शिटाके मशरूम को पहचान दिलाने के लिए उठाए जाएंगे कारगर कदम: कुमुद

शिटाके मशरूम को पहचान दिलाने के लिए उठाए जाएंगे कारगर कदम: कुमुद
     कृषि निदेशक ने शिटाके प्रशिक्षण एवं खेती केंद्र, पालमपुर का किया निरीक्षण
धर्मशाला, 05 जनवरी। (बिजेन्दर शर्मा)।  कृषि निदेशक कुमुद सिंह ने कहा कि शिटाके मशरूम के उत्पादन में बढ़ोतरी करने के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे। क्षेत्रीय मेलों प्रदर्शनियों, शीतकालीन ग्रीष्मकालीन उत्सवों के माध्यम से शिटाके मशरूम को पहचान दिलाई जाएगी इसके साथ ही इसे लोकप्रिय बनाने के संबंध में पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकें करने का भी निर्देश दिए गए ताकि होटल कारोबारियों द्वारा अपने व्यंजनों में शिटाके को शामिल करने से शिटाके मशरूम का उपयोग कृषक समुदाय के लिए शिटाके के विपणन को बढ़ाने में मदद करेगा। शुक्रवार को कृषि निदेशक, कुमुद सिंह, भा0 प्र0 से0 ने जाइका समर्थित हि0 प्र0 फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना के अंतर्गत स्थापित शिटाके मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण केंद्र, पालमपुर का निरीक्षण किया तथा शिटाके मशरुम व इस केन्द्र द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यों की जानकारी ली। शिटाके विशेषज्ञ डॉ. सपन ठाकुर एवं डॉ. नागेन्द्र नाग ने निदेशक (कृषि), को इस बारे में विस्तृत जानकारी दी। शिटाके एक नया मशरूम है और प्रदेश के किसान इसे अपनाकर अपनी आर्थिकी मजबूत कर सकेंगे। कृषि निदेशक ने शिटाके मशरूम प्रशिक्षण केंद्र द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की।
प्रदेश कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही हि0 प्र0 फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना (जाइका समर्थित) के माध्यम से कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में शिटाके मशरूम खेती प्रशिक्षण केंद्र (एससीटीसी) स्थापित किया गया है, जिसमे 3.25 करोड़ रुपये खर्च किए गए है। जाइका परियोजना के दूसरे चरण में एससीटीसी के लिए 5.9 करोड़ रुपयों का प्रावधान रखा गया है।
 परियोजना निदेशक, डा0 सुनील चैहान ने बताया कि शिटाके मशरूम दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय मशरूम में से एक है और शिटाके में मौजूद तत्व, कैंसर से लड़ने, प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने और हृदय स्वास्थ्य का समर्थन करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए इसे लोकप्रिय बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए। साथ ही खाद्य और औषधीय गुणों से भरपूर शिटाके मशरूम राज्य के किसानों की आर्थिकी को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगा और जाइका द्वारा स्थापित शिटाके मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण केंद्र इस के लिए वरदान साबित होगा।
इस दौरान डा0 पवन शर्मा, अतिरिक्त कृषि निदेशक (उत्तरी खंड), डा0 राहुल कटोच, कृषि उपनिदेशक कांगड़ा एवं डॉ. रजनीश शर्मा, विषयवाद विशेषज्ञ, पालमपुर भी मौजूद रहे।
 कांगड़ा जिला के समस्त निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूचियों का हुआ अंतिम प्रकाशन  
     धर्मशाला, 05 जनवरी। जिला निर्वाचन अधिकारी उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिला कांगड़ा के समस्त 15 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का अन्तिम प्रकाशन दिनांक 5 जनवरी, 2024 को कर दिया गया है। इस अवधि के दौरान कुल 19443 नये मतदाता दर्ज हुऐ, 8979 अपात्र मतदाताओं का विलोपन किया गया। जिसके अनुसार दिनाँक 5 जनवरी, 2024 को कुल सामान्य मतदाता 13,07,167 जिनमें पुरूष मतदाता 6,58,252 तथा महिला मतदाता 6,48,915 दर्ज हैं।
उन्होंने जिला काँगड़ा के समस्त मतदाताओं से आग्रह किया है कि वह अपने-अपने नामों के दर्ज होने की पुष्टि सम्बन्धित मतदान केन्द्रों में बूथ लेवल अधिकारियों, जिला निर्वाचन कार्यालय, धर्मशाला, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (एस.डी.एम.), सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (तहसीलदार/नायब-तहसीलदारों) के कार्यालयों में कार्य दिवस में प्रातः 10 बजे से साँय 5 बजे तक एक सप्ताह तक कर सकते हैं।
इसके उपरान्त जिन पात्र मतदाताओं के नाम किसी कारणवश दर्ज होने से छुट चुके हैं वह अपना दावा सम्बन्धित फार्म पर बूथ लेवल अधिकारियों या विभाग द्वारा ऑन लाईन सुविधा (मतदाता हैल्पलाईन, राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल या सम्बन्धित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एस0डी0एम0) के कार्यालयों में) अवश्यमेव प्रस्तुत / जाँच कर सकते हैं, ताकि भविष्य में होने वाले लोकसभा निर्वाचन-2024 में वह अपने-अपने मत का प्रयोग कर सकें।
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