हमीरपुर, 23 दिसम्बर ( ) प्लस पोलियो उन्मूलन के तहत 2014 के प्रथम चरण में 19 जनवरी को जिला मेंं 0 से 5 वर्ष के 38962 बच्चों को प्लस पोलियो प्रतिरक्षण दवाई पिलाई जाएगी। दवाई पिलाने के लिये ग्रामीण क्षेत्रों में 264 तथा शहरी क्षेत्रों में 18 बूथ स्थापित किये गये हैं। जिनमें 1130 वैक्सीनेटर तथा 56 सुरपवाईजर को तैनात किया गया है। यह जानकारी एडीसी हिमांशु शेखर चौधरी ने आज जिला में प्लस पोलियो अभियान को सफल तथा सुचारू ढंग से सम्पन्न करवाने के लिये स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये जा रहे प्रबन्धों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने बताया कि जिला कार्यक्रम अधिकारी के अतिरिक्त जिला में समस्त वाल विकास परियोजना अधिकारी इसमें आवश्यक सहयोग देंगे। उन्होंने बताया कि इस दौरान 8 ट्रंाजिट दलों तथा 22 मोवाईल टीमों का विशेष गठन किया गया है ताकि कोई भी बच्चा दवाई पीने से बंचित न रह जाए। उपायुक्त ने शिक्षा विभाग को भी निर्देश दिये कि सभी स्कूलों में प्रात:कालीन सभा में इस अभियान के बारे बच्चों को जागरूक करें ताकि इस अभियान की जानकारी हर गांव -घर तक पहुंच सके।
एडीसी ने बताया कि प्रवासी मज़दूरों जो झुगी-झोपडिय़ों, ईट भ_ों, तथा विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे निर्माण कार्य स्थलों पर काम करते अथवा रहते हैं के अतिरिक्त घुमन्तु लोगों के बच्चों को भी शतप्रतिशत पोलियो प्रतिरक्षण की बूंद पिलाने की परिधि में लाने के लिये 57 मोवाईल टीमोंं का गठन किया है। उन्होंने बताया ऐसे प्रवासियों के जिला के छ: विकास खण्डों में 52 अधिक जोखिम वाले क्षेत्र (एचआरए)चिन्हित किये गये, जिनमें 1401 घर आते हैं। जिनमें 0-5 वर्ष आयु के 1198 बच्चों को प्लस पोलियो दवाई पिलाइ जाएगी।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 अनुज गुप्ता ने लोगों को अपने बच्चों को पोलियों बूथ तक लाने की अपील करते हुए कहा कि प्लस पोलियो कार्यक्रम की सफलता लोगों के सहयोग पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि पोलियो से बच्चों का जीवन कष्टमयी न हो इसलिये लोगों को 0 से 5 वर्ष तक के अपने बच्चों को जीवन सुरक्षा चक्र के घेरे में लाने हेतू 19 जनवरी को पोलियो की दवाई अवश्य पिलायें। उन्होंने सभी पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों और स्वयं सेवी संस्थाओं से भी अपील करते हुए आग्रह किया है कि इस दिन पोलियों की दवाई पिलाने के लिये जागरूक करें। उन्होंने कहा कि ''सुरक्षा चक्र को बनाये रखना है और इसे टूटने नहीं देना है। ÓÓ