कांगड़ा में विकास के नए कीर्तिमान स्थापित: उपायुक्त
धर्मषाला, 02 जनवरी। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में कांगड़ा जिला में विकास की नई इबारत लिखी गई है। जो अपने आप में जिला के इतिहास में एक मिसाल है। यह उदगार उपायुक्त कांगड़ा श्री आरएस गुप्ता ने आज यहां वर्तमान सरकार के तीन वर्श पूर्ण होने पर जिला की उपलब्धियों का वर्णन करते हुए दी।
उन्होंने जानकारी दी कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में केंद्रीय विष्वविद्यालय एवं डा0 राजेंद्र प्रसाद टांडा मेडिकल कालेज को सुपर स्पेसिलिटी अस्पताल बनाने का तोहफा निचले क्षेत्र के लोगों को दिया है। इसके अलावा जिले में राश्ट्रीय स्तर का फैषन डिजाइनिंग संस्थान जो कि उत्तरी भारत का पहला संस्थान है कांगड़ा के नजदीक छेब में खोला गया है। इस संस्थान से हिमाचल ही नहीं अपितु देषभर के युवाओं को प्रषिक्षण हासिल करने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने बताया कि षाहपुर में बीएसएफ बटालियन खोलने के लिए विभिन्न औपचारिकताएं भी पूरी हो गई हैं। इसके साथ ही नूरपुर में आपदा प्रबंधन संस्थान खोलने की दिषा में सार्थक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि धर्मषाला में फूड एंड क्राफ्ट संस्थान खोलने के लिए स्वीकृति मिली है। जिसमें इच्छुक युवाओं को अगले वर्श से फूड एंड क्राफ्ट का प्रषिक्षण लेने की सुविधा घर द्वार पर ही प्राप्त होगी।
श्री गुप्ता ने बताया कि चालू वित वर्श में कांगड़ा जिला में 600 करोड़ रूपये अधिक राषि की सड़क, पेयजल, सिंचाई एवं अन्य योजनाओं के षिलान्यास एवं लोकार्पण किए गए हैं जिसमें लगभग 150 करोड़ के करीब विभिन्न सड़कों एवं पुलों और 246 करोड़ के करीब आईपीएच की विभिन्न परियोजनाएं षामिल हैं।
उपायुक्त ने बताया कि प्रदेष की सबसे बड़ी 311 करोड़ की षाहनहर सिंचाई परियोजना तथा 68 करोड़ रूपये की सिद्धाथा सिंचाई योजना का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। जिसे इस वर्श के अंत तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है और इन दोनों परियोजनाओं के माध्यम से फतेहपुर, इंदौरा और ज्वाली की लगभग 19 हजार हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होने से लोगों की आर्थिकी सुदृढ़ होगी। इसके अलावा सरकार द्वारा नूरपुर क्षेत्र के लिए 180 करोड़ की फिन्ना सिंह सिंचाई योजना स्वीकृत की गई है। जिस पर चालू वित वर्श में 10 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कांगड़ा जिला का चंगर क्षेत्र जिससे सूखाग्रस्त माना जाता है इस चंगर क्षेत्र के लिए सरकार द्वारा 68 करोड़ की पेयजल योजना का निर्माण कार्य प्रगति पर है। जिससे करीब 398 गांवों को पेयजल सुविधा प्राप्त होगी। इसके अतिरिक्त देहरा के जसवां प्रागपुर के लिए 40 करोड़ रूपये की पेयजल योजना स्वीकृत की गई है।
उपायुक्त ने बताया कि कांगड़ा जिला में षैक्षणिक संस्थानों के सुदृढ़ीकरण और बच्चों को गुणात्मक षिक्षा प्रदान करने के लिए सर्व षिक्षा अभियान के तहत लगभग 90 करोड़ से भी ज्यादा की राषि खर्च की जा रही है। जिसमें 37 करोड़ चालू वित वर्श में व्यय की जा रही है।
उन्होंने बताया कि चालू वित वर्श में कांगड़ा जिला में स्वास्थ्य संस्थानों को सुदृढ़ करने के दृश्टिगत 34 करोड़ की राषि व्यय की जा रही है। इसके अतिरिक्त जिला के स्वास्थ्य संस्थानों में रोगी कल्याण समितियां भी गठित की गई हैं। इसी प्रकार जिला में राश्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कांगड़ा जिले में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले 54 हजार परिवारों को स्मार्ट कार्ड जारी किए गए हैं तथा इस योजना के तहत चालू वित वर्श में 5605 रोगियों को निषुल्क इलाज के लिए एक करोड़ 92 लाख के लाभ दिए गए हैं।
