाचल कर्जमुक्त होता और बेरोज़गारी दूर होती।दीपक शर्मा ने कहा कि पण्डित जी जैसा विकास मसीहा कोई दूसरा पैदा होना नामुमकिन है।आज भी अगर राजनीतिक दल और सरकारें राजनीति से ऊपर उठकर पंडित जी द्वारा तैयार की गई योजनाओं, नीतियों को लागू करें तो प्रदेश को विकास पथ पर लाया जा सकता है।यही पण्डित जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।दीपक शर्मा ने पण्डित जी की आत्मा को शांति की प्रार्थना करते हुए ईश्वर से शोक संतप्त परिवार एवं लाखों चाहने वालों को इस अपूर्णीय क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना की।