मुख्यमंत्री ने दून में किया 5.36 करोड़ से बने दो पुलों का उद्घाटन

शिमला, । मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने आज सोलन जिले की दून विधानसभा
क्षेत्र के मंधाला के कोटियां तथा कूड़ावाला में 5.36 करोड़ रुपये की
लागत से निर्मित दो पुलों का उद्घाटन किया। इन पुलों के निर्माण से
मंधाला एवं आसपास के 13 गांव के लोगों लाभान्वित होंगे।
धूमल ने बद्दी में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि हिमाचल
में उच्च स्तरीय शिक्षण संस्थानों के खुलने से प्रदेश के युवाओं को उच्च
तकनीकी एवं व्यवसायिक शिक्षा घरद्वार के नजदीक सुलभ हुई है। इससे स्थानीय
स्तर पर रोजगार के अनेक अवसर भी सृजित हुए हैं। उन्होंने कहा कि अटल
शिक्षा कुंज में चार विश्वविद्यालय आरम्भ किए गए हैं, जहां प्रदेश और
प्रदेश के बाहर के विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने निजी विश्वविद्यालयों में भी
शिक्षा में गुणवत्ता सुनिश्चित की है जिसके फलस्वरूप प्रदेश के दो निजी
विश्वविद्यालयोंं को राष्ट्रीय स्तर पर बॉयोटेक विषय में पहले दो स्थान
प्राप्त हुए हैं।

प्रो. धूमल ने कहा कि आज प्रदेश के निजी विश्वविद्यालयों में 12 हजार
विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं जिनमें 6 हजार विद्यार्थी प्रदेश
के बाहर से शिक्षा ग्रहण करने आए हुए हैं। प्रदेश में खुले इन शिक्षण
संस्थानों से निचले स्तर व्यापार करने वाले छोटे-छोटे व्यवसायी भी
लाभान्वित हुए हैं और उनकी आर्थिक दशा सुदुढ़ हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार ने प्रदेश को औद्योगिक पैकेज देने
में भेदभाव किया है जिससे प्रदेश के हित आहत हुए हैं और इससे आम व्यक्ति
का रोजागार भी प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि जहां केन्द्र सरकार
घोटालों की सरकार बन गई है और वह एक के बाद एक घोटालों में संलिप्त हुई
है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गांव का विकास करने में सफल रही है।
प्रदेश को मिले 69 अवार्ड आज प्रदेश की प्रगति की कहानी बयान कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में दूध गंगा परियोजना से 50 हजार परिवार
लाभान्वित हुए हैं। रामपुर में मिल्ड पाऊडर प्लांट लगने से डेरी
उत्पादकों को लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में डेयरी उत्पादन
बढऩे से आम किसान की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।

उन्होंने कहा कि दून विधानसभा क्षेत्र में पिछले साढ़े चार वर्षों के
दौरान सडक़ों के निर्माण व रखरखाव पर 36 करोड़ रुपये खर्च किए गए तथा
क्षेत्र के लिए 25 करोड़ रुपये की नई सडक़ येाजनाएं स्वीकृत की गई हैं।
प्रदेश सरकार ने गत साढ़े चार वर्षों में दून विधानसभा क्षेत्र में 97
किलोमीटर सडक़ों का निर्माण किया जबकि कांग्रेस के पूर्व के कार्यकाल में
यहां मात्र 62 किलोमीटर नई सडक़ों का ही निर्माण हुआ।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चंडी को
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में स्तरोन्नत किया जाएगा। उन्होंने
कहा कि बद्दी के ईएसआई अस्पताल एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को मिलाकर
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र किया जाएगा। उन्होंने दून क्षेत्र के लिए
अलग से खंड विकास अधिकारी कार्यालय खोलने की घोषणा की ताकि क्षेत्र के
लोग व्यापक तौर पर लाभान्वित हो सके। उन्होंने मंधाला के उच्च विद्यालय
को वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला तथा गुल्लरवाला मैदान को स्टेडियम में तबदील
करने की घोषणा की।

इस अवसर पर राजपूत सभा, नालागढ़ तथा मंधाला ग्राम पंचायत के प्रधान
द्वारा 11-11 हजार तथा दून भाजपा मंडल द्वारा 51 हजार रुपये मुख्यमंत्री
राहत कोष के लिए प्रदान किए गए।

स्थानीय विधायक श्रीमती विनोद चंदेल ने मुख्यमंत्री का उनके गृह क्षेत्र
में स्वागत करते हुए कहा कि गत साढ़े चार वर्षों में दून विधानसभा
क्षेत्र में 15 नये पशु औषधालय तथा तीन नये प्राथमिक पाठशालाएं खोली गई।
राम शहर सडक़ के लिए 4.36 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है तथा इस
कार्य को शीघ्र पूरा किया जाएगा।

भाजपा मंडल अध्यक्ष श्री ध्यान सिंह लादी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गत
साढ़े चार वर्षों में समाज के सभी वर्गों का कल्याण सुनिश्चित बनाया है
और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों से हर वर्ग
लाभान्वित हुआ है।

जिला परिषद अध्यक्ष कुमारी शीला ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में
महिलाओं को पंचायती राज संस्थाओं में महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान की गई है।

विधायक एवं पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव बिंदल, सांसद श्री
वीरेन्द्र कश्यप, कसौली के विधायक डा. राजीव सैहजल, भाजपा नेता श्री
श्रीकांत, उपायुक्त श्रीमती मीरा मोहंती तथा क्षेत्र के अन्य गणमान्य
व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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BIJENDER SHARMA

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  1. खरगोश का संगीत राग रागेश्री पर आधारित है जो कि
    खमाज थाट का सांध्यकालीन राग है, स्वरों में
    कोमल निशाद और बाकी स्वर शुद्ध लगते हैं, पंचम इसमें वर्जित है, पर
    हमने इसमें अंत में पंचम का प्रयोग भी किया है, जिससे इसमें राग बागेश्री भी
    झलकता है...

    हमारी फिल्म का संगीत वेद नायेर ने दिया है.
    .. वेद जी को अपने संगीत कि प्रेरणा जंगल में चिड़ियों कि
    चहचाहट से मिलती है.
    ..
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