उपायुक्त ने बताया कि किसानों के लिए आरंभ की गई महत्वकांक्षी पंडित दीनदयाल किसान-बागबान समृद्वि योजना के तहत जिले में मार्च, 2011 तक 1706 पोली हाउस स्थापित करने का लक्ष्य के मुकाबले 1574 पोली हाउस स्थापित करने के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। जिसमें से 544 पोली हाउस का निर्माण कार्य पूरा कर दिया गया है जबकि 128 का कार्य अंतिम चरण में है। इस योजना के तहत पोली हाउस के अतिरिक्त सूक्ष्म सिंचाई योजनाएं भी कार्यान्वित की जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि दूध गंगा परियोजना के तहत जिले में दुधारू पषुओं की खरीद के लिए 6 करोड़ 49 लाख का ऋण प्रदान कर, 442 लोगों को लाभाविंत किया गया है। इसके अतिरिक्त जिला में मनरेगा कार्यक्रम को भी प्रभावी ढंग से कार्यान्वित किया गया जिसके फलस्वरूप वर्श 2008-09 के दौरान बेहतर कार्य के लिए कांगड़ा जिला को राश्ट्रीय स्तर के पुरस्कार से नवाजा गया है। इस कार्यक्रम से जहां लगभग डेढ़ लाख जाब कार्ड धारकों को रोजगार मिला है वहीं पर गांव में विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं।
उपायुक्त ने बताया कि जिला योजना के तहत चालू वित वर्श में विभिन्न विकास कार्यों पर लगभग 200 करोड़ की राषि व्यय की जा रही है। इसके अतिरिक्त सामाजिक सेवा कार्यक्रम के तहत गत तीन वर्शों में लगभग 70 करोड़ रूपये व्यय किए गए हैं जिसमें से 57 करोड़ सामाजिक सुरक्षा पेंषन पर व्यय किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जिला में संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम प्रगति पर है तथा मार्च 2011 तक सभी पंचायतों को स्वच्छ एवं खुले में षौच मुक्त बना दिया जाएगा।
श्री गुप्ता ने बताया कि सरकार का कार्यकाल उपलब्धियों भरा रहा है तथा आम जनता को सड़क, षिक्षा, स्वास्थ्य की सुविधाएं घर द्वार पर उपलब्ध करवाने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं इसका पात्र लोगों को भरपूर लाभ मिल रहा है।
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धर्मषाला, 02 जनवरी। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में कांगड़ा जिला में विकास की नई इबारत लिखी गई है। जो अपने आप में जिला के इतिहास में एक मिसाल है। यह उदगार उपायुक्त कांगड़ा श्री आरएस गुप्ता ने आज यहां वर्तमान सरकार के तीन वर्श पूर्ण होने पर जिला की उपलब्धियों का वर्णन करते हुए दी।
उन्होंने जानकारी दी कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में केंद्रीय विष्वविद्यालय एवं डा0 राजेंद्र प्रसाद टांडा मेडिकल कालेज को सुपर स्पेसिलिटी अस्पताल बनाने का तोहफा निचले क्षेत्र के लोगों को दिया है। इसके अलावा जिले में राश्ट्रीय स्तर का फैषन डिजाइनिंग संस्थान जो कि उत्तरी भारत का पहला संस्थान है कांगड़ा के नजदीक छेब में खोला गया है। इस संस्थान से हिमाचल ही नहीं अपितु देषभर के युवाओं को प्रषिक्षण हासिल करने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने बताया कि षाहपुर में बीएसएफ बटालियन खोलने के लिए विभिन्न औपचारिकताएं भी पूरी हो गई हैं। इसके साथ ही नूरपुर में आपदा प्रबंधन संस्थान खोलने की दिषा में सार्थक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि धर्मषाला में फूड एंड क्राफ्ट संस्थान खोलने के लिए स्वीकृति मिली है। जिसमें इच्छुक युवाओं को अगले वर्श से फूड एंड क्राफ्ट का प्रषिक्षण लेने की सुविधा घर द्वार पर ही प्राप्त होगी।
श्री गुप्ता ने बताया कि चालू वित वर्श में कांगड़ा जिला में 600 करोड़ रूपये अधिक राषि की सड़क, पेयजल, सिंचाई एवं अन्य योजनाओं के षिलान्यास एवं लोकार्पण किए गए हैं जिसमें लगभग 150 करोड़ के करीब विभिन्न सड़कों एवं पुलों और 246 करोड़ के करीब आईपीएच की विभिन्न परियोजनाएं षामिल हैं।
