अंध नगरी भ्रष्ट राजा’ नाटक का मंचन सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय डोहगी ऊना के छात्रों ने करके खूब वाहवाही लूटी


 
ज्वालामुखी  11 अगस्त ( विजयेन्दर शर्मा ) । भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा श्रावण पूर्णिमा के पावन अवसर पर राज्य स्तरीय संस्कृत दिवस के उपलक्ष्य पर दूसरे दिन का कार्यक्रम भी श्री मां संस्कृत महाविद्यालय के सभागार में आयोजित किया गया जिसमें संस्कृत में कवि सम्मेलन तथा महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम व नाटक का मंचन किया गया। डा. बृहस्पति मिश्र इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व उपमंडलाधिकारी   ज्वालामुखी श्री मनोज कुमार विशिष्ट अतिथि  के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ उपमंडलाधिकारी  ज्वालामुखी,  व कार्यक्रम के अध्यक्ष डा. ओम दत्त सरोज ने दीप प्रज्जवल कर की।
 सहायक दिनेश भाषा संस्कृति विभाग श्रीमती कुसुम संघाईक ने मुख्य अतिथि तथा सभी आमंत्रित लेखकों/कवियों का अभिनन्दन  किया। कार्यक्रम के पहले सत्र में 'अंध नगरी भ्रष्ट राजा' नाटक का मंचन सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय डोहगी ऊना के छात्रों ने करके खूब वाहवाही लूटी। प्रदेश भर से आये लगभग 25 साहित्यकारों/कवियों ने संस्कृत भाषा में अपनी-अपनी कविता पाठ किया।
 ज्वालामुखी संस्कृत महाविद्यालय के छात्र चिराग शर्मा ने शिव स्तोत्र सुनाकर सभी को मंत्रमुग्ध किया । कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ मनोज शैल ने किया । कार्यक्रम के दूसरे सत्र में राजकीय संस्कृत महाविद्यालय फागली, जिला शिमला की छात्राओं ने हिमाचली लोकगीतो को संस्कृत में रूपान्तरण कर नाटी प्रस्तुत की । इसके उपरांत महाविद्यालयीय प्रतियोगिताओं के पुरस्कार विजेताओं को माननीय मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत किया गया । प्रथम विजेता को रू. 5100/ द्वितीय को 3100/, तृतीय को रू 2100/ एवं सांत्वना पुरस्कार रू. 1100/ की राशि  पुरस्कार स्वरूप विभाग द्वारा दी गई । इसके अतिरिक्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों मे भाग लेने वाले छात्र/छात्राओं को भी प्रशस्ति -पत्र देकर सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम के अन्त में विशिष्ट अतिथि उप-मण्डलाधिकारी  मनोज कुमार ने अपने संबोधन में उपस्थित सभी प्रतिभागियों तथा आयोजको को संस्कृत दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि संस्कृत भाषा विश्व की सबसे प्राचीनतम भाषा है । इसके प्रचार-प्रसार के लिए हम सबको अपना योगदान देना होगा ।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. ओम दत्त सरोच ने भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा पूरे प्रदेश भर में आयोजित संस्कृत भाषा कार्यक्रमों की सराहना की ।  
       आयोजन के मुख्यातिथि डॉ. बृहस्पति मिश्र ने कहा कि दीर्घकाल से संस्कृत के उत्थान के लिए किए जा रहे कार्यों का फल अब प्राप्त हो रहा है । प्रदेश सरकार द्वारा संस्कृत को द्वितीय राजभाषा घोषित किया गया है जिसके प्रचार-प्रसार में गति लाने की आवश्यकता है । विभाग के सहायक निदेशक अलका कैंथला ने दो दिवसीय आयोजन में प्रदेश भर से आए समस्त साहित्यकारों, संस्कृत महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं का आयोजन को सफल बनाने के लिए धन्यवाद किया । इस कार्यक्रम में विभाग के जिला भाषा अधिकारी कांगड़ा अमित गुलेरी, भाषा अधिकारी सुरेश राणा, ज्ञीमती श्रेष्ठा,  विपिन भी उपस्थित रहे ।

BIJENDER SHARMA

हि‍माचल प्रदेश का समाचार पोर्टल

एक टिप्पणी भेजें

Thanks For Your Visit

और नया पुराने