धर्मशाला, 10 मई। (विजयेन्दर शर्मा ) कांगड़ा जिला प्रशासन गुड गवर्नेंस (सुशासन) की अपनी प्रतिबद्धता को और आगे बढ़ाते हुए अंतर विभागीय कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने तथा ऑनलाइन माध्यम से विभागों की विभिन्न डिमांड तथा प्रस्तावों को डील करने के लिए जिला सुशासन डैश बोर्ड एप्लीकेशन तैयार कर रहा है। इससे जहां अंतरविभागीय कार्यों में आसानी होगी वहीं समय और संसाधन की बचत भी होगी। जिलाधीश कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने आज (बुधवार) को जिला गुड गवर्नेंस (सुशासन) कमेटी की बैठक में यह जानकारी दी।
जिला सांख्यिकी अधिकारी स्वर्णलता ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।
बता दें, बीते साल कांगड़ा प्रदेश भर में जिला सुशासन सूचकांक में प्रथम रहा था तथा पुरस्कार के तौर पर प्रशासन को 50 लाख रुपये मिले प्राप्त हुए थे। ये धनराशि जिले में सभी विभागों की कार्य निष्पादन क्षमता के विकास पर खर्ची जा रही है।
डॉ. निपुण जिंदल ने सभी विभागों से अपनी कार्य प्रणाली को लगातार बेहतर बनाने और आपसी समन्वय के साथ जन उपयोगी सेवाएं प्रदान करने में अग्रणी रहने के लिए समर्पित प्रयास करने को कहा। उन्होंने सिलसिलेवार सभी विभागों से कार्यालयों में कार्य निष्पादन क्षमता में बेहतरी व बढ़ोतरी के लिए प्रशासन से वांछित सहायता के बारे में जानकारी ली तथा उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया।
उल्लेखनीय है कि जिला सुशासन सूचकांक शासन की गुणवत्ता के आकलन का एक उपक्रम है । इसकी रिपोर्ट सभी जिलों के आंकड़ों के आधार पर तैयार की जाती है और इसमें सभी जिलों के तुलनात्मक मूल्यांकन के लिए 8 मुख्य विषयों, 19 फोकल बिन्दुओं और 76 संकेतकों पर डाटा एकत्र किया जाता है।
बैठक में एसपी शालिनी अग्निहोत्री, एसडीएम धर्मशाला धर्मश रमोत्रा सहित सभी विभागों के आला अधिकारी उपस्थित रहे।
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बता दें, बीते साल कांगड़ा प्रदेश भर में जिला सुशासन सूचकांक में प्रथम रहा था तथा पुरस्कार के तौर पर प्रशासन को 50 लाख रुपये मिले प्राप्त हुए थे। ये धनराशि जिले में सभी विभागों की कार्य निष्पादन क्षमता के विकास पर खर्ची जा रही है।
डॉ. निपुण जिंदल ने सभी विभागों से अपनी कार्य प्रणाली को लगातार बेहतर बनाने और आपसी समन्वय के साथ जन उपयोगी सेवाएं प्रदान करने में अग्रणी रहने के लिए समर्पित प्रयास करने को कहा। उन्होंने सिलसिलेवार सभी विभागों से कार्यालयों में कार्य निष्पादन क्षमता में बेहतरी व बढ़ोतरी के लिए प्रशासन से वांछित सहायता के बारे में जानकारी ली तथा उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया।
उल्लेखनीय है कि जिला सुशासन सूचकांक शासन की गुणवत्ता के आकलन का एक उपक्रम है । इसकी रिपोर्ट सभी जिलों के आंकड़ों के आधार पर तैयार की जाती है और इसमें सभी जिलों के तुलनात्मक मूल्यांकन के लिए 8 मुख्य विषयों, 19 फोकल बिन्दुओं और 76 संकेतकों पर डाटा एकत्र किया जाता है।
बैठक में एसपी शालिनी अग्निहोत्री, एसडीएम धर्मशाला धर्मश रमोत्रा सहित सभी विभागों के आला अधिकारी उपस्थित रहे।
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