स्कूली बच्चों के लिए देवदूत बनकर उभरा मुकेश ठाकुर , करवा रहे हैं बच्चों को किताबें कापियां मुफ्त में
धर्मशाला , 30 सितंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । । जसवां परागपुर के मुकेश ठाकुर सोनू ने पिछले दो सालों में इलाके के सैकड़ों स्कूली बच्चों को पाठ्य पुस्तकें व अन्य सामग्री उपलब्ध करवा कर नया इतिहास रचा है। आज राजनीति में लोग आकर पैसा कमा रहे हैं। लेकिन मुकेश ठाकुर लीक से हटकर ऐसा कुछ कर रहे हैं। जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है।
धर्मशाला , 30 सितंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । । जसवां परागपुर के मुकेश ठाकुर सोनू ने पिछले दो सालों में इलाके के सैकड़ों स्कूली बच्चों को पाठ्य पुस्तकें व अन्य सामग्री उपलब्ध करवा कर नया इतिहास रचा है। आज राजनीति में लोग आकर पैसा कमा रहे हैं। लेकिन मुकेश ठाकुर लीक से हटकर ऐसा कुछ कर रहे हैं। जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है।
जसवां परागपुर से कांग्रेस पार्टी के टिकट की दावेदारी कर रहे मुकेश ठाकुर कई स्कूली बच्चों के लिए देवदूत बन कर सामने आये हैं। व इलाके का प्रतिनिधित्व कर रहे कबीना मंत्री बिक्रम ठाकुर के योगदान को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। कि क्या मंत्री रहते वह ऐसा कुछ नहीं कर सकते थे। इसी तरह कांग्रेस नेता सुरेंद्र ठाकुर के योगदान की भी चर्चा हो रही है। कि पिछली कांग्रेस सरकार के दौर में मनकोटिया ने कितने बच्चों को लाभ पहुंचाया।
दोनों ही नेताओं का कद मुकेश ठाकुर के सामने बौना साबित हो रहा है। मुकेश ठाकुर अपनी कमाई से स्कूली बच्चों को किताबें और कॉपियां दे रहे हैं। उनके सहयोगी सुभाष ठाकुर ने बताया कि जसवां परागपुर के अलावा देहरा और ज्वालामुखी तक हमारी संस्था किताबें मुफ्त में स्कूली बच्चें को दे रही है। ताकि कोई भी बच्चा पढाई से वंचित न रहे। उन्होंने बताया कि सरकार चुनिंदा बच्चों को ही पाठ्य पुस्तकें दे रही है। लेकिन हमारे पास कोई भेदभाव नहीं है। हम हर जरूरतमंद को एक फोन काल पर उसके घर तक पुस्तकें पहुंचा रहे हैं।
समाज सेवी मुकेश ठाकुर ने बताया कि अब तक सैकड़ों स्कूली बच्चों तक किताबें और कॉपियां पहुंचाई जा चुकी है। गरीबी के कारण कई माता पिता अपने बच्चों को किताबें नहीं खरीद पा रहे थे। लेकिन हमने उनकी मुश्किलों को आसान बनाने का छोटा सा प्रयास किया है। जो निरंतर जारी है। उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्होंने कांगड़ा में अपना एक दफ्तर बनाया है। और बाकायदा वहां पर स्टाफ तैनात किया गया है। जो आगे जरूरतमंद बच्चों तक किताबें कापियां पहुंचा रहा है। हमारा प्रयास है कि कोई भी बच्चा अनपढ न रहे । इससे पहले कई परिवार तो अपने बच्चों को पैसे के अभाव में स्कूल भेजने से कतराते थे।
दोनों ही नेताओं का कद मुकेश ठाकुर के सामने बौना साबित हो रहा है। मुकेश ठाकुर अपनी कमाई से स्कूली बच्चों को किताबें और कॉपियां दे रहे हैं। उनके सहयोगी सुभाष ठाकुर ने बताया कि जसवां परागपुर के अलावा देहरा और ज्वालामुखी तक हमारी संस्था किताबें मुफ्त में स्कूली बच्चें को दे रही है। ताकि कोई भी बच्चा पढाई से वंचित न रहे। उन्होंने बताया कि सरकार चुनिंदा बच्चों को ही पाठ्य पुस्तकें दे रही है। लेकिन हमारे पास कोई भेदभाव नहीं है। हम हर जरूरतमंद को एक फोन काल पर उसके घर तक पुस्तकें पहुंचा रहे हैं।
समाज सेवी मुकेश ठाकुर ने बताया कि अब तक सैकड़ों स्कूली बच्चों तक किताबें और कॉपियां पहुंचाई जा चुकी है। गरीबी के कारण कई माता पिता अपने बच्चों को किताबें नहीं खरीद पा रहे थे। लेकिन हमने उनकी मुश्किलों को आसान बनाने का छोटा सा प्रयास किया है। जो निरंतर जारी है। उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्होंने कांगड़ा में अपना एक दफ्तर बनाया है। और बाकायदा वहां पर स्टाफ तैनात किया गया है। जो आगे जरूरतमंद बच्चों तक किताबें कापियां पहुंचा रहा है। हमारा प्रयास है कि कोई भी बच्चा अनपढ न रहे । इससे पहले कई परिवार तो अपने बच्चों को पैसे के अभाव में स्कूल भेजने से कतराते थे।