उपायुक्त ने बताया कि प्रदेष की सबसे बड़ी 311 करोड़ की षाहनहर सिंचाई परियोजना तथा 68 करोड़ रूपये की सिद्धाथा सिंचाई योजना का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। जिसे इस वर्श के अंत तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है और इन दोनों परियोजनाओं के माध्यम से फतेहपुर, इंदौरा और ज्वाली की लगभग 19 हजार हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होने से लोगों की आर्थिकी सुदृढ़ होगी। इसके अलावा सरकार द्वारा नूरपुर क्षेत्र के लिए 180 करोड़ की फिन्ना सिंह सिंचाई योजना स्वीकृत की गई है। जिस पर चालू वित वर्श में 10 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कांगड़ा जिला का चंगर क्षेत्र जिससे सूखाग्रस्त माना जाता है इस चंगर क्षेत्र के लिए सरकार द्वारा 68 करोड़ की पेयजल योजना का निर्माण कार्य प्रगति पर है। जिससे करीब 398 गांवों को पेयजल सुविधा प्राप्त होगी। इसके अतिरिक्त देहरा के जसवां प्रागपुर के लिए 40 करोड़ रूपये की पेयजल योजना स्वीकृत की गई है।
उपायुक्त ने बताया कि कांगड़ा जिला में षैक्षणिक संस्थानों के सुदृढ़ीकरण और बच्चों को गुणात्मक षिक्षा प्रदान करने के लिए सर्व षिक्षा अभियान के तहत लगभग 90 करोड़ से भी ज्यादा की राषि खर्च की जा रही है। जिसमें 37 करोड़ चालू वित वर्श में व्यय की जा रही है।
उन्होंने बताया कि चालू वित वर्श में कांगड़ा जिला में स्वास्थ्य संस्थानों को सुदृढ़ करने के दृश्टिगत 34 करोड़ की राषि व्यय की जा रही है। इसके अतिरिक्त जिला के स्वास्थ्य संस्थानों में रोगी कल्याण समितियां भी गठित की गई हैं। इसी प्रकार जिला में राश्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कांगड़ा जिले में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले 54 हजार परिवारों को स्मार्ट कार्ड जारी किए गए हैं तथा इस योजना के तहत चालू वित वर्श में 5605 रोगियों को निषुल्क इलाज के लिए एक करोड़ 92 लाख के लाभ दिए गए हैं।
उपायुक्त ने बताया कि किसानों के लिए आरंभ की गई महत्वकांक्षी पंडित दीनदयाल किसान-बागबान समृद्वि योजना के तहत जिले में मार्च, 2011 तक 1706 पोली हाउस स्थापित करने का लक्ष्य के मुकाबले 1574 पोली हाउस स्थापित करने के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। जिसमें से 544 पोली हाउस का निर्माण कार्य पूरा कर दिया गया है जबकि 128 का कार्य अंतिम चरण में है। इस योजना के तहत पोली हाउस के अतिरिक्त सूक्ष्म सिंचाई योजनाएं भी कार्यान्वित की जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि दूध गंगा परियोजना के तहत जिले में दुधारू पषुओं की खरीद के लिए 6 करोड़ 49 लाख का ऋण प्रदान कर, 442 लोगों को लाभाविंत किया गया है। इसके अतिरिक्त जिला में मनरेगा कार्यक्रम को भी प्रभावी ढंग से कार्यान्वित किया गया जिसके फलस्वरूप वर्श 2008-09 के दौरान बेहतर कार्य के लिए कांगड़ा जिला को राश्ट्रीय स्तर के पुरस्कार से नवाजा गया है। इस कार्यक्रम से जहां लगभग डेढ़ लाख जाब कार्ड धारकों को रोजगार मिला है वहीं पर गांव में विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं।
उपायुक्त ने बताया कि जिला योजना के तहत चालू वित वर्श में विभिन्न विकास कार्यों पर लगभग 200 करोड़ की राषि व्यय की जा रही है। इसके अतिरिक्त सामाजिक सेवा कार्यक्रम के तहत गत तीन वर्शों में लगभग 70 करोड़ रूपये व्यय किए गए हैं जिसमें से 57 करोड़ सामाजिक सुरक्षा पेंषन पर व्यय किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जिला में संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम प्रगति पर है तथा मार्च 2011 तक सभी पंचायतों को स्वच्छ एवं खुले में षौच मुक्त बना दिया जाएगा।
श्री गुप्ता ने बताया कि सरकार का कार्यकाल उपलब्धियों भरा रहा है तथा आम जनता को सड़क, षिक्षा, स्वास्थ्य की सुविधाएं घर द्वार पर उपलब्ध करवाने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं इसका पात्र लोगों को भरपूर लाभ मिल रहा है।
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